पवन टरबाइन निर्माता कंपनी सुजलॉन एनर्जी की सहायक कंपनी आरई पावर सिस्टमस् एसई को जर्मनी में 226 मेगावाट बिजली के उत्पादन के लिए पवनचक्की संयंत्रों की स्थापना का आर्डर मिला. इस संबंध में कंपनी ने 11 दिसंबर 2013 को सूचना दी.
कंपनी के अनुसार, उसने 226 मेगावाट की कुल क्षमता के साथ 103 पवन टर्बाइन देने के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किये. ये टर्बाइनें जर्मनी के स्केलस्विग हांलेस्टियन क्षेत्र में 24 सामुदायिक पवन फार्म परियोजनाओं के उद्देश्यों के लिए होंगी.
आरईपावर ने दिसंबर 2012 में स्केलस्विग हांलेस्टियन (GmbH) पवन के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे.
जर्मनी नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy) के क्षेत्र में
• जर्मनी को दुनिया का पहला प्रमुख नवीकरणीय ऊर्जा अर्थव्यवस्था कहा जाता है.
• जर्मनी के रैहस्टाग बर्लिन में दुनिया में पहली बार संसदीय इमारत को पूरी तरह से नवीकरणीय ऊर्जा द्वारा संचालित किया गया.
• जर्मनी ने 2050 तक 100 प्रतिशत अक्षय ऊर्जा का उपयोग करने के लिए दुनिया की पहली औद्योगिक शक्ति बनने की योजना बनाई है.
सुजलॉन के बारे में
• संचयी स्थापित क्षमता और बाजार हिस्सेदारी के मामले में, सुजलॉन समूह को 2012 के अंत में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी पवन टरबाइन आपूर्तिकर्ता के रूप में स्थान दिया गया.
• 22500 मेगावाट से अधिक पवन ऊर्जा क्षमता के साथ कंपनी का संचालन एशिया, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, अफ्रीका और उत्तर और दक्षिण अमेरिका मे हो रहा है. इसकी उपस्थिति 30 से अधिक देशों में है.
• समूह का भारत में मुख्य कार्यालय सुजलॉन वन अर्थ पुणे में है. इसमें सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड और आरई पॉवर सिस्टम एसई सहित उसकी सहायक शामिल हैं.
• समूह का नेतृत्व तुलसी टांटी कर रहे हैं.
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