खगोलविदों ने चिली में मौजूद यूरोपियन साउदर्न ऑब्जरवेटरी की मदद से सुपर अर्थ पर गर्म जल के संभावित प्रमाणों की खोज की है. अनुमान के अनुसार गर्म जल वाष्पीकृत अवस्था में हो सकता है. सुपर अर्थ पृथ्वी से 40 प्रकाश वर्ष की दूरी पर एक तारे की कक्षा में मौजूद ग्रह है, जो धरती से मिलता-जुलता है पर आकार में 2.6 गुना बड़ा है. खगोलविदों ने इस ग्रह का नाम जीजे 1214 बी रखा है.
सुपर अर्थ जीजे 1214 बी अपने मूल तारे से सिर्फ 20 लाख किलोमीटर (पृथ्वी से सूर्य की दूरी का 70 गुना कम) की दूरी पर है, इसलिए इसकी सतह बेहद गर्म है. सुपर अर्थ अपने मूल तारे के चारों ओर का एक चक्कर 38 घंटे में पूरा करता है. खगोलविदों का यह अध्ययन नेचर पत्रिका के दिसंबर 2010 अंक में प्रकाशित किया गया. यह खगोलीय अध्ययन मेसाचुसेट्स में हार्वर्ड-स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स के डॉ जैकब बीन की देखरेख में किया गया.
सुपर अर्थ जीजे 1214 बी ग्रह की खोज को सौर मंडल से बाहर की दुनिया के वातावरण का विश्लेषण करने का मौका माना जा रहा है.
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