स्वदेश में विकसित बहुनाली रॉकेट लांचर (एमबीआरएल) हथियार प्रणाली पिनाका का बालेश्वर (ओडिशा) से 15 किलोमीटर दूर चांदीपुर स्थित रक्षा अड्डे से 30 जनवरी 2013 को सफल परीक्षण किया गया. परीक्षण का उद्देश्य पिनाका की स्थिरता और सटीकता का आकलन करना रहा.
यह परीक्षण चांदीपुर स्थित प्रूफ एंड एक्सपेरिमेंटल एस्टैबलिशमेंट (पीएक्सई) प्रक्षेपण केंद्र-2 से आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टैबलिशमेंट (एआरडीई) के कर्मचारियों ने नियमित परीक्षण अभ्यास के तहत किया. वर्ष 1995 के बाद से इसके कई मुश्किल परीक्षण किए गए.
स्वदेश निर्मित पिनाका गैर निर्देशित रॉकेट और हथियार प्रणाली है. जिसका उद्देश्य 30 किलोमीटर से अधिक दूरी तक मार करने वाली मौजूदा तोपों का स्थान लेना है. 40 किलोमीटर की दूरी तक वार करने की क्षमता वाला पिनाका केवल 44 सेकेंड में 12 रॉकेट छोड़ सकता है. छह प्रक्षेपक और प्रत्येक से 12 रॉकेटों के वार से 3.9 वर्गकिलोमीटर के लक्षित इलाके को यह निष्प्रभावी कर ठोस संरचनाओं और बंकरों को तबाह कर सकता है. तत्वरित प्रतिक्रिया समय, अचूक निशाना और ज्यादा गोले दागने की क्षमता के कारण यह भारतीय सशस्त्र बल को कम सघन युद्ध जैसी स्थितियों में बढत दिलाता है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation