Bodi Tribe: दुनिया की सबसे अनोखी जनजाति, दूध और खून से बनाते हैं सेहत, सबसे मोटे व्यक्ति को माना जाता है हीरो

May 29, 2023, 19:01 IST

Bodi Tribe: दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में विभिन्न प्रकार की जनजाति के लोग रहते हैं। इसमें कुछ आदिवासी अपनी रहने की विशेष प्रकार की शैली के लिए जाने जाते हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही दुनिया की सबसे अनोखी जनजाति के बारे में बताने जा रहे हैं, जो मोटे होने के लिए खून और दूध पीकर सेहत बनाते हैं। वहीं, इस जनजाति में सबसे मोटे व्यक्ति को हीरो माना जाता है। कौन-सी है यह जनजाति और कहां के हैं निवासी, जानने के लिए यह लेख पढ़ें।  

बोदी जनजाति
बोदी जनजाति

Bodi Tribe: दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में आपको विभिन्न प्रकार के जनजाति के लोग देखने को मिल जाएंगे। इसमें अलग-अलग जनजाति के लोग अपने रहने की खास जीवनशैली के लिए जाने जाते हैं। वहीं, इन लोगों में अलग-अलग प्रकार की परंपराएं भी होती हैं, जिनका इनके जीवन में अधिक महत्व होता है। यही वजह है कि दुनिया और सामाज से अलग रहने के बाद भी यह अपनी परंपराओं से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करते हैं। आज हम आपको दुनिया की एक ऐसी ही अनोखी जनजाति के बारे में बताने जा रहे हैं, जो मोटे होने के लिए खून और दूध का सेवन करते हैं। वहीं, इस जनजाति में सबसे मोटे व्यक्ति को हीरो माना जाता है। इसके लिए एक प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाता है। कौन-सी है यह जनजाति और कहां होती है यह अनोखी प्रतियोगिता, जानने के लिए यह लेख पढ़ें। 

 

कौन-सी है यह अनोखी जनजाति

दुनिया की सबसे अनोखी जनजाति बोदी जनजाति है, जो कि मूल रूप से इथियोपिया के निवासी हैं। इस जनजाति में एक अनोखी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है, जिसमें सबसे मोटे व्यक्ति को जनजाति का हीरो माना जाता है।

 

कितने महीने तक चलती है प्रतियोगिता

इथियोपिया में इस प्रतियोगिता का आयोजन पूरे छह महीने तक किया जाता है। इस दौरान शख्स को खूब खाने-पीने का सामान दिया जाता है, जिससे वह मोटा हो सके। वहीं, जो व्यक्ति सबसे मोटा होता है वह जीत जाता है। 

 

खून और दूध का सेवन करते हैं लोग

इस जनजाति के लोग छह महीने तक एक कमरे में रहकर खून और दूध का सेवन करते हैं। यहां के आदिवासी लोग जानवर का खून और दूध एक साथ मिलाकर पीते हैं, जिससे यह कम से कम समय में अधिक मोटे हो सके। यह प्रक्रिया पूरे छह महीने तक दोहराई जाती है, जिससे शख्स की अच्छी सेहत बन सके। वहीं, इसके अलावा भी यह अन्य चीजों का सेवन करते हैं। 

 

प्रतियोगिता के बाद सामान्य हो जाता है जीवन

बोदी जनजाति के लोग इतने मोटे हो जाते हैं कि उनका चलना-फिरना मुश्किल हो जाता है। हालांकि, प्रतियोगिता जीतने के बाद इनका जीवन सामान्य हो जाता है। प्रतियोगिता के आखिरी दिन एक पशु की बलि दी जाती है, जिसके बाद प्रतियोगिता का समापन हो जाता है। 

 

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Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

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