क्या प्रशिक्षित कुत्ते COVID-19 इन्फेक्शन का पता लगा सकते हैं?

May 27, 2021, 18:51 IST

UK में एक नए शोध के अनुसार, जो लोग SARS-CoV-2 वायरस से संक्रमित होते हैं जिससे COVID-19 होता है तो उनमें एक अलग गंध होती है, जिसे प्रशिक्षित कुत्तों के द्वारा उच्च सटीकता के साथ पहचाना जा सकता है. आइये इस लेख के माध्यम से नई शोध के बारे में अध्ययन करते हैं.

Can trained dogs detect COVID-19 infection?
Can trained dogs detect COVID-19 infection?

ऐसा बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस संक्रमित लोगों के शरीर से अलग प्रकार की गंध आती है जिसका पता परीक्षित कुत्ते सटीकता से लगा सकते हैं. इस प्रकार का दावा ब्रिटेन में एक नए अनुसंधान में किया गया है.  

कुत्ते के परीक्षण, गंध विश्लेषण और मॉडलिंग के समावेश से किया गया अपनी तरह का अब तक का पूर्ण अध्ययन के रूप में वर्णित किया गया है. लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन ऐंड ट्रापिकल मेडिसीन (London School of Hygiene & Tropical Medicine, LSHTM) ने चैरिटी मेडकिल डिटेक्शन डॉग्स ऐंड दरहम यूनिवर्सिटी (Charity Medical Detection Dogs and Durham University) के साथ मिलकर इस शोध का नेतृत्व किया है. 

अनुसंधानकर्ताओं ने पाया विशेष रूप से प्रशिक्षित कुत्ते 94.3 प्रतिशत संवेदनशीलता और 92 प्रतिशत विशिष्टता के साथ रोग का तेज़ी से और सटीकता के साथ पता लगा सकते हैं.

अध्ययन में कहा गया है कि कुत्ते उन व्यक्तियों से गंध का पता लगाने में सक्षम थे जो बिना लक्ष्ण वाले थे, साथ ही साथ COVID-19 के दो अलग-अलग स्ट्रेन में भी अंतर करने में भी सक्षम हैं और इसके साथ संक्रमण के स्तर का भी आकलन कर सकते हैं.

इस परियोजना का नेतृत्व करने वाले LSHTM में रोग नियंत्रण विभाग के प्रमुख प्रोफेसर जेम्स लोगन (James Logan) के अनुसार "देश में नए वेरिएंट के प्रवेश के खतरे के साथ, परीक्षण की आवश्यकता का मतलब है कि हम आने वाले कुछ समय के लिए संभावित निरंतर व्यवधान का सामना कर रहे हैं. यही वह जगह है जहां ये अद्भुत कुत्ते अहम भूमिका निभा सकते हैं."

जानिए कोविड-19 टीकाकरण (COVID-19 Vaccination) से पहले और बाद में क्या करें और क्या न करें?

इन कुत्तों को किसने प्रशिक्षित किया और कैसे?

मेडिकल डिटेक्शन डॉग्स (Medical Detection Dogs) की टीम द्वारा कुत्तों को शरीर की गंध के नमूनों का उपयोग करके COVID-19 की पहचान करने के लिए प्रशिक्षित किया गया था, जिन्हें सार्वजनिक और राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (National Health Service, NHS) के कर्मचारियों द्वारा अनुसंधान दल को भेजा गया, जिसमें मास्क, मोजे और टी-शर्ट शामिल थे.

LSHTM की टीम ने कुल 3,758 नमूने एकत्र किए और संसाधित किए और परीक्षण के लिए 325 पॉजिटिव  (Positive) और 675 नेगेटिव सैंपल (Negative samples) चुने.

डॉ क्लेयर गेस्ट (Dr Claire Guest), मेडिकल डिटेक्शन डॉग्स के मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी के अनुसार "ये शानदार परिणाम इस बात का सबूत है कि कुत्ते मानव रोग की गंध का पता लगाने के लिए सबसे विश्वसनीय बायोसेंसर में से एक हैं. हमारा मजबूत अध्ययन कुत्तों के लिए COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में मदद करने की विशाल क्षमता को दर्शाता है."

उन्होंने आगे कहा कि “यह जानते हुए कि हम COVID-19 का जल्दी और गैर-आक्रामक रूप से पता लगाने के लिए कुत्ते की नाक की अद्भुत शक्ति का उपयोग कर सकते हैं, हम सुरक्षित यात्रा और सार्वजनिक स्थानों तक पहुंचने के साथ यह जीवन के अधिक सामान्य तरीके से लौटने की आशा देता है, ताकि हम फिर से परिवार और दोस्तों के साथ समय बिता सकें.

आपको जानकर हैरानी होगी कि कुत्तों को COVID-19 के पॉजिटिव टेस्ट वाले व्यक्तियों के गंध के सैंपलों के साथ-साथ नेगेटिव टेस्ट वाले लोगों के नमूनों को नियंत्रित करके कई हफ्तों में प्रशिक्षित किया गया था. कुत्तों को एक स्टैंड सिस्टम (Stand system) पर सैंपल प्रस्तुत किए गए और पाया कि कुत्तें पॉजिटिव सैंपल (Positive sample) को सही ढंग से पहचान रहे थे और नेगेटिव सैंपल (Negative sample) को अनदेखा कर रहे थे.

ट्रायल में कितने कुत्तों को लिया गया था?

छह कुत्तों को महत्वपूर्ण "डबल-ब्लाइंड" (“Double-blind") परीक्षण के लिए आगे ले जाया गया, जहां कुत्ते, तकनीशियन और डॉग ट्रेनर को नहीं पता था कि कौन से सैंपल पॉजिटिव या नेगेटिव थे. इस प्रकार से कुत्ता किसी भी सैंपल को चुन सकते थे बिना किसी क्लू (Clue) के.

शोधकर्ताओं का यह भी मानना ​है कि ये कुत्ते नकली COVID-19 नेगेटिव रिपोर्ट के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या को कम करने में भी मदद कर सकते हैं.

"रैपिड स्क्रीन और टेस्ट" रणनीति ("Rapid Screen and Test" strategy)

साथ में गणितीय मॉडलिंग (Mathematical modelling), पोर्ट-ऑफ-एंट्री (Ports-of-entry) या अन्य साइटों पर कुत्तों के उपयोग की संभावना पर प्रकाश डालता है, प्रारंभिक कार्य के साथ यह सुझाव दिया जाता है कि दो कुत्ते "रैपिड स्क्रीन एंड टेस्ट" रणनीति के हिस्से के रूप में लगभग 30 मिनट में 300 विमान यात्रियों को स्क्रीन कर सकते हैं.

केवल कुत्तों द्वारा पहचाने जाने वाले व्यक्तियों को PCR परीक्षण की आवश्यकता होगी. बायो डिटेक्शन डॉग्स (Bio Detection dogs) और एक पुष्टिकरण PCR परीक्षण के उपयोग से दोगुने से अधिक मामलों का पता लगाने और केवल रोगसूचक व्यक्तियों को अलग करने की तुलना में अधिक आगे संचरण को रोकने का अनुमान है.

प्रोफेसर लोगन के अनुसार "COVID-19 का पता लगाने वाले कुत्ते न केवल UK में, बल्कि दुनिया भर के अन्य देशों में और यहां तक ​​कि COVID-19 से परे महामारी से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.

2DG क्या है और DRDO की COVID-19 के लिए यह नई दवा कैसे काम करेगी?

 

 

Shikha Goyal is a journalist and a content writer with 9+ years of experience. She is a Science Graduate with Post Graduate degrees in Mathematics and Mass Communication & Journalism. She has previously taught in an IAS coaching institute and was also an editor in the publishing industry. At jagranjosh.com, she creates digital content on General Knowledge. She can be reached at shikha.goyal@jagrannewmedia.com
... Read More

आप जागरण जोश पर भारत, विश्व समाचार, खेल के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए समसामयिक सामान्य ज्ञान, सूची, जीके हिंदी और क्विज प्राप्त कर सकते है. आप यहां से कर्रेंट अफेयर्स ऐप डाउनलोड करें.

Trending

Latest Education News