भारत में वर्तमान में 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। भारत में यह किसी पर्व से कम नहीं है, क्योंकि इस दिन भारत में आजादी का सूर्योदय हुआ था और वर्षों पुरानी दास्तां का अंत हुआ था। इस कड़ी में चौक-चौराहों से लेकर गलियों तक तिरंगे की शान देखी जा सकती है।
घरों से लेकर सरकारी कार्यालयों की छतों पर तिरंगा फहर रहा है। यही वजह है कि इन दिनों बाजारों में तिरंगे की बिक्री भी बढ़ गई है। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के क्या नियम हैं ? यदि आप नहीं जानते हैं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
किस पदार्थ से बना होना चाहिए राष्ट्रीय ध्वज
भारतीय ध्वज संहिता, 2002 में दिसंबर, 2021 में संशोधन किया गया था। इसके तहत पोलिएस्टर और मशीन से बने तिरंगों को भी मंजूरी दी गई थी। ऐसे में अब हाथ या मशीन से बने राष्ट्रीय ध्वजों को फहराया जा सकता है।
किस अनुपात में होना चाहिए राष्ट्रीय ध्वज
ऐसा नहीं है कि आप किसी भी अनुपात में बने राष्ट्रीय ध्वज को फहरा सकते हैं। यदि आप राष्ट्रीय ध्वज को फहराना चाहते हैं, तो यह 3:2 अनुपात में होना चाहिए। साथ ही यह किसी भी स्थान से गंदा, कुचला या फटा नहीं होना चाहिए। तिरंगा हमेशा किसी ऊंचे स्थान पर फहराना चाहिए।
क्या घरों पर फहराया जा सकता है तिरंगा
अब सवाल है कि क्या घरों पर तिरंगा फहराया जा सकता है ? आपको बता दें कि भारतीय ध्वज सहिंता के पैराग्राफ 2.2 के मुताबिक, कोई भी व्यक्ति, शैक्षणिक संस्थान या कार्यालय पूरे सम्मान के साथ राष्ट्रीय ध्वज को फहरा सकता है।
क्या रात में फहराया जा सकता है तिरंगा
अब सवाल है कि क्या रात में तिरंगा फहराया जा सकता है ? तो, आपको बता दें कि भारतीय ध्वज संहिता 2002 में 20 जुलाई 2022 को बदलाव किया गया और इसके बाद खुले में लहरा रहे राष्ट्रीय ध्वज को दिन और रात के समय भी फहराया जा सकता है।
क्या फहराया जा सकता है आधा झुका तिरंगा
कुछ लोग अपने घरों पर तिरंगा झंडा फहराते समय इसकी पोजीशन का ध्यान नहीं रखते हैं। ऐसे में कई बार राष्ट्रीय ध्वज लेटे हुए या फिर झुकी हुई पोजीशन में फहरता है, जो कि ठीक नहीं है। जब तक सरकार की ओर से कोई आदेश जारी न हो, तब तक राष्ट्रीय ध्वज झुका हुआ नहीं फहराना चाहिए। साथ ही यह भी ध्यान रखना चाहिए कि राष्ट्रीय ध्वज किसी ऊंचाई पर और सीधा होना चाहिए।
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