रेशम एक प्राकृतिक फाइबर है, जिसे रेशम के कीड़े से प्राप्त किया जाता है। इसे प्राप्त करने की प्रक्रिया भी आसान नहीं है। साथ ही इसका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्त्व भी है। रेशम का इतिहास उठाकर देखें, तो यह दुनिया भर में फैशन, संस्कृति, और व्यापार का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा रहा है।
रेशम की चमक, कोमलता और मजबूती इसे अन्य कपड़ों से अलग और मूल्यवान बनाती हैं। भारत में विभिन्न पर्व व अनुष्ठानों पर रेशम के वस्त्र पहने जाते हैं। खासतौर पर रेशम की साड़ियों की अधिक मांग रहती है। इस कड़ी में क्या आप जानते हैं कि दुनिया में सबसे बड़ा रेशम उत्पादक देश कौन-सा है ? यदि आप नहीं जानते हैं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
कैसे होता है रेशम का उत्पादन
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि रेशम का उत्पादन कैसे होता है, तो आपको बता दें कि रेशम के कीड़ों के पालन को सेरीकल्चर कहा जाता है। रेशम के लिए मादा कीट 300 से 500 अंडे देती है, जो कि बाद में रेशम के कीड़ों का रूप ले लेते हैं।
मादा कीट इन अंडों को उस वातावरण तक तब तक सेती है, जब तक वे लार्वा का रूप नहीं ले लेते हैं। रेशम के कीट अपने विकास को बढ़ावा देने के लिए शहतूत की पत्तियों का सेवन करते हैं। इसके बाद कीट अपना कोकून बनाना शुरू कर देते हैं। प्रत्येक रेशम कीट एक बार में करीब 100 मीटर तक ही एक धागा बनाते हैं। इसमें उन्हें कुछ दिनों का समय लगता है। यही वजह है कि रेशम का उत्पादन आसान नहीं है।
सबसे अधिक रेशम उत्पादन करने वाला देश
दुनिया में सबसे अधिक रेशम उत्पादन करने वाले देश की बात करें, तो यह भारत का पड़ोसी देश चीन है।
कितना होता है रेशम का उत्पादन
चीन में कुल रेशम उत्पादन की बात करें, तो यहां पूरी दुनिया का करीब 75 फीसदी या 1.2 लाख मीट्रिक टन कच्चे रेशम का उत्पादन होता है। वहीं, विश्व निर्यात में इसकी कुल 90 फीसदी तक हिस्सेदारी है।
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