भारत का यह जिला एक दिन के लिए बना था देश की राजधानी, जानें

यदि आपसे पूछा जाए कि भारत की राजधानी क्या है, तो आपका जवाब नई दिल्ली होगा, जिसे अंग्रेजों द्वारा बसाया गया था। क्या आपको पता है कि भारतीय इतिहास में एक बार एक जिले को देश की राजधानी बनाया गया था। हालांकि, यह घटना सिर्फ एक दिन के लिए रही थी, जिसके बाद यह हमेशा-हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई थी। इस लेख के माध्यम से हम भारत के ऐसे ही एक जिले के बारे में जानेंगे। 

Aug 21, 2024, 22:34 IST
एक दिन की राजधानी
एक दिन की राजधानी

यदि आपसे कोई व्यक्ति पूछे कि भारत की राजधानी क्या है, तो आप निश्चित रूप से ही इसका जवाब नई दिल्ली देंगे, जिसे अंग्रेजों द्वारा बसाया गया था। भारतीय इतिहास में देश की राजधानी कई बार बदली और अलग-अलग शहरों को देश की राजधानी बनने का गौरव मिला।

हालांकि, क्या आपको इस बारे में जानकारी है कि देश के इतिहास में एक बार ऐसा भी हुआ था, जब किसी जिले को सिर्फ एक दिन के लिए राजधानी बनने का गौरव मिला था। वह जिला सिर्फ एक दिन के लिए ही राजधानी बना, लेकिन इसके बाद से यह घटना हमेशा-हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों के साथ दर्ज हो गई थी। 

 

समय-समय पर बदलती रही देश की राजधानी

भारतीय इतिहास में कई शहरों को भारत की राजधानी बनने का गौरव प्राप्त है। इतिहास के पन्नों को देखें, तो पाटलीपुत्र, कोलकाता, शिमला व धर्मशाला को भारत की राजधानी बनने का गौरव प्राप्त है। अधिकांश लोग इन सभी राजधानियों से परिचित होंगे। 

 

कौन-सा जिला बना था एक दिन की राजधानी

भारतीय इतिहास में एक जिला एक दिन के लिए देश की राजधानी बना था। यह जिला वर्तमान में उत्तरप्रदेश राज्य का प्रयागराज है, जिसे पूर्व में इलाहबाद नाम से जाना जाता था। इस जिले को पूर्व में अल्लाद नाम से भी जाना जाता था।

कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्राचीन काल में इस जिले को प्रयागराज नाम से ही जाना जाता था। ऐसे में फिर से इस जिले का नाम बदला गया था। यह जिला गंगा और यमुना के संगम के लिए भी जाना जाता है। पूर्व में यहां सरस्वती नदी का संगम भी बताया जाता है। यही वजह  है कि इस नगरी को हम संगम नगरी के रूप में भी जानते हैंं। 

 

कब बना था एक दिन के लिए देश की राजधानी

उत्तरप्रदेश का यह जिला साल 1858 में एक दिन के लिए देश की राजधानी बना था। उस समय यह उत्तर-पश्चिम प्रांत की राजधानी हुआ करता था।

आपको बता दें कि उत्तर-पश्चिम प्रांत बाद में संयुक्त प्रांत बना था, जिसे अंग्रेजी में हम United Provinces के नाम से जानते हैं और आगे चलकर यह 1950 में Uttar Pradesh हो गया था। 

उत्तर प्रदेश भारत का एकमात्र राज्य है, जिसमें सबसे अधिक यानि 75 जिले हैं। इसका सबसे बड़ा जिला लखीमपुर खीरी है। वहीं, आबादी के हिसाब से भी यह राज्य टॉप पर आता है।

 

क्यों बना था एक दिन के लिए राजधानी

दरअसल, जब ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा ब्रिटिश राजशाही को राष्ट्र का प्रशासन सौंपा गया, तो इसे एक दिन के लिए देश की राजधानी के रूप में घोषित किया गया था।

इस दौरान इलाहबाद में अंग्रेजों द्वारा इलाहबाद विश्वविद्यालय की स्थापना और इलाहबाद हाईकोर्ट का निर्माण किय गया था। साथ ही सेना यमुना नदी के किनारे बने अकबर के किले में रहा करती थी।

कोलकाता को अपनी राजधानी बनाने के बाद साल 1912 में 12 दिसंबर को नई दिल्ली को जॉर्ज पंचम की मौजूदगी में देश की राजधानी के रूप में घोषित किया गया था। इसके बाद से देश की राजधानी के रूप में नई दिल्ली का नाम जुड़ गया।

 

हम उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। क्या आपको भारत के राज्यों के बारे में पता है कि किस राज्य का गठन कब हुआ था। जानने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें। 

Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

A seasoned journalist with over 7 years of extensive experience across both print and digital media, skilled in crafting engaging and informative multimedia content for diverse audiences. His expertise lies in transforming complex ideas into clear, compelling narratives that resonate with readers across various platforms. At Jagran Josh, Kishan works as a Senior Content Writer (Multimedia Producer) in the GK section. He can be reached at Kishan.kumar@jagrannewmedia.com
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