आजादी से पहले भारत 565 रियासतों में बंटा हुआ था। ये देशी रियासतें स्वतंत्र शासन व्यवस्था में विश्वास करती थीं, जो एक सशक्त भारत के निर्माण में सबसे बड़ी बाधा भी थी।
उस समय भारत में तीन प्रकार के राज्य थे (1) 'ब्रिटिश भारत के क्षेत्र', (2) 'रियासतें' और फ्रांस तथा पुर्तगाल के औपनिवेशिक क्षेत्र।
भारतीय स्वतंत्रता के बाद हैदराबाद, जूनागढ़, भोपाल और कश्मीर को छोड़कर 562 रियासतों ने भारतीय परिसंघ में शामिल होने के लिए सहमति जताई थी।
भारत की आजादी के बाद से भारतीय राज्यों की सीमाएं साल दर साल बदलती रहती हैं। विभाजन से पहले 565 रियासतों और 17 प्रांतों से, 1956 में राज्यों के पुनर्गठन के बाद 14 राज्यों और 6 केंद्र शासित प्रदेशों से 2014 में 29 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों तक, अब जम्मू और कश्मीर के विभाजन के बाद 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हो गए हैं।
-जम्मू और कश्मीर (1948): इस राज्य के राजा ने भारत में "विलय पत्र" पर हस्ताक्षर किए और भारतीय संघ का हिस्सा बन गए। 1956 में जम्मू-कश्मीर ने भारतीय संघ में विलय की प्रक्रिया पूरी की।
अब यह राज्य विभाजित हो गया है और अगस्त 2019 से लद्दाख और जम्मू-कश्मीर अलग-अलग केंद्र -शासित प्रदेश हो गए हैं।
-उत्तर प्रदेश (1950): यह राज्य शक्तिशाली साम्राज्य की भूमि के रूप में लोकप्रिय है। 1950 में उत्तर प्रदेश बनने से पहले इसे संयुक्त प्रांत के नाम से जाना जाता था, जो अवध और आगरा क्षेत्रों को जोड़कर एक किया गया था।
-बिहार (1950): इस राज्य का गठन अंग्रेजों द्वारा 22 मार्च 1912 को किया गया था, लेकिन इसे पूर्ण राज्य का दर्जा 26 जनवरी 1950 को मिला। 2000 में इसे और विभाजित किया गया और झारखंड नाम से एक नया राज्य बनाया गया।
-असम (1950): असम 1826 में ब्रिटिश संरक्षित राज्य बन गया था। 1874 में असम को बंगाल से अलग कर दिया गया।
1912 में ब्रिटिश शासन के तहत इसे असम प्रांत के रूप में पुनर्गठित किया गया। ग्रेटर असम में मेघालय, नागालैंड और मिजोरम शामिल थे। 26 जनवरी 1950 को इसे पूर्ण राज्य का दर्जा मिला।
-ओडिसा (1950) : 1 अप्रैल 1936 को अंग्रेजों द्वारा ओडिसा को एक अलग प्रांत बनाया गया और 1950 में यह एक राज्य बन गया। 2011 में इसका नाम बदलकर ओडिसा कर दिया गया।
-तमिलनाडू (1950): पूर्ववर्ती मद्रास प्रेसीडेंसी को 1950 में एक राज्य के रूप में पुनर्गठित किया गया और 1969 में इसका नाम बदलकर तमिलनाडू कर दिया गया।
-आंध्र प्रदेश (1956): इसे 1 नवंबर 1956 को राज्य का दर्जा दिया गया। अलग राज्य बनने से पहले यह मद्रास राज्य का हिस्सा था।
2 जून 2014 को आंध्र प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी हिस्से को अलग कर तेलंगाना बनाया गया।
-मध्य प्रदेश (1956)-यह 1956 में अस्तित्व में आया। यह राज्य पन्ना जिले में हीरे के खनन के लिए प्रसिद्ध है।
2000 में इसे और विभाजित कर दिया गया और छत्तीसगढ़ एक नया राज्य बन गया।
-केरल (1956): त्रावणकोर, कोचीन और मालाबार के पूर्व राज्यों को 1956 में केरल राज्य बनाने के लिए एक साथ मिला दिया गया। 1 नवंबर 1956 को इसे पूर्ण राज्य का दर्जा मिला।
-कर्नाटक (1956): इसका गठन 1 नवंबर 1956 को मैसूर राज्य के रूप में हुआ था। 1956 में सभी कन्नड़ भाषी क्षेत्रों को एक साथ लाकर मैसूर राज्य का निर्माण किया गया।
1973 में राज्य का नाम बदलकर कर्नाटक कर दिया गया।
-महाराष्ट्र (1960) : महाराष्ट्र और गुजरात बॉम्बे प्रांत राज्य का हिस्सा था। 1 मई 1960 को महाराष्ट्र और गुजरात राज्य का स्वतंत्र राज्य के रूप में गठन हुआ।
-गुजरात (1960): यह राज्य एशियाई शेरों के लिए प्रसिद्ध है। यह ब्रिटिश भारत में बॉम्बे प्रेसीडेंसी का हिस्सा था, लेकिन 1 मई 1960 को गुजरात को अलग कर एक स्वतंत्र राज्य के रूप में गठित किया गया।
-नागालैंड (1963): इस राज्य का गठन 1 दिसंबर 1963 को हुआ था। यह असम से अलग हो गया है।
-पंजाब (1966): यह राज्य आठ अन्य समान राज्यों के साथ पटियाला रियासत के विलय के बाद बनाया गया था। 1966 में इस विलय से हरियाणा एक स्वतंत्र राज्य के रूप में अलग हो गया। चंडीगढ़ पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी है।
-हिमाचल प्रदेश (1971): हिमाचल प्रदेश का निर्माण 1950 में 30 रियासतों के विलय के साथ हुआ था और 1956 में इसे केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया था। 25 जनवरी 1971 को हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला।
-मणिपुर (1972): मणिपुर 1947 में भारत के साथ स्वतंत्र हुआ। 1956 में यह केंद्र शासित प्रदेश बन गया और 21 जनवरी 1972 को इसे पूर्ण राज्य का दर्जा मिला।
प्रसिद्ध मुक्केबाज मैरी कॉम इसी राज्य की रहने वाली हैं।
-मेघालय (1972): मेघालय का गठन 1970 में असम के भीतर एक स्वायत्त राज्य के रूप में किया गया था। 21 जनवरी 1972 को यह एक अलग राज्य बन गया।
-त्रिपुरा (1972): तीन तरफ से बांग्लादेश से घिरा त्रिपुरा 1972 तक एक केंद्र शासित प्रदेश बना रहा, बाद में यह एक स्वतंत्र राज्य बन गया।
-सिक्किम (1975): सिक्किम राज्य भारत का दूसरा सबसे छोटा राज्य है। यह लोकप्रिय रूप से भारत के जैविक राज्य के रूप में जाना जाता है। 16 मई 1975 को सिक्किम का भारतीय संघ में विलय हो गया।
-गोवा (1987): भारत की आजादी के बाद भी यह राज्य पुर्तगाली उपनिवेश के रूप में शासन के अधीन था, लेकिन 1961 में भारतीय सेना द्वारा मुक्त कर दमन और दीव के साथ इसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया। गोवा राज्य का गठन 30 मई 1987 को हुआ था।
-अरुणाचल प्रदेश (1987) : 1972 में यह एक केंद्र शासित प्रदेश बन गया और 1987 में ईटानगर के साथ भारत का एक स्वतंत्र राज्य बन गया।
-मिजोरम (1987): इसे 20 फरवरी 1987 को राज्य का दर्जा मिला। प्रारंभ में यह असम का एक जिला था। 1972 में इसे केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया, लेकिन मिजो नेशनल फ्रंट ने इसका विरोध किया और बाद में इसे पूर्ण राज्य का दर्जा मिल गया।
-छत्तीसगढ़ (2000) : यह राज्य 1 नवंबर 2000 को मध्य प्रदेश के एक हिस्से से अलग हो गया था।
-झारखंड (2000): यह आदिवासी बहुल राज्य बिहार से अलग हो गया और 15 नवंबर 2000 को इसे पूर्ण राज्य का दर्जा मिला।
-उत्तराखंड (2000): इस राज्य का गठन उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों को लेकर उत्तरांचल के नाम से किया गया था, लेकिन 2007 में राज्य का नाम बदलकर उत्तराखंड कर दिया गया।
-तेलंगाना (2014): यह भारत का 29वां राज्य था। इसे आंध्र प्रदेश के कुछ जिलों को लेकर बनाया गया है। 2 जून 2014 को इसे पूर्ण रूप से अलग कर दिया गया।
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