भारत में वर्तमान में 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश मौजूद हैं। आज पूरे भारत का प्रशासन सरकार के हाथ में है। इसमें केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर काम करती हैं। हालांकि, देश आजाद होने से पहले यहां 500 से अधिक रियासतें मौजूद थीं, जिनका शासन सीधा राजा-महाराजाओं के हाथ में हुआ करता था।
भारत के राजा-महाराजा अपनी शाही अंदाज के लिए पूरे विश्व में जाने जाते थे। यही वजह रही कि अंग्रेजों ने भारतीय शाही परिवारों के खजानों को भी अपना निशाना बनाया। समय के साथ भारत सरकार की ओर से इन रियासतों का विलय कर दिया गया और रियासतों पर एकाधिकार खत्म हो गया।
हालांकि, गौरव की बात यह भी है कि आज भी इनमें से कुछ शाही परिवार हमारे बीच मौजूद हैं, जिनकी पीढ़ियां आज भी शाही महलों में रहती हुई मिल जाएंगी। इस कड़ी में हम इस लेख के माध्यम से भारते के ऐसे ही पांच शाही परिवारों के बारे में जानेंगे।
मेवाड़ परिवार
उदयपुर के मेवाड़ परिवार को शूरवीर महाराणा प्रताप के वंशज होने का गौरव प्राप्त है। आज भी यह परिवार उदयपुर के महल में रहता है और इस परिवार के मुखिया अरविंद सिंह मेवाड़ हैं। वह एचआरएच ग्रुप ऑफ हॉटल्स के मालिक हैं, जिसमें 10 होटल्स शामिल हैं। अरविद सिंह मेवाड़ के बेटे लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ हैं। आज भी लोग इनके उदयपुर सिटी पैलेस को देखने के लिए पहुंचते हैं, जो कि वास्तुकला और संग्राहलय के रूप में एक अद्भुत जगह है। यहां आज भी महाराणा प्रताप से जुड़ी चीजों को देखा जा सकता है।
वाडियार साम्राज्य
वाडियार साम्राज्य यदुवंशी होते हुए भगावन श्रीकृष्ण के वंश होने का दावा भी करता है। वर्तमान में इसके मुखिया यदुवीर कृष्णदत्त वाडियार द्वारा किया जा रहा है। वह मैसूर के प्रसिद्ध रेशम ब्रांड ‘द सिल्क ऑफ मैसूर’ कंपनी के मालिक हैं, जो कि उनके चाचा सिकंदरदत्त द्वारा शुरू की गई थी।
बड़ौदा के गायकवाड़
बड़ोदा के गायकवाड़ भारत के शाही परिवारों में शामिल हैं। यह परिवार अपने 187 कमरे वाले लक्ष्मी विलास पैलेस के लिए भी जाना जाता है, जो कि दुनिया के सबसे बड़े आवासीय परिसरों में शामिल है। इस परिवार के पास वर्तमान में 2000 एकड़ की प्राइम रियल एस्टेट है। साथ ही 600 एकड़ भूमि भी है, जिसकी कीमत 20 हजार करोड़ रुपये है।
जौधपुर का शाही परिवार
जौधपुर के शाही परिवार के पास दुनिया का सबसे बड़े आवासीय परिसरों में शामिल उम्मेद भवन है। साथ ही मेहरानगढ़ का किला भी इसी परिवार का है। आपको बता दें कि मेहरानगढ़ का किला भारत के सबसे बड़े किलों में शामिल है। वर्तमान में इस परिवार के मुखिया गज सिंह द्वितीय हैं।
जयपुर का शाही परिवार
जयपुर में कछवाहा परिवार है, जो कि राजपूत वंश के शाही परिवार है। इस परिवार द्वारा भगवान श्रीराम के पुत्र कुश के वंश होने का दावा किया जाता है। साल 2011 में राष्ट्रीय पोलो खिलाड़ी सवाई पद्मानाभ सिंह जयपुर के शाही परिवार के मुखिया बने थे।
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