भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट अंतिम क्षणों में अधिक वजन की वजह से बाहर हो गई। इससे न सिर्फ फोगाट का सपना टूटा, बल्कि पूरा देश निराश हो गया। क्योंकि, फोगाट के बाहर होने से भारत की झोली से एक पदक कम हो गया। पहले जहां, भारत को गोल्ड मेडल की उम्मीद थी, वहीं अब सिल्वर मेडल भी हाथ से चला गया है। ऐसे में यहां जानना जरूरी है कि आखिर कुश्ती के खेल में वजन को लेकर क्या नियम होते हैं।
कितने वजन से बाहर हुईं फोगाट
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वर्ग में हिस्सा लिया था। हालांकि, मैच से पहले उनका वजन 100 ग्राम अधिक निकला। इस वजह से उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया।
मंगलवार तक दो किलोग्राम अधिक था वजन
मंगलवार तक विनेश फोगाट का वजन दो किलोग्राम अधिक था। इसके लिए उन्होंने रातभर साइकलिंग करने के साथ स्कीपिंग और जॉगिंग भी की। हालांकि, इससे उनका सिर्फ एक किलो 900 ग्राम वजन कम हुआ। ऐसे में उन्हें 100 ग्राम वजन की वजह से बाहर होना पड़ा।
कुश्ती में वजन को लेकर क्या हैं नियम
कुश्ती में नियम है कि जिस दिन खिलाड़ी को कुश्ती लड़नी होती है, उस दिन उस खिलाड़ी का वजन लिया जाता है। इसके लिए खिलाड़ी को 30 मिनट का समय दिया जाता है। इस अवधि में वह खिलाड़ी कई बार अपना वजन माप सकता है।
वहीं, हर वजन वर्ग के मुकाबले दो दिनों तक होते हैं। ऐसे में यदि कोई खिलाड़ी फाइनल या रेपचेज में पहुंचता है, तो उसे दोनों दिन वजन कराना होता है। आपको बता दें कि दूसरे दिन वजन कराने के लिए 15 मिनट का समय दिया जाता है।
इस तरह हो जाते हैं बाहर
यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग(UWW) के मुताबिक, कुश्ती लड़ने से पहले यदि किसी खिलाड़ी का वजन निर्धारित वजन से अधिक पाया जाता है, तो उसे खेल से बाहर कर दिया जाता है। ऐसे में विनेश फोगाट को इससे अधिक नुकसान हुआ है।
क्योंकि, अब उन्हें अंक तालिका में बिना किसी मेडल के सबसे नीचे स्थान दिया जा सकता है। आपको बता दें कि विनेश फोगाट ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला कुश्ती खिलाड़ी हैं।
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