भारत में नदियों का महत्त्व अधिक है। भारतीय संस्कृति, इतिहास और पंरपराओं से नदियों का गहरा संबंध है। इसके महत्त्व की बात करें, तो यह धार्मिक, आर्थिक, पर्यावरणीय और सामाजिक रूप से है। एक तरफ यहां जहां पीने के पानी के लिए उपयोगी हैं, तो दूसरी तरफ यह सिंचाई के लिए महत्त्वपूर्ण है।
साथ ही जलविद्युत परियोजनाओं के लिए भी नदियों का महत्त्व है। भारत के उत्तर से लेकर दक्षिण तक विभिन्न नदियों का उद्गम होता है। आपने भी भारत की विभिन्न नदियों के बारे में सुना या पढ़ा होगा। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत की ऐसी नदी कौन-सी है, जिसे उत्तर और दक्षिण भारत की विभाजक नदी के रूप में जाना जाता है। यदि आप नहीं जानते हैं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
मध्य भारत की प्रमुख नदियां कौन-सी हैं
मध्य भारत की प्रमुख नदियों की बात करें, तो मध्य भारत में विभिन्न नदियों की प्रवाह होता है। इसमें नदियों की बात करें, तो इसमें नर्मदा, ताप्ती, चंबल, बेतवा, सिंध और सोन नदी है।
कौन-सी नदी बनाती है उत्तर और दक्षिण भारत की सीमा
अब सवाल है कि उत्तर और दक्षिण भारत की सीमा कौन-सी नदी बनाती है, तो आपको बता दें कि यह नदी नर्मदा नदी है। यह नदी उत्तर और दक्षिण भारत के बीच से बहती है।
कहां से निकलती है नर्मदा नदी
नर्मदा नदी की बात करें, तो यह नदी मध्य प्रदेश में अमरकंट के पठार से निकलती है। यह नदी मध्य प्रदेश की सबसे लंबी नदी है। इस नदी की कुल लंबाई की बात करें, तो यह नदी 1312 किलोमीटर है। कुछ स्रोतों में इसे उत्तर और दक्षिण भारत का पारंपरिक विभाजक माना जाता है।
कितने राज्यों में बहती है नर्मदा नदी
नर्मदा नदी कुल तीन राज्यों में बहती है। यह नदी मध्य प्रदेश से निकलने के बाद महाराष्ट्र पहुंचती है और यहां से निकलने के बाद यह नदी गुजरात में प्रवेश करती है। गुजरात से बहते हुए यह नदी अरब सागर में जाकर मिल जाती है। आपको बता दें कि यह भारत की प्रमुख पश्चिमी नदी भी है, जो कि सिंचाई के साथ-साथ धार्मिक रूप से भी महत्त्वपूर्ण है।
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