International Women's Day 2024: 8 मार्च को को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. इस दिवस की शुरुआत आज से लगभग 115 साल पहले अमेरिका से हुई थी जब 1908 में अमेरिका में महिलाओं ने अपने हक के लिए एक बड़ा आन्दोलन किया था.
महिलाओं के इस आंदोलन वाले दिन को संयुक्त राष्ट्र ने सालों बाद एक वार्षिक आयोजन के रूप में मान्यता दी थी. साल 1908 में अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में 15 हजार से अधिक महिलाओं ने अपने काम के घंटो को कम करने के लिए आंदोलन किया था.
दुनिया में इस खास दिवस को मनाने में कुछ खास रंगों का अपना अलग ही महत्व है. इन रंगों में बैगनी, हरा और सफ़ेद रंग शामिल है. इन रंगों का प्रयोग इस दिवस के आयोजन को और खास बना देता है. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर इन तीन रंगों को ही इस दिवस के लिए क्यों चुना गया चलिये जानते है.
यह भी पढ़ें: ये हैं भारत की 'पहली महिलाएं', जिन्होंने रक्षा क्षेत्र में बढ़ाया देश का मान
महिला दिवस पर रंगों का महत्व:
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के आयोजन में रंगों का महत्व अब के समय में काफी बढ़ गया है. ये तीनों रंग इस दिवस के आयोजन के प्रतीक बन गए है. इस दिवस पर लोग महिलाओं को खासकर इन रंगों के फुल देकर उनका सम्मान करते है.
कैसे चुने गए ये तीनों रंग:
एक रिपोर्ट के मुताबिक इन तीनों रंगों (बैंगनी, हरा और सफ़ेद) को साल 1908 में ब्रिटेन की डब्ल्यूएसपीयू यानी वीमेंस सोशल एंड पॉलिटिकल यूनियन (Women’s Social Political Union) द्वारा तय किया गया था. जो इस दिवस के आयोजन में महत्वपूर्ण स्थान रखते है.
साथ ही इन रंगों को अपना अलग ही महत्व है. ये सभी रंग किसी न किसी संदेश के प्रतीक है. जिनके बारें में आप नीचे पढ़ सकते है.
- बैंगनी रंग - न्याय और गरिमा का प्रतीक
- हरा रंग- आशा और उम्मीद का प्रतीक
- सफ़ेद रंग- शुद्धता और शांति का प्रतीक
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस थीम 2024:
साल 2024 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का अभियान "इंस्पायर इंक्लूजन" (Inspire Inclusion) पर आधारित है और इस साल का थीम "महिलाओं में निवेश: प्रगति में तेजी लाना" (Invest in women: Accelerate progress) है. जो एक समावेशी समाज बनाने और महिला सशक्तिकरण में निवेश के महत्व पर जोर देता है.
भारत में ऐसे मनाया जाता है महिला दिवस:
दुनिया के अन्य देशों की तरह भारत में भी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन काफी जोरदार तरीके से किया जाता है. वैसे तो भारत में महिलाओं का सम्मान युगों-युगों से होता आ रहा है.
भारत में नारी के सम्मान में कहा गया है कि 'यत्र नार्यस्तु पूज्यंते, रमन्ते तत्र देवता' यानी जहां नारी की पूजा की जाती है वहां भगवान का वास होता है. भारत में महिलाएं हर क्षेत्र में नए मुकाम हासिल कर रही है.
आज के दौर में भारतीय नारी देश को सशक्त बनाने में अपना अहम योगदान दे रही है. साथ ही विश्व पटल पर भारत का नाम रौशन कर रही है. भारतीय नारी राजनीति, विज्ञान, रक्षा, स्पेस जैसे कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अपना नाम किया है.
यह भी पढ़ें:
क्रिकेट के मैदान से हटकर शुबमन गिल को मिली यह बड़ी जिम्मेदारी
Comments
All Comments (0)
Join the conversation