भारत अपनी विविधता के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। देश की विविधता विभिन्न पहलुओं में देखी जा सकती है, जिनमें धर्म, भाषा, संस्कृति, खान-पान, परंपराएं, भौगोलिक स्थिति और जीवनशैली शामिल है।
इसके अतिरिक्त यहां की सांस्कृतिक विरासत, अनूठी परंपराएं और समृद्ध इतिहास देश-दुनिया के लोगों को आकर्षित करती है। वर्तमान में भारत में 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं। इन सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अलग-अलग जिले मौजूद हैं। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि भारत का वह कौन-सा जिला है, जिसके नाम में कोई मात्रा नहीं आती है ? यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
भारत में कुल जिले
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि भारत में कुल कितने जिले हैं, तो आपको बता दें कि भारत में करीब 795 जिले हैं। इन जिलों में से 752 जिले 28 राज्यों में मौजूद हैं, जबकि शेष जिले केंद्र शासित प्रदेशों में हैं।
किस जिले के नाम में नहीं है कोई मात्रा
अब सवाल है कि भारत का वह कौन-सा जिला है, जिसके नाम में कोई मात्रा नहीं है, तो यह जिला राजस्थान का अलवर जिला है, जो कि बिना किसी हिंदी की मात्रा के सामान्य रूप से लिखा जाता है।
क्यों खास है अलवर जिला
अलवर जिला अरावली पहाड़ियों के बीच में बसा हुआ है। इसके साथ ही यह जिला राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का हिस्सा भी है। राजस्थान की राजधानी जयपुर से करीब 170 किलोमीटर की दूरी पर बसे इस जिले में कुल 9 उपखंड और 12 तहसील मौजूद हैं। इसके अतिरिक्त जिले में भरतपुर और सरिस्का पक्षी अभयारण्य मौजूद है।
अपने ऐतिहासिक किले के लिए भी जाना जाता है यह जिला
अलवर जिला अपने यहां के ऐतिहासिक किले के लिए भी जाना जाता है। इस किले को हम बाला किले के रूप में भी जानते हैं, जिसका निर्माण परमार राजपूतों द्वारा किया गया था। हालांकि, बाद में इस किले पर निकुंभ राजपूतों ने कब्जा कर लिया था। समय के साथ यहां के शासक बदले और जाट शासक सूरजमल का यहां अधिकार रहा। वहीं, अलवर के राजा महाराव राजा प्रताप सिंह का भी यहां शासन रहा।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation