पोलियो का नया टीका
भारत जैसे देशों के लिए विशेष लाभदायक:
पोलियो के नए टीके का विकास किया गया है जिससे वैज्ञानिकों का कहना है कि पोलियो जैसी घातक बीमारी का अब खात्मा संभव लग रहा है। यह बीमारी बचपन में होती है और 20वीं शताब्दी में इसे घातक बीमारी माना जाता था।
हाल में नए टीके का प्रयोग दो उन देशों में किया गया जहां यह बीमारी अभी भी एक समस्या है। नाइजीरिया और भारत में इस नए टीके के प्रयोग से 90 फीसदी मामलों में कमी आई है।
भारत में जारी है पोलियो कार्यक्रम
वर्ष 1988 में 125 देशों में यह बीमारी व्याप्त थी, वहीं वर्ष 2005 में पोलियो से प्रभावित देशों की संख्या घटकर मात्र चार रह गई है जिसमें भारत भी शामिल है।
कैसे बना नया टीका
पोलियो का कारण तीन प्रकार के वायरस होते हैं जिन्हें टाइप1, टाइप2 और टाइप3 के नाम से जाना जाता है। पुराना टीका सिर्फ एक वायरस को ही निशाना बनाता है। दूसरी ओर नया टीका दो वायरस को निशाना बनाता है जिनकी वजह से चार प्रभावित देशों में पोलियो होता है।
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