1. Home
  2. Hindi
  3. Difference: Anxiety और Depression में क्या होता है अंतर, जानें

Difference: Anxiety और Depression में क्या होता है अंतर, जानें

Difference: आज की दौड़ भरी जीवनशैली में लोग कमाने के साथ तन के साथ मन का भी ध्यान नहीं रख पा रहे हैं। इसका असर मन पर पड़ रहा है और लोग एंग्जाइटी और डिप्रेशन जैसी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। हालांकि, क्या आपको इन दोनों के बीच अंतर पता है। यदि नहीं, तो हम इस लेख के माध्यम से जानेंगे। 

चिंता और अवसाद में अंतर
चिंता और अवसाद में अंतर

Difference: इंसान अपनी जरूरतें पूरी करने के साथ सभी सुविधाओं को पाने की दौड़ में दिन-रात मेहनत करता है। इसके लिए कई बार नींद से भी समझौता करना पड़ता है। वहीं, इंसान के दिमाग में पारिवारिक से लेकर कई सामाजिक चिंताएं भी होती हैं। कई बार यह चिंताएं इतनी हावी हो जाती हैं कि ये बीमारी का भी रूप ले लेती हैं, जो कि डिप्रेशन और एंग्जाइटी के रूप में हमारे सामने आती हैं। लेकिन, क्या आपको इन दोनों के बीच अंतर पता है। यदि नहीं, तो हम इस लेख के माध्यम से जानेंगे कि दोनों के बीच क्या अंतर होता है। जानने के लिए यह लेख पढ़ें। 

 

सबसे पहले हम समझते हैं कि एंग्जाइटी और डिप्रेशन एक प्रकार का मूड डिसऑर्डर है। इन दोनों से ही इंसान की जीवन गुणवत्ता पर असर पड़ता है। कई बार एक ही समय पर दोनों चीजें भी हो सकती हैं।

 

क्या होती है एंग्जाइटी

मेडिकल विशेषज्ञों के मुताबिक, एंग्जाइटी एक मानिसक रोग होता है, जिसमें मरीज को घबराहट, चिंता, बैचेनी, नकारात्मक विचार और डर महसूस होता है। कई बार मरीज को पसीने आने के साथ हाथ भी कांपने लगते हैं। यदि समय पर इसका इलाज न कराया जाए, तो यह बड़ा रूप ले लेती है। ऐसे में समय पर इसका इलाज जरूरी है। 

 

क्या होते हैं एंग्जाइटी के लक्षण

विशेषज्ञों के मुताबिक, इंसान के जीवन में कई चिंताएं होती हैं, हालांकि कई चिंताएं बीमारी का रूप भी ले लेती हैं। ऐसे में एंग्जाइटी के कई प्रकार के लक्षण होते हैं, जैसे दिल की धड़कन का बढ़ जाना या सांस फूलना, छाती में खिंचाव महसूस होना, मांसपेशियों में तनाव बढ़ना, किसी अनावश्यक वजह को लेकर आग्रह करना या किसी व्यक्ति से अधिक लगाव होना। वहीं, विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि किसी भी करीबी की मृत्यु का गम और ऑफिस या घर का तनाव अधिक लेना भी एंग्जाइटी का लक्षण हो सकता है। 

 

क्या होता है डिप्रेशन

मेडिकल विशेषज्ञों के मुताबिक, डिप्रेशन भी एक प्रकार का मनोरोग होता है, जिसमें व्यक्ति को नकारात्मक विचार आते हैं। इस मनोरोग में व्यक्ति के मन में चिंता, तनाव और उदासी रहती है। यदि यह लंबे समय तक रहते हैं, तो व्यक्ति की सोचने-समझने की क्षमता प्रभावित होती है। इस समस्या के कारण मरीज के साथ-साथ मरीज के परिवार की जीवनशैली भी प्रभावित होती है। वहीं, कई बार डिप्रेशन अधिक होने की वजह से लोग आत्महत्या जैसे कदम को उठाते हैं। 

 

क्या होते हैं लक्षण

विशेषज्ञों के मुताबिक, डिप्रेशन में लक्षणों के हिसाब से रोगी को हल्के, मध्यम और गंभीर श्रेणी में बांटा जाता है। इसके प्रमुख लक्षण इस प्रकार हैं, बार-बार बैचेनी होना, आत्म-मूल्य की कमी होना, खुद को किसी काम को लेकर अपराधी मानना, एकाग्र रहने और फैसले लेने में कठिनाई होना, प्रतिदिन की गतिविधियों में नीरसता आना और बार-बार आत्महत्या का विचार आना। 

 

पढ़ेंः Difference: Advocate और Lawyer में क्या होता है अंतर, जानें