SSC इस साल के अंत में SSC जेई, वैज्ञानिक सहायक आदि सहित कई परीक्षाएं आयोजित करने जा रहा है। इसलिए, जैसे-जैसे परीक्षा का समय निकट आता जायेगा वैसे-वैसे तैयारी अधिक व्यस्त और अनिश्चित होती जाएगी। पिछले कुछ सालों से कई उम्मीदवार इस परीक्षा में अपनी उपस्थित दर्ज करा रहे हैं। इस परीक्षा में उम्मीदवार कई प्रकार की अध्ययन सामग्री, कई कोचिंग केंद्र और कई ऑनलाइन तैयारी गाइड में से सभी का प्रयास करते है। हालांकि, इस तरह के उम्मीदवार आज तक चयनित नहीं हो पाए है। उनका चयन क्यों नहीं हो पाता?
इस अनुच्छेद में, हम तैयारी में ऐसी विसंगतियों का पता लगायेंगे, जो बार-बार विद्यार्थीयों द्वारा तैयारी की अवधि में प्रयोग में आती है। आइए इन मुद्दों पर एक सरसरी निगाह से देखें-
SSC उम्मीदवारों द्वारा की गए शीर्ष 8 गलतियां
अब, आप में से अधिकांश सोच रहे होंगे कि ऐसी सुस्पष्ट परीक्षा में, ऐसी कौन-सी गलतियां है जिन्हें छात्र बार-बार दोहराते हैं| आइये, इन पर कुछ मिनटों में एक नजर डालें-
परीक्षा पैटर्न और पाठ्यक्रम
अधिकांश छात्र SSC के परीक्षा पैटर्न और पाठ्यक्रम से परिचित हुए बिना ही सीधे विभिन्न अध्ययन सामग्री और कोचिंग केंद्रों को उपयोग में ले आते है। इस प्रकार की तैयारी में, अधिकांश उम्मीदवार अनावश्यक विषयों को तैयार करना शुरू कर देते क्योंकि कई मानक किताबों में सभी मानक विषयों के बारे में अध्ययन जानकारी उपलब्ध होती हैं, जोकि कभी-कभी पाठ्यक्रम से बाहर होती हैं। तो, सबसे पहले पिछले साल के कागजातो, परीक्षा के पाठ्यक्रम और कट-ऑफ को समझने की तैयारी शुरू कर दी जानी चाहिए। पिछले साल के प्रश्न पत्रों का अभ्यास करें और विषयों की एक सारणी बनाकर क्रमशः उनसे उठाये गए सवालों को इस सारणी में प्रविष्ट करें|
एकाधिक परीक्षाओं की तैयारी
कई उम्मीदवारों को उनके मन में एक छवि है कि SSC, बैंकिंग और बीमा क्षेत्र की तैयारी हर तरह से समान है। हालांकि, इन सभी परीक्षाओं के लिए अध्ययन करने की सामग्री लगभग समान होती है| परन्तु, कृपया समझें कि उम्मीदवारों का आकलन करने के लिए प्रत्येक परीक्षा में अलग-अलग तरीको को अपनाया जाता है। कुछ परीक्षाएं अधिक विश्लेषणात्मक होती हैं और कुछ अवधारणा उन्मुख होती हैं, जबकि कुछ अधिक अभ्यास उन्मुख होती हैं। इन परीक्षाओं में से अधिकतर टीयर फैशन में आयोजित की जाती हैं, जबकि अन्य में एक ही दिन का परीक्षा कार्यक्रम होता है। तो, सबसे पहले इन परीक्षाओं में अपनी पसंद और प्राथमिकता को तय करें|
तकनीकी पहलू
अभ्यर्थी को यह पता होना चाहिए और उन्हें इसे स्वीकार करना चाहिए कि ऑफ़लाइन परीक्षाएं और ऑनलाइन परीक्षा समान नहीं हैं, हालांकि पाठ्यक्रम अलग-अलग प्रविष्टियों के लिए अभी भी समान है| कलम और पेपर मोड पर अभ्यास करना- आपको अवधारणाओं और विधियों को लागू करने में विशेषज्ञ बनाता है। जबकि, ऑनलाइन परीक्षा में कुछ सीमाएँ हैं जिसमे आपको निर्दिष्ट समय सीमा के भीतर विभिन्न श्रेणी व विभिन्न स्तर के प्रश्नों को हल करना होता है और आप अन्य सवालों का अवलोकन यस उन्हें विज़िट नहीं कर सकते जैसाकि आप ऑफ़लाइन परीक्षा में कर सकते हैं। इसलिए, कंप्यूटर इंटरफ़ेस और परीक्षा के ऑनलाइन अनुभव के साथ परिचित होने के लिए जितना संभव हो सकें, ऑनलाइन मोक्क परीक्षणों का प्रयास करें| इस प्रक्रिया को अत्यधिक अनुशंसित किया जाता है।
पूर्व नियोजन का अभाव
योजना आपके जीवन के किसी भी पहलू में सफल होने का सबसे नाज़ुक चरण होता है। ठीक ऐसे ही, यह SSC तैयारी में भी लागू होता है| SSC की अधिसूचना आते ही, तैयारी के लिए आपके पास अधिकतम 3-4 महीने होते हैं, जो सभी विषयों और अध्यायों को कवर करने के लिए बहुत ही कम और सीमित अवधि है। इसलिए, आपको पहले से ही क्विज़ का अध्ययन और टेस्ट्स का अभ्यास करने के लिए एक उचित और व्यावहारिक रणनीति बनानी होगी। इस प्लानिंग को अपनी दैनिक अध्ययन विधि का हिस्सा बनायें|
अत्यधिक अध्ययन सामग्री
कई उम्मीदवार विशेष रूप से वो जिनके स्कूली शिक्षा और स्नातक स्तर पर अच्छे ग्रेड हैं, बाद की तैयारी के लिए बहुत सारे किताबें और अध्ययन सामग्री का इस्तेमाल करते हैं। इस से कतई बचें और पूर्व-निर्धारित अध्ययन सामग्री के साथ जाएँ। अध्ययन सामग्री के बारे में अधिक जानकारी के लिए, चयनित छात्रों से परामर्श करना उचित होता है|
शॉर्टकट ट्रिक्स
अभ्यर्थी यह मानते हैं कि अधिकतम संख्या में प्रश्नों को हल करने में शॉर्टकट चालें बहुत उपयोगी हैं विशेषकर मात्रात्मक योग्यता अनुभाग के लिए। कुछ छात्र अपनी शॉर्टकट ट्रिक्स को खोजने और विकसित करना शुरू कर देते हैं, जो अर्थहीन और समय व्यर्थ करने की प्रक्रिया है। महत्वपूर्ण बात यह है कि आप मूलभूत सिद्धांतों अच्छी तरह से सीखें और प्रश्न हल करने में प्रवाह प्राप्त करने के लिए जितना हो सके अभ्यास करे, इससे आप उतना ही अधिक सीखेंगे। इससे आपको अवधारणाओं और विविधता को समझने में मदद मिलेगी, जिसके परिणामस्वरूप आपमें उच्च आत्मविश्वास विकसित होगा|
बाकी विषयों की अनदेखी
कुछ उम्मीदवारों को विशेष विषयों में रुचि होती है और वे उनकी तैयारी का अधिकाँश समय इस विषय के अभ्यास में लगा देते है। वे आमतौर पर अपने मज़बूत व पसंदीदा विषय पर ध्यान केंद्रित करते हैं और अन्य विषयों को अछूता छोड़ देते हैं। सावधान रहें, क्योंकि सभी विषयों में प्रदर्शन के आधार पर मेरिट सूची या कट-ऑफ लिस्ट तैयार की जाती है। प्रत्येक विषय स्कोरिंग है और कुछ उद्देश्य के साथ ही इन्हें परीक्षा में डाला जाता है। सामान्यतया कटऑफ बहुत अधिक होती हैं और प्रतिस्पर्धा साल दर साल बढ़ रही है।
स्टडी नोट्स की कमी
विशेष रूप से सामान्य अध्ययन के लिए, उम्मीदवार नोट तैयार नहीं करते, क्योंकि यह एक नीरस और ज्यादा समय व ज्यादा मेहनताना प्रक्रिया है। आपको शॉर्ट नोट तैयार करने चाहिए और उन्हें नियमित रूप से परीक्षा से पहले दोहराना चाहिए।
शुभकामनायें!!!
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