एसएससी सीजीएल और सीएचएसएल हर साल कई छात्रों की भर्ती करता है। इन नौकरियों के कई स्थिर फायदे हैं, जैसे- शानदार वेतन, सुविधाएं, लाभ और भत्ते, मातृत्व अवकाश, बीमारी की छुट्ट्यिां (सिक लीव), और स्टडी लीव आदि इसमें शामिल हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से हम यह जानकारी देंगे कि कैसे छात्र, कानून और जैसी डिग्रियों के लिए अपनी आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं। आपको एसएससी में शामिल होने के बाद भी कानून की डिग्री के लाभ मिलेंगे।
सबसे पहले, आपको पता होना चाहिए कि एसएससी की जॉब में पढ़ाई का भी एक प्रावधान है। आप जॉब के दौरान अध्ययन जारी रख सकते हैं और अपने रोज की जॉब में से अपने कार्य के लिए कुछ समय निकाल सकते हैं।इससे उन छात्रों को बहुत मदद मिलती है जो छात्र सरकारी क्षेत्र में काम करने के बाद भी अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं। उम्मीदवारों को यह जानकर खुशी होगी उन्हें अपनी स्टडी लीव के दौरान भी पूरा वेतन मिलता है। उन्हें केवल कुछ नियमों का पालन करना होता है और अपने सीनियर्स से अनुमति लेनी होती है। ध्यान रखें कि अपने पूरे कार्यकाल के दौरान आप केवल 24 महीने तक ही स्टडी लीव का विकल्प चुन सकते हैं। तो एक उचित तरीके से अपनी योजना का निर्माण करें।
एसएससी जॉब में कानून की डिग्री के बाद मिलने वाले लाभों पर एक नजर
अब इस बात पर नजर डालते हैं कि कैसे कानून की डिग्री आपकी नौकरी के दौरान फायदेमंद साबित हो सकती है। एसएससी सीजीएल के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता स्नातक है। आप अपने वर्किंग ऑवर्स में से समय निकालकर आसानी से तीन वर्षीय एलएलबी कोर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं। यदि आपका चयन सीएचएसएल परीक्षा के माध्यम से होता है, तो आप पांच वर्षीय एलएलबी कोर्स के विकल्प का चुनाव कर सकते हैं। यह न केवल आपको डिग्री प्रदान करता है, बल्कि आपके भविष्य की संभावनाओं के कई द्वार खोलता है। जैसे डिग्री प्राप्त करने के बाद-
- आप सभी कानूनी नियमों और मानदंडों से अवगत हो जाते हैं। इसलिए, यदि आप एक आयकर अधिकारी के रूप में काम कर रहे हैं, तो यह आपको कई तरह से मदद करेगा। और ऐसा करने से आपको वकीलों से संपर्क करने और उनसे चर्चा करने की आवश्यकता नहीं रहेगी क्योंकि आप पर्याप्त रूप से संबंधित मुद्दों का हल निकालने में सक्षम हो जाते हैं।
- यदि आप एक सहायक लेखा परीक्षक के रूप में कार्य कर रहे हैं तो यह आपको काफी मदद करता है।
- यदि आप सांख्यिकीय अधिकारी या एक एकाउंटेंट के रूप में कार्य कर रहे हैं तो कानूनी पाठ्यक्रम का अध्ययन करने से आपको बहुत मदद मिलती है। यह आपको आंतरिक परीक्षा में पूरी तरह से मदद करता है और आपके प्रमोशन का रास्ता साफ करता है।
- एक अदालती न्यायधीश के रूप में पदभार ग्रहण करने के लिए आप लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में भाग ले सकते हैं।
- आप विशेषज्ञता हासिल कर लेते हैं, तो आप सॉलिसिटर जनरल, एक लोक अभियोजक बनने के लिए तैयारी कर सकते हैं।
- आप नौसेना, वायु सेना और आर्मी जैसे भारतीय सशस्त्र बलों में उच्च करियर विकल्प के रूप में आप उनकी कानूनी कार्यवाही की जिम्मेदारी वहन करने का विकल्प चुन सकते हैं।
- आप इंडियन आर्मी जज एडवोकेट जनरल ब्रांच में जेएजी (जग) एंट्री स्कीम के लिए एसएससी की एक और परीक्षा दे सकते हैं।
- आप आंतरिक रूप से शिक्षा मंत्रालय में स्थानांतरित हो सकते हैं और साथ ही साथ कानूनी जानकारी को भी विकसित कर सकते हैं।
- आप कई संगठनों के लिए एक कानूनी सलाहकार बनने के साथ- साथ अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं।
- कानून के अध्ययन, समझौते, अनुबंधों के बाद, आप नियमों, शर्तों और अन्य कानूनी दस्तावेजों को हासिल कर सकते हैं। इससे आपको उच्च अधिकारियों के सामने प्रसिद्ध होने में मदद मिलेगी। इससे आपके पदोन्नति के अवसरों में भी वृद्धि होगी।
- आप प्रशासनिक कार्रवाई से संबंधित कानूनी विवादों का निपटारा करने में सक्षम हो जाएंगे।
- स्वयं को अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के लिए तैयार करने के बाद आप अंतरराष्ट्रीय संगठनों में शामिल हो सकते हैं। इनमें संयुक्त राष्ट्र, विश्व बैंक, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व व्यापार संगठन, आदि शामिल हैं। इससे देश सेवा करने के साथ- साथ आपको सरकारी क्षेत्र में भी पदोन्नति मिलेगी।
जब आप एक कानून की डिग्री का चुनाव करते हैं तो यह आपके ज्ञान के साथ ही आत्मविश्वास के स्तर में वृद्धि करता है। इसलिए आप एक विशेष क्षेत्र में कई अन्य करियर विकल्पों का लाभ उठा सकते हैं और आप शैक्षिक योग्यता और विशेषज्ञता के लिहाज से एक विशेष क्षेत्र में महारत हासिल कर सकते हैं। इसलिए, एक व्यक्ति को कुछ ना कुछ सीखते रहना चाहिए, चाहे वह अपने अनुसार सर्वोच्च स्थान पर ही क्यों ना कार्यरत हो।
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