समय का सदुपयोग ही सफलता की कुंजी है । समय बहुत ही मूल्यवान संपदा है जिसका कोई विकल्प नही है । देश की सबसे कठिन प्रवेश परीक्षाओँ में से एक – IAS की परीक्षा देने और IAS बनने की तैयारी में जुटे छात्रों के लिए तो यह और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। इस परीक्षा के व्यापक सिलेबस को कवर करने हेतु प्रभावी तरीके से समय का प्रबंधन, इस परीक्षा में सफल होने की मूलभूत आवश्यकता है। IAS अध्ययन के लिए 10-12 घंटे देने के बावजूद छात्र अक्सर अपने दैनिक लक्ष्यों को पूरा नहीं कर पाते और तनाव, चिंता एवं अवसाद से ग्रस्त हो जाते हैं।
परिणामस्वरूप उनकी पूरी तैयार प्रक्रिया बाधित होने लगती है। IAS समर्पित कई फोरम पर इस विषय से संबंधित सवाल बार– बार उठाया जाता है। इससे स्पष्ट रूप से पता चलता है कि छात्रों के बीच उपयोगी समय प्रबंधन रणनीति बनाने के बारे में समझ की काफी कमी है।
समय– सारिणी
उपयोगी IAS समय– सारिणी बनाने के लिए आपको अपनी दिनचर्या को संतुलित बनाना होगा। इसमें आपको अध्ययन पर फोकस के साथ– साथ जीवन के अन्य पहलुओं पर भी समान रूप से फोकस करना होगा। आपकी दैनिक दिनचर्या आपको पूर्ण रूप से अध्ययन के प्रति समर्पित करने वाली होना चाहिए लेकिन साथ ही उसे आपके जीवन के अन्य पहलुओं को नजरअंदाज करने वाला भी नहीं होना चाहिए। IAS परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए हमने एक मॉडल समय–सारिणी तैयार की है। यह आपके समय के उपयोगी प्रबंधन में मददगार साबित होगा l

IAS बनने के लिए उपयुक्त जीवनशैली
IAS परीक्षा की तैयारी के लिए मॉडल समय– सारिणी |
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समय |
कार्य |
प्रासंगिकता एवं उपाय |
5:00 बजे, सुबह |
जागे और काम पर लग जाएं |
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5:15 बजे सुबह से 6:15 बजे सुबह |
व्यायायाम / ध्यान/ योग |
व्यायायाम या तेज कदमों से टलहने जैसी हल्की– फुल्की शारीरिक गतिविधि सतर्कता और मस्तिष्क में रक्त प्रवाह को तेज कर सकती है। ध्यान और योग से आपके दिमाग को आराम मिलेगा, तनाव दूर होगा और यह आपके मन को आने वाले कठिन समय के लिए तैयार करेगा। |
6:15 बजे सुबह से 6:30 बजे सुबह |
स्नान/ नहाना |
सर्दी में स्वभाव/ स्वास्थ्य अनुसार |
6:30 बजे सुबह से 7:30 बजे सुबह |
पिछले दिन पढ़े गए विषयों की पुनरावृत्ति |
यह पिछले दिन पढ़े गए विषयों के मूल्यांकन में मदद करेगा और साथ ही आज पढ़े जाने वाले विषयों के लिए निरंतरता बनाएगा। |
7:30 बजे सुबह से 8:00 बजे सुबह |
नाश्ता और अखबार पढ़ना |
दिन का सबसे महत्वपूर्ण भोजन आपको पूरे दिन के लिए ऊर्जा प्रदान करेगा। अखबार पढ़ने से आपको राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय घटनाओं के बारे में अपडेट होने में मदद मिलेगी। इस समय के दौरान करेंट अफेयर्स के नोट्स बनाने की कोशिश करें। |
8:00 बजे सुबह से 10:30 बजे सुबह |
अध्ययन सत्र I |
आप कोचिंग या खुद पढ़ाई कर सकते हैं लेकिन इस समय सबसे कठिन विषय की पढ़ाई करें क्योंकि सुबह के समय दिमाग अपनी पूरी क्षमता के साथ काम करता है। |
10:30 बजे सुबह से 11:30 बजे सुबह |
अल्पविराम |
अपने मस्तिष्क और शरीर को तरोताजा करने के लिए चाय का ब्रेक लें। इस दौरान मस्तिष्क को आराम पहुंचाने वाले कुछ व्यायायाम करें और अध्ययन के विषयों के बारे में सोचने से बचें। |
11:30 बजे सुबह से दोपहर 1:00 बजे |
अध्ययन सत्र II |
इस दौरान उन सब्जेक्टिव विषयों पर फोकस करने की कोशिश करें जिन्हें आपको आज के दिन कवर करना है। अध्ययन सत्र I के बाद आपका मस्तिष्क पहले से ही अध्यनन क्षेत्र में होगा, इसलिए दूसरे सत्र में अवधारणात्मक विषयों पर पकड़न बनाना आसान हो जाएगा। |
दोपहर 1:00 बजे से 1:30 बजे |
दोपहर का भोजन |
हल्का भोजन करें। प्रोटीन की प्रचूरता वाले खाद्य पदार्थों को भोजन में शामिल करें। यह आपके लिए पूरे दिन निरंतर ऊर्जा के स्रोत की तरह काम करेगा। |
दोपहर 1:30 बजे से अपराह्न 4:00 बजे |
अध्ययन सत्र III |
अध्ययन सत्र III दिन का सबसे लंबा सत्र होता है। इसलिए, इस समय में उन विषयों को पढ़ें जिन पर अधिक मेहनत करने की जरूरत है। ऐसे विषय, संदर्भ पुरस्तकों या विशेषज्ञों के परामर्श से अच्छी तरह समझे जा सकते हैं और इनके लिए समय की आवश्यकता होगी। |
अपराह्न 4:00 बजे से 4:30 बजे |
अल्पविराम |
अपने मस्तिष्क और शरीर को तरोताजा करने के लिए चाय का ब्रेक लें। इस दौरान मस्तिष्क को आराम पहुंचाने वाले कुछ व्यायायाम करें और अध्ययन के विषयों के बारे में सोचने से बचें। |
अपराह्न 4:30 बजे से शाम 5:30 बजे |
व्यक्तित्व एवं कौशल विकास |
अपने अध्ययन समूह के लोगों से मिलए और व्यक्तित्व एवं कौशल विकास गतिविधियों जैसे बहस, समूह चर्चा और ऐसी ही अन्य गतिविधियों में शामिल हो जाइए। इससे आपको अंतरव्यैक्तिक संचार कौशलों में महत्वपूर्ण सुधार के साथ अलग– अलग विषयों के बारे में अलग– अलग दृष्टिकोण जानने में मदद मिलेगी। |
शाम 5:30 बजे से 6:15 बजे |
शारीरिक गतिविधियां/ खेल |
हल्के खेल जैसे दौड़ना, जॉगिंग या ऐसा कोई भी खेल जो आप पसंद करते हों, इस समय खेलें। महत्वपूर्ण यह है कि आप अपने शरीर को एक्टिव और मस्तिष्क को तरोताजा रखें। |
शाम 6:15 बजे से 6:30 बजे |
पैरों पर थोड़ा पानी डालें और अपना चेहरा धोएं |
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शाम 6:30 बजे से रात्रि 8:30 बजे |
अध्ययन सत्र IV |
शाम तक आपका दिमाग कुछ हद तक तनाव ग्रस्त हो जाएगा। इसलिए शाम के अध्ययन सत्रों में आप जिन विषयों में रूचि रखते हैं, उनका अध्ययन करें । |
रात्रि 8:30 बजे से 9:00 बजे |
रात के भोजन का समय |
रात का खाना हल्का खाएं। कार्बोहाइड्रेट्स खाने से बचें क्योंकि यह आपको काफी भारीपन महसूस कराएगा। रात के खाने में फल और हरी सब्जियों को शामिल करें। |
रात्रि 9:00 बजे से 10:00 बजे |
अंग्रेजी सामाचार और प्राइम टाइम पैनल चर्चा देखें |
यह आपको सभी अनिवार्य तथ्यों एवं आंकड़ों के साथ दिन के प्रमुख समाचारों का गरहा विश्लेषण प्रदान करेगा। |
रात्रि 10:00 बजे से 10:30 बजे |
समाचार पढ़ना और नोट्स तैयार करना |
इंटरनेट या किसी अन्य माध्यम से इस समय को दिन के प्रमुख समाचार को पढ़ने में लगाएं। समाचार पर तथ्यात्मक या सूचनापरक नोट्स बनाने की कोशिश करें। |
रात्रि 10:30 बजे |
सोने का समय |
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भारत के 10 सर्वश्रेष्ठ IAS/IPS अधिकारी
समय प्रबंधन एक प्रक्रिया है सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं। एक ही चीज जो किसी के लिए काम करती है वह दूसरे के लिए काम नहीं भी कर सकती। इसलिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि उपर उल्लिखित समयसारिणी भिन्न भिन्न रूपों में सभी अभ्यर्थियों के आवश्कतानुसार उपयोगी हो सकती है । IAS की तैयारी कर रहे प्रत्येक छात्र के पढ़ाई का अपना पैटर्न एवं संबंधित लक्ष्य होता है और उन्हें पूरा करने एवं आवश्यकता के अनुसार इस समय– सारिणी में संशोधन किया जा सकता है।