IAS Success Story: कोचिंग वाले माहौल में रहकर बिना कोचिंग के तैयारी कर IAS बने सत्यम गांधी

IAS Success Story: सत्यम गांधी बिहार के रहने वाले हैं। उन्होंने दिल्ली से पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली के राजेंद्र नगर इलाके में कोचिंग वाले माहौल में रहना शुरू किया। हालांकि, बिना कोचिंग के ही उन्होंने 10वीं रैंक हासिल कर आईएएस बनने का सपना पूरा किया।

आईएएस सत्यम गांधी
आईएएस सत्यम गांधी

IAS Success Story: संघ लोक सेवा आयोग(UPSC) सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे कठिन और प्रतिष्ठित सिविल सेवाओं में शुमार है। यह एक ऐसी परीक्षा है, जिसमें सफल होने की संभावना बहुत कम होती है, लेकिन फिर भी युवा इस परीक्षा की कई सालों तक तैयारी करते हैं। क्योंकि, इस परीक्षा को पास करने के बाद दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की बागडोर संभालने की मौका मिलता है। आज हम आपके साथ बिहार के रहने वाले सत्यम गांधी कहानी साझा कर रहे हैं, जिन्होंने बिना कोचिंग के ही परीक्षा को पास करने का निर्णय लिया था। इसके लिए उन्होंने कोचिंग हब कहे जाने वाले राजेंद्र नगर इलाके में कमरा लेकर तैयारी शुरू कर दी थी, जिससे उन्हें पढ़ने का माहौल मिल सके। 

 

सत्यम गांधी का परिचय

सत्यम गांधी मूलरूप से बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के दयाल सिंह कॉलेज में दाखिला लिया। यहां से उन्होंने अपनी स्नातक डिग्री पूरी की।

 

दादाजी का सपना पूरा करने का लिया निर्णय

सत्यम गांधी के दादाजी चाहते थे कि परिवार में से कोई आईएएस अधिकारी के पद पर रहकर देश की सेवा करे। ऐसे में उन्होंने अपने दादाजी का सपना पूरा करने का निर्णय लिया। इसके लिए उन्होंने अपने कॉलेज के अंतिम वर्ष से ही तैयारी करना शुरू कर दिया था। 

 

राजेंद्र नगर में लिया कमरा

सत्यम गांधी ने निर्णय किया था कि वह बिना कोचिंग के ही यूपीएससी सिविल सेवा को पास करेंगे। हालांकि, उन्होंने दयाल सिंह कॉलेज से पढ़ाई पूरी करने के बाद खुद को यूपीएससी की तैयारी वाले माहौल में रखकर तैयारी करने का निर्णय लिया था। सत्यम ने इसके लिए दिल्ली के आईएएस कोचिंग हब कहे जाने वाले ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में किराये पर कमरा लेकर तैयारी करने का निर्णय लिया। 

 

10वीं रैंक के साथ हासिल की सफलता 

सत्यम गांधी ने किराये के कमरे में अपना पढ़ने का निर्धारित टाइम टेबल बनाया। उन्होंने खुद को बंद कमरे में रखकर 10 से 12 घंटे का टाइम टेबल निर्धारित किया। सत्यम ने अर्थशास्त्र, राजनीति और इतिहास पर अधिक ध्यान दिया। उन्होंने प्रीलिम्स की परीक्षा पास की और मेंस में राजनीति विज्ञान को वैकल्पिक विषय रखकर अपनी मेंस की परीक्षा की। मेंस की परीक्षा पास करने पर उन्होंने कई मॉक इंटरव्यू भी दिए, जिससे उनकी इंटरव्यू की प्रैक्टिस अच्छे से हो जाए। यूपीएससी सिविल सेवा का रिजल्ट घोषित होने पर उन्होंने 10वीं रैंक हासिल कर अपना दादा का आईएएस बनने का सपना पूरा कर दिया। 



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