IAS के उम्मीदवारों के लिए IAS बन चुके उम्मीदवारों के प्रोफाइल के बारे में जानना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यदि कोई उम्मीदवार अपने पहले या दूसरे प्रयास में मेधा सूची में नहीं आ पाता तो इसका यह मतलब नहीं है कि वह अपने बाकी बचे प्रयासों में IAS की परीक्षा में कोई रैंक नहीं ला सकता। इस लेख में आपको IAS परीक्षा में टॉप करने वाले 10 में से 5 टॉपर ऐसे हैं जिनको सफलता सिविल सेवा परीक्षा के चौथे प्रयास में मिली हैं। इसलिए असफल प्रयासों के बारे में चिंता करने की जरुरत नहीं है l लेकिन आप अपने अगले प्रयास में अपनी पढ़ाई के प्रति कितने निष्ठावान है यह बेहद महत्वपूर्ण है।
IAS टॉपरों के शीर्ष 8 सामान्य गुण
1. नंदिनी के आर
नंदिनी के आर सिविल सेवा परीक्षा 2016 (CSE 2016) में पहला स्थान हासिल की हैं जबकि वो सिविल सेवा परीक्षा 2014 के संस्करण में नंदिनी ने 894वीं रैंक प्राप्त की थीं। नंदिनी कर्नाटक के कोलार (स्वर्ण खनन के लिए प्रसिद्ध) की निवासी हैं तथा सिविल सेवा परीक्षा 2016 परिणाम के समय वह राजस्व सेवा अधिकारी (IRS) थी जो कि अपने परिवीक्षा काल के दौरान फरीदाबाद स्थित नेशनल अकादमी ऑफ कस्टम एक्साइज एंड नारकोटिक्स (NACEN) में प्रशिक्षण ले रही थीं। नंदिनी इस बार अपने चौथे प्रयास में IAS परीक्षा में शीर्ष स्थान प्राप्त करने में सफल रहीं। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि "यह एक सपना था जो आज सच हो गया है। मैं हमेशा से एक IAS अधिकारी ही बनना चाहती थी"। नंदिनी ने वैकल्पिक विषय के तौर पर कन्नड़ साहित्य चुना था।
नंदिनी एमएस रमियां इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नोलॉजी, बेंगलुरु से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक हैं इंजीनियरिंग के बाद कर्नाटक के पीडब्ल्यूडी विभाग में नौकरी कर ली। उनके पिता कर्नाटक के कोलार ज़िले के शिक्षक हैं। नंदिनी ने शुरुआती पढ़ाई सरकारी स्कूल से की है। बारहवीं की पढ़ाई के लिए वो चिकमंगलूर ज़िले के मूदाबिदरी आईं और 94.83 प्रतिशत अंक हासिल किए।
सिविल सेवा परीक्षा 2016, रैंक- 01 | प्रयास- 4th |
विषय | अंक |
निबंध (पेपर 1)
| 142 |
सामान्य अध्ययन 1 पेपर II | 131 |
सामान्य अध्ययन 2 पेपर III | 103 |
सामान्य अध्ययन 3 पेपर IV | 116 |
सामान्य अध्ययन 4 पेपर V | 104 |
वैकल्पिक 1 (कन्नड़ साहित्य) | 164 |
वैकल्पिक 2 (कन्नड़ साहित्य) | 167 |
लिखित में कुल अंक | 927 |
व्यक्तित्व परीक्षा | 193 |
कुल अंक | 1120 |
2. अनमोल शेर सिंह बेदी
एक शिक्षाविद के 23 वर्षीय पुत्र अनमोल शेर सिंह बेदी ने सिविल सेवा परीक्षा 2016 (CSE 2016) दूसरे स्थान पर तथा पुरुष वर्ग में टॉप किया है।खास बात ये है कि उन्होंने ये कारनामा पहले ही प्रयास में कर दिखाया है। उन्होंने दिल्ली में रहकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की थी। अनमोल बीआईटीएस पिलानी, राजस्थान से कंप्यूटर विज्ञान में इंजीनियरिंग स्नातक हैं। उन्होंने 12वीं तक पढ़ाई अमृतसर के स्प्रिंगडेल स्कूल से की है।
अनमोल के पिता डॉ सरबजीत सिंह बेदी एक शिक्षाविद हैं तथा मां जस्सी बेदी एक गैर सरकारी संगठन में काम करती हैं। वह अपने सफलता का श्रेय अपने परिवार को देते हैं तथा अपनी इस अद्भुत प्रदर्शन के लिए विशेषकर अपनी बहन गुरसिमरन कौर बेदी को हिस्सेदार मानते हैं।
अनमोल दिन में लगभग आठ घंटे अध्ययन करना पसंद करते थे और केवल किसी एक विशेष रणनीति को न अपना कर बल्कि कई रणनितियों को तैयारी के दौरान अपनाए। UPSC सिविल सेवा में सेवाओं में उनकी रुचि भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) है।
सिविल सेवा परीक्षा 2016, रैंक- 02 | प्रयास- 1st |
विषय | अंक |
निबंध (पेपर 1)
|
|
सामान्य अध्ययन 1 पेपर II |
|
सामान्य अध्ययन 2 पेपर III |
|
सामान्य अध्ययन 3 पेपर IV |
|
सामान्य अध्ययन 4 पेपर V |
|
वैकल्पिक 1 (राजनीति वि. एवं अंतराष्ट्रीय संबंध) |
|
वैकल्पिक 2 (राजनीति वि. एवं अंतराष्ट्रीय संबंध) |
|
लिखित में कुल अंक | 899 |
व्यक्तित्व परीक्षा | 206 |
कुल अंक | 1105 |
3. गोपालकृष्ण रोनंकी
गोपालकृष्ण रोनंकी एक किसान के पुत्र हैं और उन्होने सिविल सेवा परीक्षा 2016 (CSE 2016) में तीसरा स्थान प्राप्त करने में सफल हुए हैं। गोपालकृष्ण आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के एक दूरदराज के गांव के निवासी हैं।
30 वर्षीय गोपालकृष्ण रोनांकी श्रीकाकुलम जिले के पलासा ब्लॉक के पारसम्बा गांव के एक किसान रोनंकी अप्पा राव के पुत्र हैं। कोचिंग के बिना ही उन्होंने यह कारनामा कर दिखाया। एग्जाम के लिए उन्होंने कोई क्लासरूम या कोचिंग अटेंड नहीं किया।
रोनांकी ने विजाग से फार्मेसी में स्नातक किया है और नेपर, मोहाली से एमबीए की डिग्री हासिल की है। उन्होंने तेलुगू-माध्यमिक विद्यालय में अपनी पढ़ाई की और तेलुगू भाषा में हीं UPSC Interview भी दिया। IAS मुख्य परीक्षा में उनका वैकल्पिक विषय तेलगु साहित्य था। गोपाल कृष्ण रोनांकी ने स्थानीय सरकारी स्कूल से पढ़ाई की। परिवार की गरीबी का आलम यह है कि गोपाल को दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से ग्रैजुएशन करना पड़ा। इतना ही नहीं, परिवार को आर्थिक सहारा देने के लिए उन्होंने श्रीकाकुलम में एक स्कूल में पढ़ाना शुरू किया। हालांकि सिविल की तैयारी के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पाने की वजह से उन्होंने नौकरी छोड़ दी और हैदराबाद आ गए।
सिविल सेवा परीक्षा 2016, रैंक- 03 | प्रयास- 4th |
विषय | अंक |
निबंध (पेपर 1)
| 154 |
सामान्य अध्ययन 1 पेपर II | 123 |
सामान्य अध्ययन 2 पेपर III | 100 |
सामान्य अध्ययन 3 पेपर IV | 113 |
सामान्य अध्ययन 4 पेपर V | 124 |
वैकल्पिक 1 (तेलगु साहित्य) | 162 |
वैकल्पिक 2 (तेलगु साहित्य) | 160 |
लिखित में कुल अंक | 936 |
व्यक्तित्व परीक्षा | 165 |
कुल अंक | 1101 |
4. सौम्या पांडे
सौम्या पांडे सिविल सेवा परीक्षा 2016 (CSE 2016) मे रैंक 4 हासिल करने में सफलाता हासिल की हैं। अपनी सफला की श्रेय गुरु एके मिश्रा को देती हैं।
इलाहाबाद की सौम्या स्कूली दिनों में ही मेधावी छात्रा रही हैं। उन्होंने सीबीएसई 10वीं व 12वीं की परीक्षा में भी टॉप किया था। हाईस्कूल में उन्हें 98 फीसद अंक मिले थे और इंटर में 97 फीसद। आर्मी पब्लिक स्कूल से हाईस्कूल व इलाहाबाद पब्लिक स्कूल से इंटरमीडिएट की पढ़ाई की थी। मोती लाल नेहरू इंजीनियरिंग कॉलेज (एमएनएनआइटी) से इलेक्ट्रिकल में बीटेक करने वाली सौम्या को संस्थान का स्वर्ण पदक भी मिल चुका है।
सौम्या सिर्फ पढ़ाई में ही अव्वल हों, ऐसा भी नहीं है। कथक में भी वह अव्वल रही हैं। प्रयाग संगीत समिति द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में सौम्या लगातार तीन बार विजेता रही हैं। उनकी मां साधना पांडेय डॉक्टर हैं जबकि पिता डॉ. आरके पांडेय अपना संस्थान चलाते हैं। सिविल सर्विसेज में कामयाबी का मंत्र क्या है, इस सवाल पर सौम्या ने दैनिक जागरण को बताया कि बस एकाग्र होकर, आत्मविश्वास से अध्ययन करें। नतीजा घोषित होने के बाद उनके शुभचिंतक देर शाम तक आवास पर पहुंचते रहे।
सिविल सेवा परीक्षा 2016, रैंक- 04 | प्रयास- 1st |
विषय | अंक |
निबंध (पेपर 1)
| 150 |
सामान्य अध्ययन 1 पेपर II | 103 |
सामान्य अध्ययन 2 पेपर III | 108 |
सामान्य अध्ययन 3 पेपर IV | 112 |
सामान्य अध्ययन 4 पेपर V | 124 |
वैकल्पिक 1 (भूगोल) | 156 |
वैकल्पिक 2 (भूगोल) | 158 |
लिखित में कुल अंक | 911 |
व्यक्तित्व परीक्षा | 184 |
कुल अंक | 1095 |
5. अभिलाष मिश्रा
अभिलाष ने सिविल सेवा परीक्षा 2016 (CSE 2016) मे रैंक 5 हासिल करने में सफलाता पायी है। अभिलाष सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी 2012 में जुट गए थे और फिर 2016 में दुसरे ही प्रयास में पाँचवे रैंक हासिल करने में सफल रहे। अभिलाष के पिता प्रशांत कुमार मिश्रा इलाहाबाद हाईकोर्ट में वकील हैं और मां हाउस वाइफ। उनकी पत्नी प्राची भी इंडियन फॉरेस्ट सर्विस में कार्यरत हैं।
सिविल सेवा परीक्षा 2016, रैंक- 05 | प्रयास- 2nd |
विषय | अंक |
निबंध (पेपर 1)
| 130 |
सामान्य अध्ययन 1 पेपर II | 108 |
सामान्य अध्ययन 2 पेपर III | 102 |
सामान्य अध्ययन 3 पेपर IV | 109 |
सामान्य अध्ययन 4 पेपर V | 125 |
वैकल्पिक 1 (लोक प्रशासन) | 166 |
वैकल्पिक 2 (लोक प्रशासन) | 168 |
लिखित में कुल अंक | 908 |
व्यक्तित्व परीक्षा | 184 |
कुल अंक | 1092 |
6. कोठामासू दिनेश कुमार
कोठामासू दिनेश कुमार सिविल सेवा परीक्षा 2016 में रैंक 6 प्राप्त कर यह साबित कर दिया कि अगर मनुष्य के पास इच्छा-बल हो तो संसार में कोई भी परीक्षा एवं लक्ष्य आसानी से प्राप्त की जा सकती है।
कोठामासू नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, वारंगल से मैकेनिकल में स्नातक हैं। बाद में उन्होंने भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड में एक वर्ष के एक साइट अभियंता के रूप में काम किया लेकिन सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी को ध्यान में रखते हुए औपचारिक रूप से अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने जुलाई 2015 में पूर्ण तैयारी शुरू कर दी तथा वजीराम और रवि (मेरी सामान्य अध्ययन और वैकल्पिक विषय) से अपना कोचिंग लिया। इस प्रकार अपनी पहली ही कोशिश में इस कठिन परीक्षा को पास करने में सफल रहे।
सिविल सेवा परीक्षा 2016, रैंक- 06 | प्रयास- 1st |
विषय | अंक |
निबंध (पेपर 1)
| 128 |
सामान्य अध्ययन 1 पेपर II | 116 |
सामान्य अध्ययन 2 पेपर III | 104 |
सामान्य अध्ययन 3 पेपर IV | 127 |
सामान्य अध्ययन 4 पेपर V | 120 |
वैकल्पिक 1 (राजनीति वि. एवं अंतराष्ट्रीय संबंध) | 150 |
वैकल्पिक 2 (राजनीति वि. एवं अंतराष्ट्रीय संबंध) | 167 |
लिखित में कुल अंक | 912 |
व्यक्तित्व परीक्षा | 179 |
कुल अंक | 1091 |
7. आनंद वर्धन
आनंदवर्धन ने सिविल सेवा परीक्षा 2016 में सातवां रैंक लाकर अपने पैतृक जिला सिवान को हीं नहीं बल्कि जिला पूर्णिया के लोगों को भी गौरवान्वित किया है। आनंद वर्धन अपनी सफलता का श्रेय मां कृष्णा मल्ल तथा पिता विष्णु दयाल मल्ल (वारंट आफिसर एयर फोर्स) को देते हैं। इनका जन्म पूर्णिया में ही हुआ था। श्रीनगर हाता, डीएम कोठी रोड में गुरु दयाल मल्ल के अनुज विष्णु दयाल मल्ल का निवासी है।
चाचा गुरु दयाल मल्ल पूर्णिया में पीडब्ल्यूडी विभाग, रोड डिवीजन में कार्यरत थे और अनुज विष्णुजी उन्हीं के संरक्षण में पूर्णिया कालेज से स्नातक की पढ़ाई करने के बाद एयरफोर्स में कार्यरत हैं।
सिविल सेवा परीक्षा 2016, रैंक- | प्रयास- 4th |
विषय | अंक |
निबंध (पेपर 1)
| 148 |
सामान्य अध्ययन 1 पेपर II | 119 |
सामान्य अध्ययन 2 पेपर III | 109 |
सामान्य अध्ययन 3 पेपर IV | 118 |
सामान्य अध्ययन 4 पेपर V | 124 |
वैकल्पिक 1 (राजनीति वि. एवं अंतराष्ट्रीय संबंध) | 138 |
वैकल्पिक 2 (राजनीति वि. एवं अंतराष्ट्रीय संबंध) | 164 |
लिखित में कुल अंक | 920 |
व्यक्तित्व परीक्षा | 168 |
कुल अंक | 1088 |
8. श्र्वेता चौहान
सिविल सेवा परीक्षा 2016 के रिजल्ट में 8वां रैंक हासिल करना श्वेता चौहान के लिए उम्मीद से बहुत बड़ी खुशखबरी थी। दिल्ली यूनिवर्सिटी से 2013 में फिजिक्स ऑनर्स करने के बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुटी श्वेता ने थर्ड अटेम्प्ट में सिविल सेवा परीक्षा पास की है। स्नातक की पढ़ाई के दौरान श्वेता सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरु कर दी थीं।
श्वेता ने सिविल सेवा परीक्षा में भूगोल को वैकल्पिक विषय के रुप में चुनी थी।
सिविल सेवा परीक्षा 2016, रैंक- | प्रयास- 3rd |
विषय | अंक |
निबंध (पेपर 1)
| 141 |
सामान्य अध्ययन 1 पेपर II | 115 |
सामान्य अध्ययन 2 पेपर III | 102 |
सामान्य अध्ययन 3 पेपर IV | 112 |
सामान्य अध्ययन 4 पेपर V | 127 |
वैकल्पिक 1 (भूगोल) | 171 |
वैकल्पिक 2 (भूगोल) | 155 |
लिखित में कुल अंक | 923 |
व्यक्तित्व परीक्षा | 165 |
कुल अंक | 1088 |
9. सुमन सौरव मोहनती
ओडिशा के 31 वर्षीय सुमन सौरव मोहनती ने सिविल सेवा परीक्षा 2016 में रैंक 9 हासिल की है। यह उनका चौथा प्रयास था। सौरव ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की पढ़ाई की है। मोहंती सिविल सेवा परीक्षा 2016 से पहले ओडिशा सिविल सेवा परीक्षा 2015 में 413 रैंक हासिल कर भारतीय राजस्व सेवा अधिकारी के रुप में कार्यरत थे और कंधमाल जिले में पदस्थापित थे।
सिविल सेवा परीक्षा 2016, रैंक- 09 | प्रयास- 4th |
विषय | अंक |
निबंध (पेपर 1)
| 143 |
सामान्य अध्ययन 1 पेपर II | 131 |
सामान्य अध्ययन 2 पेपर III | 106 |
सामान्य अध्ययन 3 पेपर IV | 126 |
सामान्य अध्ययन 4 पेपर V | 116 |
वैकल्पिक 1 (लोक प्रशासन) | 155 |
वैकल्पिक 2 (लोक प्रशासन) | 144 |
लिखित में कुल अंक | 917 |
व्यक्तित्व परीक्षा | 168 |
कुल अंक | 1085 |
10. बिलाल मोहि उद्दीन भट्ट
बिलाल मोहि उद्दीन भट्ट सिविल सेवा परीक्षा 2016 मे रैंक 10 हासिल कर केवल अपने परिवार को हीं नहीं बल्कि पूरे कश्मीर को गौरवान्वित किया है। बिलाल का KAS अधिकारी से लेकर IAS अधिकारी तक का सफर काफी रोचक रहा है जो कि देश के भावी IAS अधिकारियों के लिए प्रेरणादायक है।
बिलाल मोहि उद्दीन भट्ट उत्तर कश्मीर के हंदवारा में स्थित दूरस्थ सीमा जिले के हरिपोर यूनूस गांव का है। बिलाल मोहिउद्दीन भट्ट ने श्रीनगर से अपना विद्यालय और कॉलेज पूरा किया था। उन्होंने मिंटो सर्कल स्कूल, राज बाग, श्रीनगर में अध्ययन किया। बाद में, उन्होंने पशु चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन विद्यालय, जम्मू के शेर-ए-कश्मीर विश्वविद्यालय कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी (एसकेयूएएसटी) में अध्ययन किया। उनके पिता गुलाम मोहिउद्दीन भट्ट कश्मीर प्रशासनिक सेवा के एक सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। वह विवाहित है और उसके पास 3 भाइयों और एक बहन है। वह अपनी 8 महीने की बेटी, मरियम, को IAS परीक्षा में अपनी सफलता का श्रेय देता है।
सिविल सेवा परीक्षा 2016, रैंक- | प्रयास- 4th |
विषय | अंक |
निबंध (पेपर 1)
| 146 |
सामान्य अध्ययन 1 पेपर II | 112 |
सामान्य अध्ययन 2 पेपर III | 89 |
सामान्य अध्ययन 3 पेपर IV | 127 |
सामान्य अध्ययन 4 पेपर V | 118 |
वैकल्पिक 1 (पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान) | 113 |
वैकल्पिक 2 (पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान) | 171 |
लिखित में कुल अंक | 896 |
व्यक्तित्व परीक्षा | 182 |
कुल अंक | 1078 |
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