Sir Isaac Newton लगभग 20 साल के आस पास होंगे जब प्लेग की बीमारी लंदन में फ़ैल चुकी थी जिसे 'The Great Plague of London' (1665-1666) के नाम से भी जाना जाता है। उस समय Sir Isaac Newton, Trinity College, Cambridge के विद्यार्थी थे और तब उनके पास Sir की उपाधी नहीं थी।
उस समय के वैज्ञानिकों के ये पता नहीं था कि ये बीमारी किस वजह से फ़ैल रही है और उस समय भी लोगो ने इससे बचने के लिए Social Distancing का प्रयोग किया था।
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Isaac Newton भी Woolsthorpe Manor (अपने पारिवारिक घर) जा चुके थे और बिना किसी शिक्षक के पढ़ाई करने लगे। इस वर्ष को उनक 'Annus Mirabilis' भी बोला जाता है। Annus Mirabilis एक लैटिन शब्द है और हिंदी में हम इसे अद्भुत घटनाओं का वर्ष फिर शुभ वर्ष भी बोल सकते हैं।
इस दौरान उन्होंने गणित पर काम जारी रखा और Calculus पर कई पेपर्स लिखे। उन्होंने ने उस समय प्रिज्म के साथ कई Experiments करें और इससे उन्हें Optics की कई Theories लिखी।
आपने Isaac Newton की वो कहानी तो ज़रूर सुनी होगी जिसमे वो सेब के पेड़ के नीचे बैठे होते हैं और उनके ऊपर पेड़ से एक सेब गिरता है जिसके बाद वो गुरुत्वाकर्षण बल के बारें में लिखा था। ये इसी वर्ष की बात है और वो पेड़ Woolsthorpe Manor की खिड़की के सामने था। जिसके नीचे Newton बैठे थे और जब ये घटना घटित हुई।
वर्ष 1665 से लेकर 1666 तक London की पूरी आबादी का एक चौथाई हिस्सा इस बीमारी से खत्म हो चुका था। 1667 में जब Newton वापस Cambridge पहुंचे तो उनके पास बहुत सारी Theories और Research Work था। लगभग 6 माह में वो Fellow बना दिए गए और 2 साल बाद Professor बने।
IIT Gandhinagar ने भी इसी की तर्ज़ पर Project Isaac लॉन्च किया है जिसमे Coding से लेकर Writing और Painting जैसी कई तरह की प्रतियोगिता कराई जा रहीं हैं और कई तरह के इनाम भी दिए जा रहे हैं। इसके बारे में और ज्यादा जानकारी आप इस लिंक द्वारा हासिल कर सकते हैं।
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