काल: आठवीं सदी से 18वीं सदी तक के समय को मध्यकालीन इतिहास के रुप में लिया गया है.
महत्वपूर्ण टॉपिक:-
अरब हमले (कॉसिम और गजनवी)
राजपूत साम्राज्य
दिल्ली सल्तनत
विजयनगर साम्राज्य
शेरशाह काल
मुगल
शिवाजी और मराठा
दक्कन सल्तनत (इब्राहिम आदिल शाह II)
भक्ति आंदोलन (निर्गुण संत, सगुण संत, कबीर और नानक)
विश्लेषण और तौयारी के लिए टिप्स-
प्रारंभिक परीक्षा में 3-4 प्रश्न इस खंड से पूछे जाते हैं, मुख्य रुप से निम्न खंडों से प्रश्न पूछे जाते हैं-
- दिल्ली सल्तनत, मुगल और मराठों के समय का प्रशासन.
- उनका राजस्व-प्रकार, विभिन्न कर और उनके विभाग
अधिकांश प्रश्न तथ्यों पर आधारित और सीधे होते हैं. उदाहरण के लिए- मुगल साम्राज्य के दौरान राजस्व-प्रकार से संबंधित 2 कथन होंगे और सही कथन को चुनना होगा. इस प्रकार के प्रश्नों की तैयारी करने के लिए उस समय का राजस्व प्रकार, करों के बारे में जानकारी होनी चाहिए. पता होना चाहिए कि किसने कौन सा कर शुरु किया और उसके आधार पर नोट्स बनाने चाहिए.
संदर्भ पुस्तकें-
पुरानी एनसीईआरटी किताब-मध्यकालीन भारत, अगर यह पुरानी किताब आपको बाजार में न मिले तो 7वीं कक्षा की नई किताब और 12वीं कक्षा की (थीम्स ऑफ हिस्ट्री II)
अभ्यास के लिए रणनीति-
अभ्यास बहुत आवश्यक है. अपने खुद के नोट्स बनायें और स्तरीय किताबों से अध्यन करें और बार बार दोहरायें, आपके खुद के बनाये नोट्स अध्यन और दोहरानें में आपकी सहायता करेंगें.
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