करेंट अफेयर्स का महत्व (Importance of Current Affairs) लगातार बढ़ता जा रहा है. सामान्य तौर पर यह अनुभव किया जा सकता है कि घोषित या अघोषित तरीके से इसके महत्व को बढ़ाया जा रहा है. हाल के दिनों में संपन्न अधिकांशतः प्रतिस्पर्धी परीक्षा में पिछले वर्षों की तुलना में करेंट अफेयर्स से अपेक्षाकृत अधिक प्रश्न पूछे जा रहे हैं. आईएएस की परीक्षा में तो पिछले एक-दो वर्ष से 50 प्रतिशत से अधिक प्रश्न करेंट अफेयर्स से ही पूछे जाने लगे हैं. एलएलबी प्रवेश परीक्षाओं (विशेषतः दिल्ली विश्वविद्यालय) में करेंट अफयर्स के हिस्से को घोषित रूप में बढ़ाया गया है. मकसद साफ है, परीक्षार्थियों से करेंट अफेयर्स की जानकारी की अपेक्षा बढ़ने लगी है.
करेंट अफेयर्स (Current Affairs) के इस बढ़ते महत्व के दो प्रमुख कारण हैं- एक ग्लोबलाइजेशन और दूसरा प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में परीक्षार्थियों के लिए समान अवसर मुहैया कराना. ग्लोबलाइजेशन ने सम्पूर्ण विश्व को एक गांव के रूप में तब्दील कर दिया है, जिससे विश्व के किसी भी कोने में घटनेवाली घटनाएं हमें प्रभावित करने लगी है. अतः इन पर नजर रखनी जरूरी और अपेक्षित हो गयी है. दूसरा कारण परीक्षार्थियों के जांच के लिए आवश्यक है क्योंकि प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में करेंट-अफेयर्स ही एकमात्र ऐसा हिस्सा है, जहां प्रतिस्पर्धा के लिए समान-धरातल मुहैया कराई जा सकती है. हिंदी-अंग्रेजी, महंगी कोचिंग, सुविधा-संपन्न या इनसे वंचित परीक्षार्थियों के बीच भेद भाव खत्म किया जा सकता है.
टीवी सीरियल, स्कूल-कॉलेज कार्यक्रमों में भी करेंट अफेयर्स की लोकप्रियता (Popularity of Current Affairs) बढ़ रही है. कौन बनेगा करोड़पति, टाटा व्हिज़ क्विज आदि इसके प्रमाण हैं. यानी यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि करेंट अफेयर्स का महत्व और दायरा बढ़ रहा है. प्रतियोगी परीक्षाओं के बाहर भी करेंट अफेयर्स अपने पांव जमा चुका है. अतः इसके महत्व को सभी वर्गों के लिए पहचानना जरूरी है, क्योंकि दौड़ में पीछे रहना कौन चाहता है.
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