इन दिनों कॉपीराइट से जुडी घटनाओं में तेजी से बढोतरी हो रही है। यही कारण है कि लॉ से जुडे विशेषज्ञों की मांग बढ रही है। एक अनुमान के मुताबिक, नया कोर्स होने के कारण अभी भी मार्केट में आईपीआर और पेटेंट लॉ से जुडे एक्सपर्ट्स की कमी है।
आईपीआर और पेटेंट लॉ से जुडे एक्सपर्ट्स की कमी की भरपाई के लिए ही नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, दिल्ली ने पीजी डिप्लोमा इन आईपीआर ऐंड पेटेंट लॉ से संबंधित कोर्स शुरू किया है।
उद्देश्य
यह कोर्स इंटिलेक्चुअॅल प्रॉपर्टी के मामलों से जुडे लीगल, टेक्निकल और मैनेजमेंट पहलुओं को कवर करता है। इसे कैंडिडेट्स में रोजगारपरक स्किल्स को विकसित करने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है। नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अतुल्य नाथ कहते हैं-मार्केट में ट्रेंड प्रोफेशनल्स की भारी डिमांड को देखते हुए ही इस कोर्स को शुरू किया गया है। इसका एक ही मकसद है-इंटिलेक्चुअॅल प्रॉपर्टी और पेटेंट लॉ की फील्ड में ग्लोबल स्किल्स क्रिएट करना।
क्या है विशेषता: इस कोर्स में कैंडिडेट्स को लॉ और ट्रेडमार्क, कॉपीराइट्स, भौगोलिक संकेतों, ट्रेड सिक्रेट्स, पेटेंट और आईपीआर के कई अन्य पहलुओं के साथ फाइलिंग प्रोसीजर आदि के बारे में गहन जानकारी दी जाती है। साथ ही, इंटिलेक्चुअॅल प्रॉपर्टी मैनेजमेंट जैसे, कॉमर्शियलाइजेशन, वैल्यूएशन, लाइसेंसिंग और पोर्टफोलियो ऑडिट के बारे में भी विस्तार से पढाया जाता है।
कोर्स की अवधि
इस कोर्स की कुल अवधि 12 माह यानी एक वर्ष है। जहां तक क्लासेज की बात है, तो यह हफ्ते में दो बार होगी। क्लासेज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संचालित किए जाएंगे।
गौरतलब है कि कामकाजी लोग भी इस कोर्स को आराम से कर सकते हैं, क्योंकि क्लासेज ऑफिस अवधि के पहले ही आयोजित की जाएंगी। छात्रों का मूल्यांकन भी किया जाएगा, जो कि लगातार चलता रहेगा। जो सफल रहेंगे, उन्हें एनएलयू की तरफ से सर्टिफिकेट दिए जाएंगे। पीजी डिप्लोमा इन इंटिलेक्चुअॅल प्रॉपर्टी राइट्स
योग्यता: ग्रेजुएशन
अवधि: 12 माह
कुल फीस: 1 लाख 55 हजार
संस्थान: नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, दिल्ली
वेबसाइट: www.nludelhi.ac.in
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