हर युवा अपने भविष्य को लेकर अलग-अलग सपने देखता है। यदि आपका सपना कम उम्र में सेना का अधिकारी बनकर देश की सेवा करने का है, तो आपके लिए एनडीए से बेहतर कोई दूसरा विकल्प नहीं हो सकता है। हाल ही में यूपीएससी ने इसके लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 नवंबर है और परीक्षा की तिथि 17 अप्रैल, 2011 निर्धारित की गई है। इस परीक्षा में बारहवीं उत्तीर्ण लोग ही शामिल हो सकते है।
वस्तुनिष्ठ होगी परीक्षा
एनडीए के लिए वस्तुनिष्ठ लिखित परीक्षा में दो पेपर्स होंगे। पहला पेपर ढाई घंटे का होगा, जिनमें 300 अंक के प्रश्न गणित से संबंधित पूछे जाएंगे। दूसरा पेपर भी ढाई घंटे का ही होगा, इसमें जनरल एबिलिटी के प्रश्न होंगे। इसके लिए 600 अंक निर्धारित किए गए हैं। लिखित परीक्षा के पहले पेपर, गणित में एनालिटिकल जिऑमेट्री, कैलकुलस, अल्जेब्रा, मैट्रिक्स ऐंड डिटरमिनेंट्स, ट्रिगोनोमेट्री, स्टैटिस्टिक्स ऐंड प्रॉबेबिलिटी आदि से संबंधित प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं। वहीं दूसरे पेपर के पार्ट ए में इंग्लिश के प्रश्न होते हैं। इसके अलावा, पार्ट बी में जनरल नॉलेज के प्रश्न होते हैं। दरअसल, पार्ट बी के सेक्शन-ए में फिजिक्स से जुडे सवाल होते हैं। अमूमन इसमें फिजिकल प्रॉपर्टीज, मास, वेट, वॉल्यूम, डेंसिटी, मोशन, वैलोसिटी, ग्रेविटैशन, पॉवर ऐंड एनर्जी आदि के प्रश्न होते हैं। सेक्शन-बी में केमिस्ट्री से प्रश्न पूछे जाते हैं। इसमें फिजिकल ऐंड केमिकल चेंजेज, एलिमेंट, मिक्सचर ऐंड कम्पाउंड, केमिकल एक्यूवेशन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड , प्रापर्टीज आदि से जुडे सवाल शामिल होते हैं। सेक्शन-सी में जनरल साइंस से सवाल पूछे जाते हैं। आमतौर पर जनरल साइंस में लिविंग वींग और नॉन लिविंग वींग में अंतर, बेसिस ऑफ लाइफ, प्लांट्स ऐंड ऐनिमल्स के ग्रोथ ऐंड प्रोडक्शन, ह्यूमन बॉडी, फूड, सोलर सिस्टम आदि से जुडे प्रश्न होते हैं। जीएस के अंतर्गत भारतीय इतिहास, संस्कृति, सभ्यता, भारतीय संविधान, पंचायती राज, पंचवर्षीय योजना, भूगोल, आदि से संबंधित प्रश्न होते हैं।
स्मार्ट स्ट्रैटजी
किसी भी परीक्षा में सफल होने के लिए आवश्यक है कि आपउसके सिलेबस के हिसाब से तैयारी की स्ट्रैटजी बनाएं। इस परीक्षा से संबंधित अनसॉल्व्ड पेपर को लेकर उसे निर्धारित समय के अंदर हल करने की हर संभव कोशिश करें। अंग्रेजी की तैयारी के लिए ग्रामर के साथ-साथ कम से कम एक अंगे्रजी पेपर का अध्ययन जरूर करें। एनडीए के पिछले दो-तीन वर्षो के प्रश्नपत्र में देखें कि अधिक प्रश्न किस क्षेत्र से पूछे जाते हैं। आप उन्हीं पर ज्यादा से ज्यादा फोकस करने की कोशिश करें। इस परीक्षा में साइंस का पेपर महत्वपूर्ण होता है। इसके लिए एनसीईआरटी की पुस्तकों का अध्ययन करें। गणित की तैयारी के लिए अभ्यास महत्वपूर्ण है। करेंट अफेयर्स की तैयारी के लिए रेडियो या टीवी पर समाचार अवश्य सुनें। यदि आप पिछले वर्ष के प्रश्नों को देखेंगे, तो पाएंगे कि परीक्षा में प्राय: एक महीने के अंदर घटित-घटनाओं से जुडे हुए अधिकतर प्रश्न पूछे जाते हैं। कंपटीशन से संबंधित कई अच्छी मासिक पत्रिकाएं कम कीमत पर बाजार में उपलब्ध हैं। आप चाहें, तो इसका भी उपयोग कर सकते हैं। यदि इस तरह की तैयारी करते हैं, तो लिखित परीक्षा में विशेष परेशानी नहीं होगी।
यूजीसी अच्छी सैलरी के साथ सामाजिक प्रतिष्ठा की चाह रखने वाले अभ्यर्थियों के लिए प्रति वर्ष दो बार नेट (नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट)के माध्यम से लेक्चरर बनने की राह आसान करता है। यूजीसी द्वारा आयोजित इस परीक्षा को पास करने के बाद मेरिट के आधार पर जूनियर रिसर्च फेलोशिप यानी जेआरएफ तथा लेक्चररशिप की योग्यता हासिल हो जाती है। यह परीक्षा 26 दिसंबर को आयोजित कराई जानी है।
लेक्चररशिप के लिए किसी भी प्रकार की आयु सीमा का बंधन नहीं रखा गया है , जबकि जेआरएफ के लिए सामान्य वर्ग की अभ्यर्थियों की अधिकतम आयु 28 वर्ष से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। अन्य वर्ग के अभ्यर्थियों को आरक्षण नीति के तहत आयु सीमा में छूट प्रदान की जाती है। सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से 55 प्रतिशत अंकों के साथ मास्टर डिग्री होना अनिवार्य है, जबकि अन्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 50 प्रतिशत अंक जरूरी है।
विषय चयन
नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट में पीजीविषय के साथ ही परीक्षा में शामिल हुआ जा सकता है। यूजीसी के आर्ट्स विषयों में मास्टर डिग्री के कुल 77 विषयों को इसमें शामिल करने के लिए चयनित किया गया है। विषयों की पूरी सूची की जानकारी 222.ह्वद्दष्.ड्डष्.द्बठ्ठ पर लॉग इन करके ली जा सकती है।
किस तरह की परीक्षा
नेट में दो पाली में कुल तीन पेपरों की परीक्षा आयोजित की जाती है। प्रथम पेपर सामान्य समझ बोध पर आधारित क्वालिफाइंग नेचर का होता है। इस पेपर में कुल 100 अंकों के 60 वैकल्पिक प्रश्न उम्मीदवार से पूछे जाते हैं। इन प्रश्नों में से सिर्फ 50 प्रश्नों का उत्तर देना होता है। इसमें टीचिंग एप्टीट्यूड तथा जनरल अवेयरनेस से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। क्वालिफाई करने वाले अभ्यर्थियों की ही मेरिट लिस्ट निर्धारित करने वाले अन्य दो पेपरों से जांच की जाती है। यूजीसी ने क्वालिफाइंग पेपर में न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक की प्राप्ति अनिवार्य कर दी है। प्रथम पेपर के लिए कुल एक घंटा 15 मिनट का समय निर्धारत है। दूसरा पेपर भी वस्तुनिष्ठ प्रकार का होता है। इसमें विषय से संबंधित कुल 100 अंकों के 50 प्रश्न पूछे जाते हैं। नेट का तीसरा पेपर कुल 200 अंकों का दीर्घउत्तरीय प्रकार का होता है। इस पेपर में पीजी में चयनित विषय से प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके लिए अभ्यर्थियों को कुल 2 घंटे 30 मिनट का समय दिया जाता है।
बेहतर रणनीति जरूरी
क्वालिफाइंग पेपर के लिए पत्र-पत्रिकाओं का अध्ययन तथा समसामयिक मुद्दों व घटनाओं से संबंधित तथ्यों का संकलन बेहद जरूरी है। ठीक ढंग से की गई इस तरह की तैयारी सफलता का मार्ग प्रशस्त करती है। मेधा सूची निर्धारित करने वाले पेपर-दो की तैयारी के लिए संपूर्ण सिलेबस का अध्ययन आवश्यक है। साथ ही, इसकी तैयारी सिलेबस के अनुसार वन लाइनर तथ्यात्मक नोट्स बनाना सफलता के काफी करीब पहुंचा सकता है। पेपर तीन की तैयारी के लिए पिछले वर्षो के दौरान पूछे गए प्रश्नों को भलीभांति देखना बेहद जरूरी है। शॉर्ट्स नोट्स से संबंधित प्रश्नों के महत्वपूर्ण टॉपिक को चिह्नित करना तथा निर्धारित शब्द सीमा एवं समय सीमा में लेखन की प्रैक्टिस इस परीक्षा में सफलता की उम्मीद बहुत अधिक बढा देती है। इस परीक्षा में शामिल होने जा रहे उम्मीदवारों को लॉन्ग प्रश्न के उत्तर के लिए कुछ संभावित क्षेत्रों को चिह्नित कर तैयारी करना चाहिए। यह काफी फायदेमंद होगा। इस तरह की रणनीति बनाकर ही बेहतर तैयारी हो सकती है।
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