हर कोई आजकल अपने सेहत को लेकर सचेत है. चुस्त-तंदुरुस्त काया की इच्छा और उसके प्रति चाह, लोगों की प्राथमिकता बन चुकी है. इसलिए फिटनेस प्रशिक्षक बनना करियर के तौर पर काफी अच्छा है.
परिचय
"शारीरिक तंदुरुस्ती केवल शरीर को स्वस्थ रखने के सबसे महत्वपूर्ण अवयवों में से एक ही नहीं है बल्कि यह गतिशील व मौलिक बौद्धिक क्रियाओं का आधार भी है"- जौन ऍफ़ कैनेडी
एक शक्तिशाली दिमाग के लिए ज़रूरी है एक स्वस्थ्य शरीर का होना, यह कहावत इतनी प्रासंगिक कभी नहीं थी जितनी कि आज है. तेज़ी से बदलती जीवनशैली ने मानव शरीर एवं उसके मस्तिष्क को अकल्पनीय शारीरिक और मानसिक तनाव से भर दिया है. इसलिए प्रशिक्षित फिटनेस इंस्ट्रक्टर की मांग कई गुना बढ़ गयी है. आधुनिक कार्य प्रणाली जो कि ज़्यादातर एक ही स्थान पर बैठकर सारे कार्य निष्पादित करने पर केन्द्रित हो चुकी है, में शारीरिक कसरत के लिए बहुत ही कम जगह है. परिणामस्वरूप, आज समाज का एक बड़ा वर्ग, विशेषतः शहरों में मधुमेह, दिल की बीमारी, मोटापा, हाईपरटेंशन इत्यादि जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रसित है.
कोई ऐसी जादुई गोली नहीं है जिसे खाकर आप अथवा मैं इस दुखद स्थिति से पल भर में छुटकारा पा सकते हैं अपितु इसका केवल एक ही इलाज है- उचित फिटनेस तंत्र अपना कर अपने आपको स्वस्थ्य रखना.
आज फिटनेस का बाज़ार नए फायदेमंद व्यापारिक अवसरों के साथ-साथ सतत करियर के विकल्प को भी लाया है. आज केवल कुछ प्रसिद्ध एवं धनाड्य लोग ही फिटनेस पर ध्यान नहीं दे रहे बल्कि शहरों में रहने वाले प्रोफेशनल्स को भी यह कीड़ा काट चुका है.
और सबसे ज्यादा मज़ेदार बात यह है कि आजकल के आधुनिक हेल्थ-क्लब केवल पसीना बहाने वाली जगह नहीं हैं जहां लोग विभिन्न मशीनों के द्वारा लोहे का वज़न उठाकर अथवा बेंच-प्रेस से अपनी फिटनेस चिंताओं को दूर भगा सकें अथवा 'बॉडीबिल्डिंग' की तरफ ध्यान दे सकें अपितु आज फिटनेस के सिद्धांत में ही क्रांतिकारी परिवर्तन आ चुका है. फिजिकल फिटनेस केवल आपके शरीर को स्वस्थ्य रखने के बारे में नहीं है वरन यह अच्छा दिखने तथा एक क्रियाशील जीवन जीने के बारे में भी है. स्वस्थ्य शरीर को पाना हालाँकि दिखने में बहुत सरल लगता है परन्तु वास्तव में यह उतना सरल है नहीं. इसे पाने के लिए एक नियमित व संयमित फिटनेस तंत्र अपनाना होता है जिसके लिए एक फिटनेस विशेषज्ञ का परामर्श लेना श्रेयस्कर रहेगा. एक फिटनेस इंस्ट्रक्टर की भूमिका बहु-उद्देशीय होती है. इनका सबसे पहला एवं सबसे महत्त्वपूर्ण कार्य होता है- नौसिखियों के शरीर को सही आकार में लाने में उनकी सहायता करना. आपकी जिम की दिनचर्या बनाने के अलावा फिटनेस ट्रेनर आपके हाव-भाव सुधारने में मदद, खान-पान का चार्ट बनाने, फ़ूड सप्लीमेंट्स व नयी फिटनेस तकनीक इत्यादि के बारे में आपको बताता है. इसके अलावा ये अपने ग्राहकों की फिटनेस से जुड़ी विशेष आवश्यकताओं को भी पूरा करते हैं.
फिटनेस इंस्ट्रक्टर का पूरा करियर सही मायनों में उत्साह व जोश से परिपूर्ण रहता है.
पदार्पण
फिजिकल फिटनेस के क्षेत्र में शीघ्र पदार्पण ही लाभकारी सिद्ध होता है. स्कूल के दिनों से ही सुपरिभाषित व्यायाम कार्यक्रमों को अपनी आदत में शुमार कर लें. शरीर को मनचाहा आकार देने के लिए व्यायामशाला (जिम) में किशोरावस्था के दौरान ही जाना शुरू कर देना चाहिए. एक बार इसे अपना करियर चुनने के बाद दूरगामी उद्देश्यों को पूरा करने के लिए विशेष फोकस एरिया का चुनाव करें.
क्या यह मेरे लिए सही करियर है?
यह जॉब उनके लिए सर्वोत्तम है जो सिटिंग जॉब नहीं पसंद करते तथा खड़े रहकर काम करना पसंद करते है.
इस प्रोफेशन में आपको पूरे करियर के दौरान तन-मन से अपने आपको समर्पित करना होगा.
आपको दूसरों को शेप में लाने के लिए दिन-प्रतिदिन जिम में अपना पसीना बहाने के लिए तैयार रहना होगा. इससे भी बढ़कर आपमें वो जोश होना चाहिए जो दूसरों को अपने फिटनेस गोल प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करे. आपको इस क्षेत्र में होने वाली नयी-नयी खोजों एवं आविष्कारों को अपने करियर की बेहतरी के लिए आत्मसात करना चाहिए.
खर्चा कितना होगा?
सरकार द्वारा संचालित शिक्षण संस्थानों से शारीरिक शिक्षा में स्नातक अथवा परास्नातक करना कम खर्चे वाला होता है. जहां तक निजी संस्थानों से कोर्स करने पर होने वाले खर्चे का सवाल है तो वह निर्भर करता है आपके कोर्स, स्पेशलाइज़ेशन व इसकी अवधि पर.
छात्रवृत्ति
लक्ष्मीबाई नेशनल कॉलेज ऑफ़ फिजिकल एजुकेशन, तिरुवनंतपुरम स्नातक एवं परास्नातक दोनों स्तरों पर योग्य छात्रों को मैरिट के आधार पर स्कॉलरशिप प्रदान करता है.
रोज़गार के अवसर
फिटनेस ट्रेनरों के लिए आजकल अवसर भरपूर हैं. यदि आप सरकारी नौकरी पाकर आनंद की ज़िंदगी जीना चाहते हैं तो सरकार द्वारा संचालित किसी संस्थान अथवा स्पोर्ट बॉडी की तरफ रुख कर सकते हैं. स्कूल, कॉलेज एवं यूनिवर्सिटी में फिटनेस ट्रेनर के तमाम पद हैं. परास्नातक या इससे उच्च डिग्री प्राप्त फिटनेस इंस्ट्रक्टर कॉलेज व अन्य शिक्षण संस्थानों में आवेदन कर सकते हैं.
निजी क्षेत्र में, फाइव स्टार होटल से लेकर हेल्थ रिजोर्ट, स्पा, स्पोर्ट्स और फिटनेस क्लब तक सभी में रोज़गार के अवसर मौजूद हैं. आप खुद का जिम या हेल्थ क्लब शुरू कर सकते हैं अथवा किसी प्रसिद्ध व्यक्ति के पर्सनल ट्रेनर बन सकते हैं. अवसर वास्तव में अंतहीन हैं.
वेतनमान
फिटनेस ट्रेनर का वेतनमान कई चीज़ों पर निर्भर करता है. शुरूआत में एक प्रोफेशनल को हालांकि ज्यादा पैसे नहीं मिलते परन्तु समय के साथ अनुभव बढ़ने पर फिटनेस इंस्ट्रक्टर 15 से 25 हज़ार रूपये मासिक कमा सकते हैं. फिटनेस क्लब की प्रतिष्ठा, लोकल्टी व उसके ग्राहकों या छात्रों की संख्या के आधार पर फिटनेस ट्रेनर का वेतन बढ़ सकता है.
फिटनेस ट्रेनर जो सेलेब्रिटी के ट्रेनर बन जाते हैं, अपना बिजनेस चलाते हैं अथवा किसी मल्टी-नेशनल चेन से जुड़कर प्रतिमाह लाखों रूपये कमा सकते हैं.
मांग एवं आपूर्ति
जॉब मार्केट में इस प्रोफाइल की बहुत मांग है तथा यह ट्रेंड आगे भी जारी रहने वाला है. सरकारी एवं निजी दोनों तरह के संस्थान इस मांग को पूरा करने के लिए प्रयासरत हैं.
मार्केट वॉच
वर्तमान जॉब मार्केट को देखते हुए फिटनेस उद्योग दिन दोगुनी रात चौगुनी तरकी करने के लिए तैयार है.
अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन
यूएस, यूके, जर्मनी, फ़्रांस, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों की तुलना में भारत में यह व्यापार संगठित नहीं है तथा इस की आधारभूत संरचना भी यहाँ विकसित रूप में नहीं है. भारतीय फिटनेस इंस्ट्रक्टर इन देशों में भी करियर बना सकते हैं. लेकिन इन देशों की तुलना में भारत में अवसर ज्यादा हैं.
सकारात्मक/नकारात्मक पहलू
सकारात्मक
- इस करियर का सबसे बड़ा फायदा है कि इसमें आप सदैव फिट रहते हैं चूकि दूसरों को फिट रखना आपका पेशा है.
- आपको जीवन में विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से मिलने का मौका मिलता है जो कि आपके बिजनेस अथवा करियर को नयी ऊंचाइयों तक ले जाने में आपकी सहायता कर सकते हैं.
- आप उन लोगों के रोल मॉडल होते हैं जो आपसे ट्रेनिंग लेते हैं.
नकारात्मक
1. चूंकि यह सेवा उद्योग है अतः आप कठिन या सहयोगपूर्ण रवैय्या न रखने वालों से बात करने के दौरान भी अपना आपा ना खोएं.
2. एक निश्चित समय के पश्चात आप आत्मसंतुष्ट हो सकते हैं तथा अपने छात्रों की उस तरह से सहायता नहीं करते जैसी कि आप पहले किया करते थे.
3. इस जॉब में आपको सदैव क्रियाशील रहना होता है ज़रा सी भी ढिलाई आपकी वर्षों की कमाई हुई प्रतिष्ठा एवं बिजनेस को मिट्टी में मिला सकती है.
भूमिका एवं पदनाम
फिटनेस इंस्ट्रक्टर की विभिन्न भूमिकाएं निम्न हो सकती हैं:
- एरोबिक इंस्ट्रक्टर- फिटनेस इंस्ट्रक्टर जो दैनिक एरोबिक क्रिया में विशेषज्ञ होता है.
- क्लीनिकल एक्सरसाइज़ विशेषज्ञ- एक ट्रेनर जो रोगियों को चोटों व उनकी शारीरिक बीमारियों से मुक्ति दिलाने में सहायता करता है.
- ग्रुप फिटनेस/जिम इंस्ट्रक्टर- यह लोगों के समूह को उनकी फिटनेस दिनचर्या के पहलुओं को समझाने में विशेषज्ञ होता है.
- पर्सनल ट्रेनर- फिटनेस ट्रेनर जो कि केवल एक व्यक्ति के फिटनेस शेड्यूल, डाईट व ट्रेनिंग का ध्यान रखे.
अग्रणी कंपनिया
- भारतीय खेल प्राधिकरण
- सरकारी संस्थान एवं संगठन
- अग्रणी होटल एवं रिजोर्ट
- राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के फिटनेस क्लब
- खेल क्लब तथा शिक्षण संस्थान
- सिने स्टार, मॉडल, बिजनेसमैन, खिलाड़ी इत्यादि
रोज़गार प्राप्त करने के लिए सुझाव
- किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से डिग्री या डिप्लोमा लेना चाहिए.
- चूंकि यह सेवा उद्योग का ही एक भाग है अतः आपको अपनी कम्युनिकेशन स्किल्स पर ध्यान देना होगा.
- अच्छा व्यवहार एवं शिष्टाचार आपकी विभिन्न परिस्थितियों एवं हस्तियों से बात करने में सहायक होता है.
- फिटनेस के क्षेत्र में हो रहे अनुसंधानों एवं नए ट्रेंड्स के बारे में अपडेट रहना आवश्यक है.
चरणबद्ध प्रक्रिया
फिटनेस इंस्ट्रक्टर कि जॉब पाने के लिए किसी नामी गिरामी उनिवार्सिटी से प्रमाण पत्र हासिल करना जरूरी नहीं है. इस क्षेत्र में अपने प्रतिस्पर्धियों से पार पाने के लिए आपको क्वालिटी ट्रेनिंग पाने कि आवश्यकता है.
ट्रेनिंग के विभिन्न विकल्प है. आप शारीरिक शिक्षा कि रेगुलर पढ़ाई इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ सपोर्ट साइंस और सपोर्ट साइंस (आई जी आई पी इ एस एस ), नई दिल्ली; लक्षमीबाई नेशनल कोलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन, तिरुवनंतपुरम और ग्वालियर के अलावा खेल प्राधिकरण (एसएआई) द्वारा मान्यता प्राप्त देश के किसी भी संस्थान से कर सकते हैं. ये सभी संस्थान क्वालिटी फिटनेस ट्रेनिंग देने के लिए प्रसिद्ध है. इन सभी संस्थानों के अतिरिक्त भारत में और भी कई संस्थान हैं जो विभिन्न स्तरों पर शरिरिरिक शिक्षा कि पढ़ाई करवातें हैं.
यदि आप शारीरिक विज्ञान और उससे संबंधित विषयों का सम्पूर्ण ज्ञान प्राप्त करना चाहतें हैं तो आप शारीरिक विज्ञान में पीएचडी कर सकतें हैं.
आप शारीरिक विज्ञान के क्षेत्र में प्रोफेशनल फिटनेस प्रोग्राम जैसे रिबोर्क फिटनेस इंस्ट्रक्टर सर्टिफिकेशन प्रोग्राम, द नाईक एरोबिक कोर्स और इसके जैसे कई दूसरे पाठ्यक्रम भी कर सकते हैं. एक निजी संस्थान बीएफवाई (फिटनेस फॉर यू) फिटनेस से जुड़े कई सरे कोर्से करवाती है.
इस क्षेत्र में ट्रेनिंग पूरी करते ही नौकरी के अवसर बहुत बढ़ जातें हैं. सिर्फ अच्छी शैक्षिक योग्यता रखना ही काफी नहीं है बल्कि आपको अपने क्षेत्र में होने वाले नित नए प्रयोगों एवं नई तकनीक से स्वयं को उपडेट करते रहना होग. इस क्षेत्र में करियर बनाने कि इच्छा रखने वालो को सुझाव है कि आप अपने आप को फिटनेस क्षेत्र में होने वाले नए अविष्कारों को एवं आहार से जुड़ी विभिन्न बातों कि जानकारी रखतें रहनी होगी.
आप जूनियर इंस्ट्रक्टर के रूप में किसी फिटनेस क्लब से शुरुआत कर सकतें हैं. धीरे-धीरे अपने कोशल और कोंटेक्ट्स को बढ़ाएं जो कि आपको एक जॉब दिलाने में सहायक होगी. अपना व्यवसाय शुरू करना भी एक अच्छा विकल्प है. इसके लिए एक सुनियोजित योजना, आर्थिक दृढ़ता और अत्यधिक प्रबंधन कुशलता कि जरूरत होती है.
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