युवा मामलों एवं खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार योजना (Rashtriya Khel Protsahan Puruskar Scheme) को 11 फरवरी 2015 को दोबारा शुरू किया. इस योजना के तहत निम्नलिखित चार वर्गों में राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार दिये जायेंगे.
• उदीयमान/युवा प्रतिभाओं की पहचान एवं प्रशिक्षण
• कारपोरेट सामाजिक दायित्व के जरिये खेलों को प्रोत्साहन
• विकास के लिए खेल
• खिलाडि़यों को रोजगार और खेल कल्याण उपाय
इसके तहत उपरोक्त चारों वर्गों की योग्यता निर्धारित की गई.
कंपनी अधिनियम 2013 की अनुसूची 8 में ग्रामीण खेलों, राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त खेलों, पैरालिम्पिक खेलों और ओलंपिक खेलों में प्रशिक्षण और प्रोत्साहन को शामिल किया गया.
योजना के तहत एक विशेष वर्ग ‘कारपोरेट सामाजिक दायित्व के जरिये खेलों के प्रोत्साहन’ को भी शामिल किया गया.
कंपनियां अब कारपोरेट सामाजिक दायित्व के तहत निधियों को खेलों के प्रोत्साहन और विकास पर खर्च कर सकती हैं.
विदित है कि गैर सरकारी संगठन भी खेलों के विकास और प्रोत्साहन के लिए बहुत काम कर रहे हैं, इसलिए इन संगठनों के प्रयासों को प्रोत्साहन देने के लिए एक विशेष वर्ग ‘विकास के लिए खेल’ शुरू किया गया.
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार योजना
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार योजना (Rashtriya Khel Protsahan Puruskar Scheme) को वर्ष 2009 में शुरू किया गया था. युवा मामलों एवं खेल मंत्रालय ने कारपोरेट, खेल प्रोत्साहन बोर्ड आदि को देश में खेल के विकास के लिए प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार योजना को दोबारा शुरू किया.
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