पंद्रहवां वित्त आयोग 21 मई, 2020 को स्वास्थ्य क्षेत्र के संबंध में अपने उच्च स्तरीय समूह (HLG) के साथ एक बैठक आयोजित करेगा. यह बैठक एक आभासी सम्मेलन के माध्यम से आयोजित की जाएगी. 15 वें वित्त आयोग ने वर्ष 2018 में अपने उच्च स्तरीय समूह का गठन किया था जिसमें स्वास्थ्य क्षेत्र के प्रतिष्ठित पेशेवर भी शामिल थे.
इस समूह ने अगस्त 2019 में अपनी अंतिम रिपोर्ट भी प्रस्तुत की थी जिसकी सिफारिशों को वित्त आयोग की पहली रिपोर्ट में शामिल किया गया था. स्वास्थ्य क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए, 15वें वित्त आयोग ने मौजूदा कोविड -19 महामारी के दौरान वर्तमान हालात को देखते हुए अपनी उच्च स्तरीय बैठक का निर्णय लिया है.
आगामी बैठक में क्या महत्वपूर्ण होगा?
संसद के सदस्य और संसदीय वित्त समिति के अध्यक्ष श्री जयंत सिन्हा भी वित्त आयोग के सदस्यों, अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भाग ले सकते हैं. बैठक के लिए, उच्च स्तरीय समूह (HLG) को मौजूदा कोविड -19 महामारी के संदर्भ में मूल सिफारिशों की समीक्षा करने के लिए कहा गया है. वर्ष 2021-22 से वर्ष 2025-26 तक स्वास्थ्य इन्फ़्रा गैप अर्थात चिकित्सा उपकरण, अस्पताल जैसी बुनियादी सुविधा और पीपीई आदि के संबंध में संसाधनों की अनुमानित आवश्यकता और स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित जनशक्ति के पुनर्मूल्यांकन की तत्काल आवश्यकता भी है.
वह प्रणाली जिसके माध्यम से इन आवश्यकताओं के लिए वित्त अर्थात धन की व्यवस्था की जाती है, उस प्रणाली की भी गंभीर रूप से जांच की जानी चाहिए और इसमें निजी क्षेत्र की बढ़ी हुई भूमिका भी शामिल है. इस बैठक में, प्रोफ़ेसर शमिका रवि द्वारा इस महामारी के व्यवहार पर महामारी के मार्ग की मॉडलिंग के संबंध में एक प्रस्तुति भी दी जाएगी.
उच्च स्तरीय समूह की संरचना:
इस उच्च स्तरीय समूह में पहले डॉ. देवी शेट्टी, अध्यक्ष, नारायण हेल्थ सिटी, डॉ. रणदीप गुलेरिया, निदेशक, एम्स, डॉ. दीलिप गोविंद म्हैसेकर, कुलपति, महाराष्ट्र स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, डॉ. भबतोष बिस्वास, प्रो. एंड एचओडी, कार्डियो-थोरैसिक सर्जरी, आरजी कार मेडिकल कॉलेज, डॉ. नरेश त्रेहान, मेदांता सिटी और प्रोफेसर के. श्रीनाथ रेड्डी, अध्यक्ष, पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया शामिल थे और अब डॉ. हर्ष महाजन, संस्थापक, महाजन इमेजिंग, नई दिल्ली और डॉ. एस.के. सरीन, निदेशक, इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बायलरी साइंसेज (ILBS) को भी इस समूह में शामिल कर लिया गया है.
आयोग ने सरकार के प्रयासों की सराहना की:
इस आयोग ने कोविड -19 महामारी के मौजूदा संकट को दूर करने के लिए भारत सरकार के कुछ दूरगामी प्रयासों को स्वीकार किया है. आयोग के अनुसार, राज्यों के लिए 15,000 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा के माध्यम से जमीनी स्तर पर निवेश को बढ़ाने में मदद मिलेगी.
यह आयोग सभी जिला अस्पतालों में संक्रामक रोग ब्लॉक और ब्लॉक स्तरों पर सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं को स्थापित करने का भी नेतृत्व करेगा. आयोग के अनुसार, स्वास्थ्य उपायों की आवश्यक श्रृंखला में ये पहले आवश्यक चरण हैं.
HLG कब शुरू हुआ: पृष्ठभूमि
मई 2018 में 15 वें वित्त आयोग द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए उल्लिखित उच्च स्तरीय समूह का गठन किया गया था. इसमें स्वास्थ्य क्षेत्र के कुछ प्रतिष्ठित पेशेवर शामिल थे और इसकी अध्यक्षता एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने की थी.
अगस्त 2019 में इस समूह द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत की गई और इसकी प्रमुख सिफारिशों को वर्ष 2020 -21 के लिए 15वें वित्त आयोग की पहली रिपोर्ट में भी शामिल किया गया था.
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