ओडिशा सरकार के पर्यावरण विभाग द्वारा की गयी जनगणना के अनुसार राज्य में 181 लुप्तप्राय इरावदी डालफिन पायी गयीं. यह जनगणना 20 जनवरी 2017 को की गयी.
इसके अतिरिक्त, 34 हम्पबैक डॉल्फिन, 31 बॉटल नोज़ डॉल्फिन एवं पांच पैनट्रॉपिकल डॉल्फिन देखि गयीं. वर्ष 2015 की तुलना में डॉल्फिन की संख्या में भारी गिरावट दर्ज की गयी. सर्वे के लिए गयी टीम ने 450 डॉल्फिन की पहचान की.
ओडिशा में वर्ष 2016 में होने वाली जनगणना को स्थगित कर दिया गया था क्योंकि तूफानी हवाओं के कारण डॉल्फिन को चिन्हित किया जाना संभव नहीं था. वर्ष 2017 में सरकारी अधिकारियों एवं वन्यजीव विशेषज्ञों द्वारा सर्वेक्षण किया गया.
इरावदी डॉल्फिन
• इरावदी डालफिन महासागरीय डॉल्फिन की एक प्रजाति है.
• इरावदी डॉल्फ़िन एक यूरीहैलाइन प्रजाति होती है, जो सागर तटों के निकट और ईस्टुअरी तथा नदियों में पायी जाती है.
• इसका आवास स्थान बंगाल की खाड़ी दक्षिण पूर्वी एशिया है.
• इस प्रजाति का नाम बर्मा की प्रमुख नदी एयारवाडी के नाम पर पड़ा है जहां यह बहुतयात में पायी जाती है.
• इस डॉल्फिन के 12 से 19 दांत होते हैं तथा इसका उभरा माथा एवं छोटी चोंच इसकी पहचान होती है.
• आनुवंशिक रूप से इस प्रजाति की व्हेल से तुलना की जाती है. यह काफी हद तक ऑस्ट्रेलियाई स्नबफिन डॉल्फिन से मिलती-जुलती है.
• एक अनुमान के अनुसार विश्वभर में इस डॉल्फिन की संख्या लगभग 7000 है जिसमें 90 प्रतिशत आबादी बांग्लादेश में पायी जाती है. बांग्लादेश के अतिरिक्त यह जहां भी पायी जाती है वहां लगभग विलुप्तप्राय है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation