27वां अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला 15फरवरी 2013 को संपन्न हो गया. 15दिवसीय इस मेले का विषय कर्नाटक राज्य रहा. यह मेला हरियाणा पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित किया गया. राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने इस मेले का उदघाटन 2 फरवरी 2013 को किया.
इस मेले में भारत की समृद्ध कला और सांस्कृतिक विरासत का अद्भुत नजारा देखा गया. सूरजकुंड मेला के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि इसमें सभी सार्क देशो ने हिस्सा लिया.
दिल्ली-फरीदाबाद मार्ग स्थित सूरजकुंड में प्रतिवर्ष लगने वाले हस्तशिल्प मेले की शुरुआत 1981 में हुई थी. वर्ष 1989 में पूरी मेला अवधि के दौरान लगभग 175000 लोग पहुंचे थे. वर्ष 2012 में लगभग 10 लाख दर्शक पहुंचे. वर्ष 2013 के इस मेले का उद्घाटन 2 फरवरी 2013 को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने किया. मेला क्षेत्र 40 एकड़ में फैला हुआ है. अरावली पर्वतमाला की तराई में विशाल तालाब सूरजकुंड का निर्माण 10वीं शताब्दी में तोमर वंश के राजा सूरजपाल ने करवाया था. तालाब के चारों ओर ईंट से बनी पक्की सीढ़ियां हैं. इसी तालाब के समीप विस्तृत मैदान में अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले का आयोजन होता है.
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