देश के सम्मान की रक्षा के लिए सीमाओं पर बहादुरी से लड़ाई लड़ने वाले जवानों को सम्मानित करने के लिए प्रत्येक साल सात दिसंबर को सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सशस्त्र सेनाओं के जवानों की वीरता को सलाम किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने जवानों के वीरता को सलाम करते हुए कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस हमारे सशस्त्र बलों और उनके परिवारों के प्रति आभार व्यक्त करने का दिन है. भारत को उनकी वीरता भी सेवा और निस्वार्थ बलिदान पर गर्व है. हमारी सेनाओं के कल्याण में योगदान दें. यह कार्य हमारे कई बहादुर कर्मियों और उनके परिवारों की मदद करेगा.
Armed Forces Flag Day is a day to express gratitude to our armed forces and their families. India is proud of their heroic service and selfless sacrifice.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 7, 2020
Do contribute towards the welfare of our forces. This gesture will help so many of our brave personnel and their families. pic.twitter.com/jqbemkbdRt
रक्षा मंत्री राजनाथ का ट्वीट
रक्षा मंत्री राजनाथ ने ट्वीट कर कहा कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर, मैं भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता और सेवा को सलाम करता हूं. यह दिन हमें पूर्व सैनिकों, युद्ध में घायल हुए सैनिकों और उन लोगों के परिवारों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए हमारे महान कर्तव्य की याद दिलाता है, जिन्होंने देश की रक्षा करते हुए अपनी जान गंवा दी.
On the occasion of Armed Forces Flag Day, I salute the valour and service of the Indian Armed Forces.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 7, 2020
This day reminds us of our solemn duty to ensure the welfare of Ex-Servicemen, differently-abled soldiers and the families of those who lost their lives defending the nation. pic.twitter.com/Fpp5VAxABt
तीन महत्वपूर्ण मकसद
इस दिन को मनाने के पीछे तीन महत्वपूर्ण मकसद हैं. इनमें पहला मकसद युद्ध के दौरान होने वाली हानि में सहयोग करना, दूसरा मकसद सेना के जवानों और उनके परिवारों की मुश्किल हालात में मदद करना, तीसरा मकसद रिटायर हो चुके जवानों और उनके परिवार का कल्याण करना है.
इस दिन का उद्देश्य
इस दिन को मनाने का एक बड़ा उद्देश्य ये भी था कि देश की जनता अपने बहादुर सैनिकों के प्रति अपना आभार व्यक्त कर सके और साथ ही उन्हें इस बात का भी अहसास हो सके कि उनकी और उनके परिवार की मदद करना कितना जरूरी है. सेना के जवानों की मदद और उनके कल्याण के लिए ये दिन केवल भारत में ही नहीं बल्कि दूसरे देशों में भी मनाया जाता है. इसमें ब्रिटेन जहां इसकी शुरुआत साल 1956 में हुई थी, इसके अलावा साइप्रस, केन्या और नाइजीरिया शामिल हैं.
पृष्ठभूमि
भारत साल 1949 से सशस्त्र सेना झंडा दिवस के रूप में 07 दिसंबर को मनाता आ रहा है. इस दिन को जवानों के लिए काफी खास माना जाता रहा है. इसकी वजह ये है कि इस दिन भारतीय सेना अपने बहादुर जवानों के कल्याण के लिए लिए भारत की जनता से धन संग्रह करती है. इस दिन को सशस्त्र सेना झंडा दिवस कहा जाता है.
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