मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा के लिए पंजीकरण का कार्य 05 दिसंबर 2018 से आरंभ हो गया. दिल्ली सरकार की इस योजना की शुरुआत दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने की. पहले आओ पहले पाओ के आधार पर वरिष्ठ नागरिकों का चयन इस यात्रा के लिए किया जाएगा. पहले जत्थे में तीर्थ यात्रा के लिए 1000 लोगों को शामिल किया जाएगा.
तीर्थ यात्रा के लिए पूरी ट्रेन बुक होगी जो सफदरजंग रेलवे स्टेशन से चलेगी. ट्रेन में वरिष्ठ नागरिकों की इस तीर्थ यात्रा के दौरान भजन और 2 टाइम की आरती भी होगी. हर यात्रा में दो वालिंटियर सेवा के लिए होंगे और साथ में डॉक्टर व पैरा मेडिकल स्टाफ भी जाएगा.
सरकार ने तीर्थ यात्रा के लिए पांच रूट तय किए है. वैष्णो देवी दर्शन के लिए पांच दिनों का ट्रिप होगा. इसी तरह मथुरा-वृंदावन-आगरा-फतेहपुर सीकरी, हरिद्वार-ऋषिकेस-नीलकंठ और पुष्कर-अजमेर के तीन अलग-अलग ट्रिप 4-4 दिनों के लिए होंगे. इसके अलावा अमृतसर, वाघा बार्डर, आनंदपुर साहिब का ट्रिप भी पांच दिन का होगा. प्रति व्यक्ति करीब 8500 रुपये का खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी.
पृष्ठभूमि
दिल्ली सरकार ने 09 जनवरी 2018 को कैबिनेट मीटिंग में मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी. इस योजना के तहत तय किया गया कि दिल्ली सरकार हर साल 77 हजार लोगों को मुफ्त में तीर्थ यात्रा कराएगी. कैबिनेट की मंजूरी के बाद मसौदे को उपराज्यपाल की मंजूरी के लिए भेजा गया, जिसके बाद यह योजना लागू किया गया है.
योजना के बारे में:
• इस योजना के तहत केजरीवाल सरकार दिल्ली की हर विधानसभा से हर साल 1100 वरिष्ठ नागरिकों का चयन करेगीं.
• इस योजना के तहत 3 दिन और 2 रात की यात्रा कराई जाएगी.
• यात्रा खर्च के साथ मुसाफिरों के रहने के अलावा नाश्ता सहित दोपहर और रात के खाने का खर्च भी सरकार उठाएगी. हर यात्री का 2 लाख रुपये का बीमा भी कराया जाएगा.
• मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के तहत हरिद्वार, ऋषिकेश, वैष्णो देवी, पुष्कर, अजमेर, आनंदपुर साहिब, स्वर्ण मंदिर और वृंदावन जैसे तीर्थस्थलों को चुना गया है. तीर्थ यात्रा का लाभ सिर्फ दिल्ली के वरिष्ठ नागरिकों को मिलेगा जिनकी उम्र 60 साल या उससे ज्यादा है.
• तीर्थ यात्रा पर जाने वाले वरिष्ठ नागरिकों को अपने साथ किसी एक सहायक या परिवार के एक सदस्य को ले जाने की अनुमति होगी जिसका खर्चा सरकार वहन करेगी.
• इस यात्रा के लिए सभी तीर्थ यात्रियों को सरकार एसी बस मुहैया कराएगी.
• एक बार यात्रा पर गए नागरिकों को अगले 3 से 5 साल तक दोबारा इस मुफ्त यात्रा योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा.
ऑनलाइन या ऑफलाइन तरीके से आवेदन:
तीर्थयात्रा के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे या फिर स्थानीय विधायक, डीसी ऑफिस या तीर्थयात्रा विकास समिति में किसी एक जगह आवेदन जमा करा सकेंगे. निर्धारित संख्या पर आवेदन प्राप्त होने पर पोर्टल स्वतः ही आवेदन लेना बंद कर देगा. मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना पर जाने के लिए यात्री ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल (edistrict.delhigovt.nic.in) पर आवेदन कर सकेंगे.
यह भी पढ़ें: दिल्ली हाईकोर्ट: सरकारी जमीन को कब्रिस्तान के रूप में इस्तेमाल का अधिकार नहीं
यह भी पढ़ें: दिल्ली सरकार ने दुर्घटना शिकार नीति को मंजूरी दी
Comments
All Comments (0)
Join the conversation