मैसेजिंग प्लेटफॉर्म टेलीग्राम पर कथित CoWIN डेटा लीक होने की खबर आ रही है जिसके बाद से सरकार हरकत में आ गयी है. इस पूरे मामलें की सरकार जाँच कर रही है. लकिन सवाल यह उठ रहा है कि लोगों की पर्सनल डिटेल्स कैसे टेलीग्राम तक पहुंची.
इस डेटा लीक से लगभग 100 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हो सकते है. बता दें कि कोविन पोर्टल के माध्यम से ही कोविड वैक्सीन के लिए रजिस्टर कराया गया था. इस पर आधार डिटेल्स के जरिये भी लोगों ने रजिस्टर किया था.
CoWIN has adequate safeguards for data privacy, says health ministry refuting reports of data leak from the platform
— Press Trust of India (@PTI_News) June 12, 2023
टेलीग्राम तक कैसे पहुंचा लोगों का डेटा:
कोरोना वैक्सीनेशन के लिए केंद्र सरकार ने कोविन पोर्टल को लांच किया था. ख़बरों में कोविन पोर्टल के डेटा को लेकर बड़ा खुलासा किया गया है कि कोविन पोर्टल पर दिए गए लोगों के डेटा टेलीग्राम पर लीक हो गए है.
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि टेलीग्राम पर जो डिटेल्स लीक हुई है वहीं जानकारियां कोविन पोर्टल पर भी दर्ज की गयी थी. इसमें लोगों की आधार डिटेल्स, पासपोर्ट डिटेल्स और अन्य जरुरी जानकारियों के लीक होने की खबर आ रही है.
सरकार आई हरकत में:
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार इस डेटा लीक के जाँच में लग गयी है. साथ ही सरकार यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कही लोगों की पर्सनल डिटेल्स डोमेन के बाहर के लोगों तक तो नहीं पहुँच गये है.
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि लोगों के डेटा के अलावा, देश के हाई-प्रोफाइल नेताओं और नौकरशाहों की भी जानकारियां साझा की गयी है. इस पूरे मामले का बाद से ही इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय भी हरकत में आ गया है और मामलें की जांच में लग गया है.
100 करोड़ से ज्यादा लोग हो सकते है प्रभावित:
इस डेटा लीक के कारण 100 करोड़ से ज्यादा लोगों प्रभावित हो सकते है, लोगों ने इसी पोर्टल के माध्यम से साइन अप करके वैक्सीनेशन का काम पूरा कराया था. कोविन पोर्टल पर 45 वर्ष से अधिक आयु के 37 करोड़ और 12-14 वर्ष की आयु के 4 करोड़ से अधिक बच्चों के डेटा है.
टेलीग्राम चैटबॉट पर दिख रह था डेटा:
टेलीग्राम चैटबॉट पर लोगों से जुड़ी जानकारी दिखाई दे रही थी. इसमें पर्सनल जानकारी जैसे नाम, वैक्सीनेशन के लिए इस्तेमाल की गई आईडी, और वैक्सीनेशन प्लेस आदि जानकारियां दिखाई दे रही थी. साथ ही साथ साइन-अप के लिए उपयोग किये गए मोबाइल नंबर भी डेटा लीक में दिखाई दे रहे थे.
वर्ष 2021 में एक रिपोर्ट सामने आईं थी कि CoWIN पोर्टल हैक हो गया, और इसके परिणामस्वरूप 15 करोड़ लोगों के डेटा बेंचे गए. हालांकि, साइबर सुरक्षा शोधकर्ताओं ने इस दावे का खंडन किया था.
क्या दिग्गजों के भी डेटा हुए लीक?
मलयालम डेली के अनुसार, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण का डेटा भी लीक हुआ था. वहीं कोटद्वार से उत्तराखंड विधायक उनकी पत्नी रितु खंडूरी के भी डेटा लीक हुए है.
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता साकेत गोखले के अनुसार, इस डेटा लीक में कथित तौर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम राज्यसभा सांसदों संजय राउत और डेरेक ओ’ब्रायन के भी डेटा शामिल है.
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