देथ अंडर द देवदार्सः रस्किन बॉन्ड
बेहद लोकप्रिय लेखक, कहानीकार रस्किन बॉन्ड काफी लंबे समय के बाद पाठकों के सामने अपनी नई किताब 'डेथ अंडर द देवदार्सः द एडवेंचर्स ऑफ मिस रिप्ले– बीन' के साथ आए हैं.
किताब में 8 नई रहस्य से भरी कहानियां हैं.
ये कहानियां 1960-70 के दशक में छुट्टी बिताने वाले लोकप्रिय स्थानों में से एक मसूरी की हैं. कहानियों के माध्यम से लेखक ने एक मौत के रहस्य को बताने की कोशिश की है. कहानी बुजुर्ग महिला – मिस रिप्ले– बीन और उनके मित्रों की है.
इसका प्रकाशन पेंगुइन इंडिया ने किया है. वास्तव में यह किताब रस्किन बॉन्ड और पेंगुइन इंडिया के उदयन मित्रा के बीच साझा किए गए विचारों और बातचीत का स्वरूप है. रस्किन बॉन्ड की किसी भी दूसरी किताब के जैसे ही इन कहानियों में भी हास्य और अनूठे चरित्र भरे हुए हैं. रहस्य का ताना बाना इस प्रकार बुना गया है कि बच्चों और व्यस्कों का ध्यान एक जैसे ही आकर्षित करता है.
रस्किन बॉन्ड के बारे में:
• ब्रिटिश मूल के भारतीय लेखक रस्किन बॉन्ड अपने दत्तक परिवार के साथ मसूरी के लण्ढोर में रहते हैं.
• भारत में बाल साहित्य के विकास में उनके योगदान के लिए वर्ष 1992 में उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार, 1999 में पद्म श्री और 2014 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया.
• उन्होंने अपना पहला उपन्यास, ' द रूम ऑन द रूफ' सिर्फ 17 वर्ष की उम्र में लंदन में लिखा था. यह किताब, जो अर्द्ध आत्मकथात्मक थी, एक एंग्लो– इंडियन लड़के रस्टी पर आधारित थी. वर्ष 1957 में इस किताब के लिए उन्हें जॉन लेवेलिन रिज पुरस्कार (John Llewellyn Rhys Prize) से सम्मानित किया गया था.
• उसके बाद से उन्होंने कथेत्यर कहानियां, अलौकिक कहानियां, लघु कहानियां, आत्मकथाएं, कविताएं, निबंध और बच्चों की कई किताबें लिखीं.
• उनकी कुछ चुनींदा किताबों में, 'द ब्लू अंब्रेला',' द आइज आर नॉट हेर', 'अ फेस इन द डार्क एंड अदर हॉन्टिंग्स',' फनी साइड अप',' अ फ्लाइट ऑफ पीजन्स', और 'द लैंप इज लिट' है.
• बॉन्ड का बहुप्रतीक्षित संस्मरण अगले वर्ष आएगा. उम्मीद है इसमें लेखक के मसूरी जीवन के बारे में काफी कुछ लिखा होगा.
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