संयुक्त राष्ट्र की तीन एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि गृहयुद्ध एवं ध्वस्त होती अर्थव्यवस्था के वजह दक्षिण सूडान के कुछ हिस्सों में लगभग 100,000 लोगों को भूखमरी का सामना करना पड़ रहा है, जहां 20 फरवरी 2017 को अकाल घोषित कर दिया गया है.
पिछले छह वर्षोँ में ऐसा प्रथम बार हुआ है कि विश्व में कहीं अकाल घोषित किया गया है. हालांकि ये सबसे नया देश है जो कि वर्ष 2011 में बना. पूर्व उप राष्ट्रपति रीक माचार तथा राष्ट्रपति साल्वा कीर के बीच लड़ाई से गृहयुद्ध शुरु हुआ.
संयुक्त राष्ट्र की उप प्रवक्ता फरहान हक ने कहा की इसके अलावा 10 लाख लोग अकाल के नजदीक हैं. उन्होंने कहा की देश में जारी युद्ध के तीन साल से अधिक समय हो चुके हैं, तथा भूखमरी के कारण स्थिति बहुत ही खराब हो गई है.
फरहान हक के अनुसार, विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) की कंट्री डायरेक्टर जॉयस लुमा ने जोर देते हुए कहा है कि यह अकाल इंसानों की ही देन है. हक के मुताबिक, लुमा ने यह भी कहा है कि पूरा मानवीय समुदाय इस तबाही से बचने के लिए पूरी तरह से कोशिश कर रहा है.
बड़े पैमाने पर मानवीय प्रतिक्रियाएं भी मिल रही हैं, जो तीन साल पहले असंभव मालूम पड़ता था. हक ने कहा कि खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ), संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ) तथा विश्व खाद्य कार्यक्रम ने लोगों को भूख से मरने से बचाने हेतु इस संबंध में तत्काल कदम उठाने की बात भी कही है.
सूडान से लंबे संघर्ष के बाद आजाद हुए तेल समृद्ध दक्षिण सूडान में पिछले तीन सालों से गृहयुद्ध जारी है.
दक्षिण सूडान के बारे में:
• दक्षिण सूडान उत्तर-पूर्व अफ़्रीका में स्थित स्थल-रुद्ध देश है.
• देश के पूर्व में इथियोपिया, उत्तर में सूडान गणतंत्र, दक्षिण-पूर्व में केन्या, दक्षिण में युगान्डा, दक्षिण-पश्चिम में कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य तथा पश्चिम में मध्य अफ़्रीकी गणराज्य है.
• दक्षिण सूडान को 9 जुलाई 2011 को जनमत-संग्रह के बाद स्वतंत्रता प्राप्त हुई.
• इस जनमत-संग्रह में बहुत भारी संख्या में देश की जनता ने सूडान से अलग एक नए राष्ट्र के निर्माण के लिए मत डाला.
• दक्षिण सूडान विश्व का 196वां स्वतंत्र देश, संयुक्त राष्ट्र का 193वां सदस्य और अफ्रीका का 55वां देश है.
• दक्षिण सूडान को अपनी आजादी के ठीक बाद से राष्ट्र को आंतरिक संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है.
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