भारत सहित पूरी दुनिया आजकल कोरोना वायरस (कोविड-19) की त्रासदी झेल रहा है. यह एक संक्रामक वायरस है और इस वजह से भारत में इस वायरस का ईलाज करने वाले लाखों स्वास्थ्य कर्मियों को भी इस वायरस से स्वास्थ्य बिगड़ने या जान जाने का जोखिम है. इसलिए, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने 26 मार्च 2020 को भारत सरकार की ओर से भारत में फ़ैलने वाले नोवल कोरोना वायरस (कोविड 19) के मरीज़ों का ईलाज करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए 50 लाख रुपये प्रति व्यक्ति की बीमा योजना की घोषणा की है.
वित्त मंत्रालय द्वारा यह घोषणा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत की गई है. इस चिकित्सा बीमा योजना के तहत डॉक्टर, आशा कार्यकर्त्ता, नर्सें, पैरामेडिक्स और स्वच्छता कर्मचारियों को शामिल किया गया है. इसके अतिरिक्त प्रोत्साहन पैकेज में गरीबों को तीन महीने के लिये मुफ्त अनाज, दाल और रसोई गैस सिलेंडर तथा महिलाओं और गरीब वरिष्ठ नागरिकों को नकद सहायता उपलब्ध कराना शामिल हैं.
सरकार ने इन शर्तों के साथ बीमा योजना का किया अनुमोदन
केंद्र सरकार कुल 22.12 लाख सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को 90 दिनों के लिए 50 लाख रुपये का बीमा कवर उपलब्ध करवायेगी. इस बीमा कवर के तहत उन सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओंको शामिल किया गया है जो कोविड 19 के मरीजों की देखभाल कर रहे हैं और जिन्हें कोरोना वायरस होने का खतरा है.
इस बीमा कवर के तहत कोविड-19 के कारण इन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की आकस्मिक मृत्यु को भी शामिल किया गया है. इसका फायदा 20 लाख मेडिकल स्टाफ और कोरोना वॉरियर्स को मिलेगा.
इस कोरोना वायरस के कारण देश के विभिन्न प्राइवेट हॉस्पिटल स्टाफ़/ सेवानिवृत्त कार्यकर्त्ता/ स्वयंसेवक/ स्थानीय शहरी निकाय/ अनुबंधित/ दैनिक वेतनभोगी कार्यकर्ताओं के साथ केंद्रीय मंत्रालयों के अस्पतालों/ राज्य/ केंद्र सरकार के अस्पतालों/ केंद्र/ राज्य/ केंद्र शासित प्रदेशों के स्वायत्त अस्पताल, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) एवं राष्ट्रीय महत्त्व के संस्थानों के एड-हॉक/ आउटसोर्स स्टाफ़ के कर्मचारी शामिल हैं.
इस योजना के तहत दिया जाने वाला बीमा लाभार्थी द्वारा लिए गए अन्य किसी भी बीमा कवर के अतिरिक्त होगा. लोगों ने जनता कर्फ्यू के दौरान 5 बजे 5 मिनट तक ताली और थाली बजाकर कोरोना वॉरियर्स को सैल्यूट किया था.
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना भारत सरकार की एक योजना है. इसमें भ्रष्ट लोगों के बैंकों में जमा कराए जाने वाले काले धन को सरकार गरीबों के विकास में लगाएगी। वास्तव में ये योजना सरकार ने उन (भ्रष्ट) लोगों के लिए शुरू की है जिनके पास अघोषित संपत्ति है. ऐसे लोग इस योजना के तहत गरीब कल्याण योजना में पैसे जमा कर सकते हैं.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation