कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने 13 अक्टूबर 2021 को कहा कि बिजली संयंत्रों में कोयले की आपूर्ति बढ़ा दी गई है. प्रह्लाद जोशी ने बताया कि 12 अक्टूबर को सामूहिक रूप से 20 लाख टन से अधिक कोयले की आपूर्ति हुई. सरकार ने भारत में कई राज्यों में कोयला संकट का सामना कर रही उत्पादन बढ़ाने का फैसला लिया है.
कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ट्वीट किया कि मुझे यह बात साझा करते हुए खुशी हो रही है कि सभी स्रोतों से बिजली घरों में 12 अक्टूबर को 20 लाख टन से अधिक कोयला पहुंचा दिया गया है. हम बिजली संयंत्रों में कोयले का पर्याप्त भंडार सुनिश्चित करने के लिए कोयले की आपूर्ति बढ़ा रहे हैं.
महंगी बिजली खरीदने को मजबूर
तमिलनाडु, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, असम और मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों ने कोयला आधारित ऊर्जा संयत्रों में कोयला की कमी के चलते उत्पादन पर संकट की बात कही है. कई राज्यों को कोयले की कमी के चलते बिजली संयंत्रों को बंद करना पड़ा है और वे महंगी बिजली खरीदने को मजबूर हो रहे हैं.
कोयले का उत्पादन बढ़ाने का फैसला
कई राज्यों को कहना है कि यदि ऐसी ही स्थिति रही तो ऊर्जा संकट बढ़ सकता है और ब्लैक आउट हो सकता है. महामारी के बाद आर्थिक गतिविधियों में सुधार के चलते बिजली की मांग में अभूतपूर्व तेजी देखी गई है. यही वजह है कि केंद्र सरकार ने संकट से निपटने के लिए देश में कोयले का उत्पादन बढ़ाने का फैसला लिया है.
बिजली का 70 प्रतिशत उत्पादन कोयले से
देश में इस्तेमाल की जाने वाली बिजली का 70 प्रतिशत उत्पादन कोयले से होता है. वर्तमान बिजली या कोयला संकट के कई कारण हैं. कोयले की कमी ने राजस्थान से लेकर केरल तक राज्यों को अलग-अलग समय में बिजली कटौती करने को मजबूर किया है. मालूम हो कि कोयला मंत्रालय ने कुछ दिनों पूर्व पावर प्लांटों को प्रति दिन 18.20 लाख टन कोयला डिस्पैच करने का लक्ष्य कोल इंडिया को दिया था.
कोयला उत्पादन और आपूर्ति संकट
कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने आश्वस्त किया कि कोयला उत्पादन और आपूर्ति संकट के कारण देश में बिजली संकट होने नहीं देंगे. लक्ष्य प्राप्ति के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं. कोल उत्पादन की दिशा में अब हम लगातार अच्छा काम कर रहे हैं.
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