Happy Diwali 2021: दिवाली (Diwali 2021) या दीपावली दुनिया भर में हिंदुओं द्वारा मनाए जाने वाले सबसे बड़े और शुभ त्योहारों में से एक है. दिवाली का त्योहार शांति और खुशी का प्रतीक है, दिवाली बुराई पर अच्छाई की जीत के सन्दर्भ में मनाई जाती है. दिवाली के दिन सभी घरों में मां लक्ष्मी और भगवान श्री गणेश की पूजा अर्चना श्रद्धा पूर्वक की जाती हैं.
दिवाली सबसे प्रतीकात्मक हिंदू त्योहारों में से एक है, और देश के सभी समुदाय इसे बहुत धूमधाम से मनाते हैं. इस त्योहार के दौरान, लोग अपने घरों को साफ करते हैं, हर कोने को रोशनी, दीयों, फूलों, रंगोली और मोमबत्तियों से सजाते हैं. हिन्दू धर्म में मां लक्ष्मी को धन और वैभव की देवी के रूप में पूजा जाता हैं.
दिवाली 2021: समय सारणी, मुहूर्तलक्ष्मी पूजा दिवाली समारोह के सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठानों में से एक है. लोग इस दिन धन की देवी से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करते हैं और स्वास्थ्य, धन और समृद्धि की कामना करते हैं. पंचांग के अनुसार लक्ष्मी पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम 6:09 बजे शुरू होगा और रात 8:04 बजे समाप्त होगा. अवधि 1 घंटा 56 मिनट की होगी. दिवाली पर अमावस्या तिथि 04 नवंबर, 2021 को सुबह 6:03 बजे शुरू होगी और 05 नवंबर, 2021 को सुबह 2:44 बजे समाप्त होगी. |
दिवाली पर्व क्यों मनाया जाता है?
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान राम, दीवाली के शुभ अवसर पर अपनी पत्नी माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ घर लौटे थे. वे 14 साल वनवास में बिताने और लंका के राजा रावण को हराने के बाद अयोध्या वापस आए थे. इस दिन अयोध्या के लोगों ने दीपों और दीयों की कतारें जलाकर राम की वापसी का जश्न बड़े उत्साह के साथ मनाया था. यह परंपरा आज तक जारी है और इसे दिवाली के त्योहार के रूप में मनाया जाता है.
दिवाली की मान्यता: एक नजर में
दिवाली रोशनी का त्योहार है जो बुराई पर अच्छाई की जीत और हमारे जीवन से अंधेरे छाया, नकारात्मकता और शंकाओं के उन्मूलन का प्रतीक है. यह समृद्धि का उत्सव है जिसमें लोग अपने प्रियजनों को उपहार देते हैं. यह त्यौहार स्पष्टता और सकारात्मकता के साथ हमारे भीतर के स्वयं को प्रकाशित करने का संदेश भी भेजता है.
दिवाली के दिन क्या करें
दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन की तैयारी सूर्योदय से पहले ही स्नान आदि से निवृत्त होकर कर लेनी चाहिए. पूजा से पहले घर की अच्छी तरह से साफ-सफाई करनी चाहिए. घर को फूल, आम के पत्तों और रंगोली आदि से सजाना चाहिए. गणेश-लक्ष्मी पूजा के दौरान लाल वस्त्रों को धारण करना शुभ माना जाता है.
दिवाली के दिन क्या नहीं करना चाहिए
घर के प्रवेश द्वार पर कहीं भी गंदगी नहीं रहने देना चाहिए. पूजा में सफेद रंग के पुष्प का प्रयोग करना चाहिए. दिवाली के दिन किसी भी गरीब या जरूरतमंद को दरवाजे से खाली हाथ नहीं लौटाना चाहिए.
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