हरियाणा में इस वर्ष फरवरी महीने में जाट आंदोलन के दौरान हुई हिंसक घटनाओं के पीछे किसी साजिश होने का पता लगाने के लिए 9 अप्रैल 2016 को सरकार ने दो सदस्यीय आयोग का गठन किया है.
आयोग यह भी पता लगाएगा कि क्या राज्य के सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने के लिए कोई गहरी साजिश की गई थी. इस आंदोलन में 30 लोग मारे गए थे और संपत्ति को काफी मात्रा में नुकसान पहुंचा था.
हरियाणा में विपक्षी राजनीति पार्टियां जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हुए दंगों और आगजनी की घटनाओं की न्यायिक जांच की मांग कर रही थी. घोषित किये गए न्यायिक जांच आयोग का गठन जांच आयोग संबंधित कानून के तहत किया गया है.
इससे पहले राज्य सरकार ने पूर्व आईपीएस अधिकारी प्रकाश सिंह को आंदोलन के दौरान कर्तव्य पालन में कोताही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों का पता लगाने के लिए नियुक्त किया था.
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