इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने 21 अगस्त 2017 को दक्षिण कोरिया स्थित इंटरनैशनल वैक्सीन इंस्टिट्यूट (आईवीआई) के साथ समझौता किया. इस समझौते का उद्देश्य भारत में वैक्सीन की खोज और विकास करना है.
आईवीआई के अनुसार यह समझौता भारत में दवाओं के विकास के लिए रिसर्च और ट्रेनिंग को बढ़ावा देगा. इसके अतिरिक्त यह भी सुनिश्चित करेगा कि दुनिया के गरीबों तक वैक्सीन की पहुंच बढ़ाकर स्वास्थ्य संबंधी बेहतर परिणाम का लक्ष्य हासिल किया जा सके. आईवीआई ने यह माना कि भारत वैक्सीन उद्योग का बड़ा केंद्र है.
इंटरनैशनल वैक्सीन इंस्टिट्यूट (आईवीआई) एक गैर-सरकारी संस्था है. इसकी स्थापना का उद्देश्य विकासशील देशों में बच्चों की सेहत में सुधार करना है तथा इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आधुनिक वैक्सीन का उपयोग करना भी शामिल है.
इस समझौता ज्ञापन पर आईसीएमआर के डायरेक्टर जनरल सौम्या स्वामीनाथन, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रबंध निदेशक मनोज झालानी तथा आईवीआई के डायरेक्टर जनरल जेरोम एच किम ने हस्ताक्षर किये.
भारत ने आईवीआई के साथ एक लम्बा वैज्ञानिक इतिहास साझा किया है. इस समझौते के बाद भारत सियोल आधारित अंतरराष्ट्रीय संगठन की संधि के लिए एक हस्ताक्षरकर्ता राष्ट्र बन गया. आईवीआई के साथ 35 राष्ट्र जुड़े हैं. भारत आईवीआई के लिए वित्तीय सहायता देने वाले देशों दक्षिण कोरिया तथा स्वीडन के साथ जुड़ा है.
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