हैंड-इन-हैंड 2019: मेघालय में भारत-चीन संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू

Dec 9, 2019, 16:51 IST

इस सैन्य अभ्यास से दोनों देशों की सेनाओं के बीच आपसी समन्वय बढ़ेगा. इस अभ्यास में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की तिब्बत सैन्य कमान तथा भारतीय थल सेना की टुकड़ी शामिल है. यह संयुक्त अभ्यास 14 दिनों तक चलेगा. 

India-China Joint Military Exercise Begins in Meghalaya
India-China Joint Military Exercise Begins in Meghalaya

भारत और चीन के बीच संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास 'हैंड-इन-हैंड-2019' का 8वां संस्करण मेघालय के उमरोई स्थित संयुक्त प्रशिक्षण नोड में शुरू हुआ. यह संयुक्त राष्ट्र के जनादेश के तहत आयोजित एक वार्षिक सैन्य अभ्यास है. यह 07 दिसंबर से 20 दिसंबर 2019 के बीच आतंकवाद के खिलाफ एक थीम के साथ आयोजित किया जा रहा है.

इस अभ्यास में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की तिब्बत सैन्य कमान तथा भारतीय थल सेना की टुकड़ी शामिल है. यह संयुक्त अभ्यास 14 दिनों तक चलेगा. अभ्यास की योजना कंपनी स्तर पर संबंधित बटालियन मुख्यालय के साथ की जाती है. इस अभ्यास में भारत की ओर से 100 से 120 बटालियन शामिल हो रहे है.

उद्देश्य

इस संयुक्त अभ्यास का उद्देश्य आतंकवाद विरोधी अभियानों में एक-दूसरे के अनुभवों से लाभ उठाना है. आतंकवाद निरोधी अभियानों के अतिरिक्त, मानवीय सहायता एवं आपदा राहत कार्यों के संचालन पर चर्चा भी अभ्यास का एक हिस्सा होगी. इसका उद्देश्य उपनगरीय इलाके हेतु संयुक्त योजना बनाना और आतंकवाद रोधी अभियानों के संचालन का अभ्यास करना है.

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अभ्यास से संबंधित मुख्य तथ्य

• इस सैन्य अभ्यास से दोनों देशों की सेनाओं के बीच आपसी समन्वय बढ़ेगा.

• भारत और चीन आतंकवाद के खिलाफ ये युद्धाभ्यास कर रहे हैं.

• इस सैन्य अभ्यास के दौरान आतंकवाद-रोधी अभियानों हेतु विशेष प्रशिक्षण होगा. प्रशिक्षण के दौरान दो रणनीतिक अभ्यास किए जाएंगे.

• पहला अभ्यास आतंकवाद-रोधी तंत्र और दूसरा मानवीय और आपदा राहत अभियानों पर केंद्रित होगा.

• चीन ने इस अभ्यास के लिए अपने तिब्बती सैनिकों को तैनात किया है.

• इस युद्धाभ्यास में सेना के जवान आतंकियों को जिंदा पकड़ने की ट्रेनिंग भी करेंगे.

• यह अभ्यास न केवल संयुक्त कमांड कमांडर की क्षमता में वृद्धि करेगा, बल्कि इस प्रशिक्षण के बाद दोनों देशों के सैनिक एक कमांड के तहत काम कर सकते हैं.

• इस युद्धाभ्यास से दोनों देशों के बीच संबंधों को और भी अधिक मजबूत करने में काफी सहायता मिलेगी और यह दोनों देशों की सेनाओं के बीच जम़ीनी स्तर पर सौहार्द कायम करने में एक उत्प्रेरक के रूप में काम करेगा.

यह अभ्यास विश्व को यह सशक्त संदेश देगा कि भारत और चीन दोनों आतंकवाद के उभरते खतरों को अच्छी तरह से समझते हैं. दोनों देश विश्व को नुकसान पहुंचाने वाले इस खतरे का मुकाबला करने हेतु कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं.

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Vikash Tiwari is an content writer with 3+ years of experience in the Education industry. He is a Commerce graduate and currently writes for the Current Affairs section of jagranjosh.com. He can be reached at vikash.tiwari@jagrannewmedia.com
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