भारत को विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के ऊर्जा संक्रमण सूचकांक (एनर्जी ट्रांजिशन इंडेक्स) की 114 देशों की सूची में 78 वां स्थान मिला है. इस सूची में स्वीडन को शीर्ष स्थान हासिल हुआ है.
‘फोस्टरिंग इफेक्टिव एनर्जी ट्रांजिशन' रिपोर्ट के अनुसार, इस सूचकांक में देशों को इस आधार पर स्थान दिया गया है कि वे किस तरह से ऊर्जा सुरक्षा का संतुलन बनाने में सक्षम हैं और किस हद तक पर्यावरण संरक्षण एवं किफायती पहुंच बना पा रहे हैं.
ऊर्जा संक्रमण सूचकांक रिपोर्ट संबंधित मुख्य तथ्य:
• रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने ऊर्जा की पहुंच बेहतर करने, ऊर्जा दक्षता और ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों की उपलब्धता को लेकर बड़े कदम उठाए हैं.
• हालांकि देश में ऊर्जा संक्रमण को बड़े निवेश, उपयुक्त माहौल तथा उचित नियामकीय रूपरेखा की जरूरत है ताकि इसे समर्थन मिल सके.
• इस सूचकांक में ब्राजील 38वें, रूस 70वें तथा चीन 76वें स्थान पर हैं.
• इसमें नॉर्वे को दूसरा स्थान और स्विट्जरलैंड को तीसरा स्थान मिला है.
• शीर्ष 10 देशों में फिनलैंड, डेनमार्क, नीदरलैंड, ब्रिटेन, ऑस्ट्रिया, फ्रांस और आइलैंड शामिल हैं.
• भारत ने वर्ष 2013 और वर्ष 2018 के बीच अपने प्रदर्शन के आंकड़े में 5.6 प्रतिशत की बढ़त हासिल की, मुख्य रूप से बेहतर ऊर्जा पहुंच, सब्सिडी कम हुई है और आयात लागत में कमी आई है.
विश्व आर्थिक मंच:
विश्व आर्थिक फोरम स्विट्ज़रलैंड में स्थित एक गैर-लाभकारी संस्था है. इसका मुख्यालय जिनेवा में है. स्विस अधिकारीयों द्वारा इसे एक निजी-सार्वजनिक सहयोग के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है. इसका मिशन विश्व के व्यवसाय, राजनीति, शैक्षिक और अन्य क्षेत्रों में अग्रणी लोगों को एक साथ ला कर वैशविक, क्षेत्रीय और औद्योगिक दिशा तय करना है.
विश्व आर्थिक मंच की स्थापना 1971 में यूरोपियन प्रबंधन के नाम से जिनेवा विश्वविद्यालय में कार्यरत प्रोफेसर क्लॉस एम श्वाब द्वारा की गई थी. इस संस्था की सदस्यता अनेक स्तर पर होती है और ये स्तर उनकी संस्था के कार्य कलापों में सहभागिता पर निर्भर करती है.
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