समझौता एक्सप्रेस: भारत ने 11 अगस्त 2019 को अपनी ओर से भी ‘समझौता एक्सप्रेस’ को बंद कर दिया. पाकिस्तान ने कुछ दिन पहले ही अपनी ओर से ‘समझौता एक्सप्रेस’ बंद कर चुका है.
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने कहा की दिल्ली और अटारी के बीच चलने वाली समझौता लिंक एक्सप्रेस 14001/14002 का परिचालन रद्द किया जा रहा है. यह फैसला पाकिस्तान द्वारा लाहौर और अटारी के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रेस 14607/14608 को रद्द करने के बाद लिया गया है.
पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख़ रशीद अहमद ने 08 अगस्त 2019 को कहा था कि उन्होंने समझौता एक्सप्रेस को हमेशा के लिए बंद करने का फैसला किया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने भी इसकी पुष्टि की थी. पाकिस्तान ने इसके अलावा थार एक्सप्रेस को भी बंद कर चुका है.
भारतीय रेलवे रविवार को दिल्ली से अटारी और अटारी से दिल्ली के बीच समझौता एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन करता था जबकि पाकिस्तान में यह ट्रेन लाहौर से अटारी के बीच चलाई जाती थी. यात्री अटारी स्टेशन पर ट्रेन बदलते थे. |
समझौता एक्सप्रेस और थार एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन बंद
पाकिस्तान ने भारत की ओर से जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्ज़ा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाने और राज्य के पुनर्गठन के बाद कई कड़े कदम उठाए हैं. जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा वापस ले लेने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद दोनों पड़ोसी देशों में तनाव बढ़ने के बीच पाकिस्तान ने समझौता एक्सप्रेस और थार एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन बंद कर दिया है.
समझौता एक्सप्रेस के बारे में:
समझौता एक्सप्रेस भारत और पाकिस्तान के बीच सप्ताह में दो दिन चलने वाली रेलगाड़ी है. समझौता एक्सप्रेस 22 जुलाई 1976 को लाहौर से अमृतसर के बीच शुरू किया गया था. बाद में साल 1994 में इसे अटारी और लाहौर के बीच चलाया जाने लगा. दोनों देशों के लोगों के बीच सदियों पुराने संबंधों को मजबूत बनाने हेतु इस गाड़ी को शुरु किया गया था. समझौता एक्सप्रेस अटारी-वाघा के बीच मात्र तीन किमी का रास्ता तय करती है.
समझौता एक्सप्रेस के लोको पायलट और गार्ड चेंज नही होते. इस ट्रेन को शताब्दी और राजधानी जैसी ट्रेनों के ऊपर प्राथमिकता दी जाती है ताकि ये लेट ना हो. पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर इसका अलग प्लेटफ़ॉर्म है. यह ट्रेन विस्तृत सुरक्षा जांच के बाद ही प्लेटफार्म में प्रवेश करने दिया जाता है. समझौता एक्सप्रेस में छह शयनयान डिब्बे और एक एसी 3-टियर का डिब्बा है.
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समझौता एक्सप्रेस का परिचालन पहले भी रोका जा चुका है
यह ट्रेन भारत और पाकिस्तान के मध्य पैदा होने वाले मनमुटाव की भेंट चढ़ती रही है. जब भी दोनों पड़ोसी देशों के बीच मनमुटाव होती है, यह सेवा रोक दी जाती है. हाल ही में कश्मीर के पुलवामा में हुए चरमपंथी हमले के बाद भी इस ट्रेन सेवा को रोका गया था.
समझौता एक्सप्रेस को साल 1984 में ब्लू स्टार ऑपरेशन, गुजरात में महामारी, साल 1992 में बाबरी मस्जिद विवादित ढांचे को गिराने के बाद भी बंद कर दी गई थी. इससे पहले 13 दिसंबर 2001 को संसद पर हमले के बाद भी समझौता एक्सप्रेस रोक दी गई थी. 27 दिसंबर 2007 को पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो हमले के बाद भी इस ट्रेन को रोक दिया गया था.
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