सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत हुए न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल को 06 जुलाई 2018 को राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. इससे पहले जस्टिस स्वतंत्र कुमार एनजीटी अध्यक्ष थे जबकि फिलहाल जस्टिस जावेद रहीम कार्यकारी अध्यक्ष हैं.
कार्मिक मंत्रालय की ओर से जारी एक आदेश के मुताबिक, न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल को पांच साल के लिए एनजीटी अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया है.
20 दिसंबर 2017 को न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की सेवानिवृति के बाद एनजीटी अध्यक्ष का पद छह महीने से अधिक समय से खाली था.
न्यायमूर्ति कुमार की सेवानिवृति के बाद न्यायमूर्ति उमेश दत्तात्रेय साल्वी को एनजीटी का कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त किया गया. वे 13 फरवरी को सेवानिवृत हुए.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एनजीटी की प्रधान पीठ काम कर रही है जिसमें न्यायमूर्ति रहीम , न्यायमूर्ति आर एस राठौड़ और न्यायमूर्ति एस एस गरब्याल शामिल हैं.
पर्यावरण से जुड़े कई मामले अभी एनजीटी के समक्ष लंबित हैं, जिनमें वायु प्रदूषण, गंगा और यमुना की सफाई, वैष्णो देवी और दिल्ली में पुर्निवकास की विभिन्न परियोजनाएं शामिल हैं. पदों के खाली रहने से एनजीटी का कामकाज प्रभावित होता रहा है. इस अधिकरण में अधिकारियों के 20 स्वीकृत पदों में से अभी ज्यादातर पद खाली हैं.
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के बारे में |
राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण अधिनियम, 2010 द्वारा भारत में एक राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) की स्थापना की गई. इस अधिनियम के तहत पर्यावरण से संबंधित कानूनी अधिकारों के प्रवर्तन एवं व्यक्तियों और संपत्ति के नुकसान के लिए सहायता और क्षतिपूर्ति देने या उससे संबंधित या उससे जुड़े मामलों सहित, पर्यावरण संरक्षण एवं वनों तथा अन्य प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण से संबंधित मामलों के प्रभावी और त्वरित निपटारे के लिए राष्ट्रीय हरित अधिकरण की स्थापना की गयी. |
न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल के बारे में:
• न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल सुप्रीम कोर्ट में जज बनने से पहले ओड़िशा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस भी रह चुके हैं.
• सुप्रीम कोर्ट ने न्यायमूर्ति गोयल को वर्ष 1999 में सीनियर वकील के तौर पर नियुक्ति दी थी वर्ष 2001 में वो पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में जज बने थे.
• ने न्यायमूर्ति गोयल को दिसंबर 2011 में गुवाहाटी हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया और अक्टूबर 2013 में उनका तबादला उड़ीसा हाई कोर्ट में किया गया था.
• न्यायमूर्ति गोयल वर्ष 1974 में वकालत पेशे में आये थे और पांच साल तक पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में तथा 20 साल उच्चतम न्यायालय एवं दिल्ली उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस की थी.
• वे 07 जुलाई 2014 को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश नियुक्त किए गए.
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