केन्या सरकार ने 11 मई 2016 को घोषणा की कि वह दाडाब शरणार्थी शिवर को बंद करेगा. 330000 सोमालियाई शरणार्थियों का घर, यह शिविर विश्व के सबसे बड़े शरणार्थी शिविर के तौर पर जाना जाता है.
इस फैसले की वजह सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को बताया है. सरकार ने यह भी कहा कि शिविर सोमालिया के इस्लामी समूह अल–शाबाब, जैसे आतंकी संगठनों के लिए सुरक्षित स्वर्ग बन गया है.
दाडाब शरणार्थी शिविरों के बारे में-
• शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त के अनुसार शिविर की स्थापना 1991 में गृह युद्ध से भागे सोमालिया के लोगों के लिए की गई थी.
• दाडाब शिविर दागाहाले, हागाडेरा और इफो का निर्माण 1992 में हुआ था.
• हाल ही में बने इफो II और कैमबिउस शिविर सोमालिया में आए भयंकर सूखे के बाद वहां से पलायन करने वाले 130000 नए शरणार्थियों को देखते हुए 2011 में खोले गए थे.
• अगस्त 2015 तक हागाडेरा सभी शिवरों में सबसे बड़ा था. इसमें 100000 से ज्यादा लोग और 25000 परिवार रहते थे. दूसरी तरफ कैमबिउस सबसे छोटा शिविर है और इसमें 20000 से कुछ ही कम शरणार्थी रहते हैं.
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