अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने 27 जुलाई 2016 को यह घोषणा की कि पूर्व श्रीलंकाई गेंदबाज़ मुथैया मुरलीधरन, पूर्व तेज गेंदबाज जॉर्ज लोहमैन (स्वर्गीय), पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ओपनर आर्थर मॉरिस (स्वर्गीय) और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई महिला कप्तान करेन रोल्टन को क्रिकेट हॉल ऑफ़ फेम के लिए चयनित किया गया है.
आईसीसी हॉल ऑफ फेमर्स और लोगों द्वारा की गयी वोटिंग के आधार पर इन खिलाड़ियों के नाम तय किए गए. इन चारों खिलाड़ियों को एक कार्यक्रम के दौरान खेल में योगदान के लिए कैप देकर सम्मानित किया जाएगा.
मुथैया मुरलीधरन
मुरलीधरन ने अपने करियर का अंतिम मैच वर्ष 2011 में खेला था. उन्होंने टेस्ट में 800, वनडे में 534 विकेट लिए थे. मुरली के नाम टेस्ट में 10 विकेट 22 बार लेने का रिकॉर्ड है. वर्ष 1993 से 2011 तक श्रीलंका की टीम की जीत में मुरलीथरन का विशेष योगदान रहा है. मुरलीधरन 1996 वर्ल्ड कप विजेता श्रीलंका टीम के सदस्य रह चुके हैं.
जॉर्ज लोहमैन
वे 19वीं सदी के आखिरी दौर के प्रसिद्ध स्विगिंग गेंदबाज़ थे. वे हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले 27वें ब्रिटिश खिलाड़ी हैं. उन्होंने 16 मैचों में ही 100 विकेट हासिल किये थे. उनका 36 वर्ष की आयु में 1901 में निधन हो गया.
आर्थर मॉरिस
वर्ष 1940 और 50 के दशक के बाएं हाथ के बल्लेबाज थे. उन्होंने 46 टेस्ट मैचों में 12 शतक और 12 अर्धशतक लगाए. डॉन ब्रैडमैन अपने करियर की आखिरी पारी में शून्य पर आउट हुए उस समय मॉरिस दूसरे छोर पर मौजूद थे.
करेन रोलटन
रोलटन टेस्ट और वनडे मैचों में एक शानदार ऑलराउंडर खिलाड़ी रही हैं. उन्हें 2005 में आईसीसी विमेंस वर्ल्ड कप के दौरान खेली गई पारी के लिए याद किया जाता है. रोल्टन आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाली छठी महिला क्रिकेटर होंगी. रोल्टन ने 14 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में 14 टेस्ट और 141 वनडे मैच खेले हैं.
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