उत्तर प्रदेश में अनिवार्य विवाह पंजीकरण में मुस्लिम समुदाय के लोग भी निकाह पंजीकृत करवा सकेंगे. महिला कल्याण विभाग की ओर से तैयार सॉफ्टवेयर में सभी धर्मों में शादियों की संख्या के आधार पर फीडिंग की छूट दी गई है.
महिला कल्याण विभाग की ओर से 04 अगस्त 2017 को इस सॉफ्टवेयर का ट्रायल रन कराया गया. शादी का रजिस्ट्रेशन करने में धार्मिक रीति-रिवाजों से किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जाएगी. वेबसाइट में मुस्लिमों के लिए चार निकाह के पंजीकरण की व्यवस्था होगी.
ऑनलाइन पंजीकृत विवाहों के सर्टीफिकेट ई-मेल पर प्राप्त किए जा सकेंगे. इसके अतिरिक्त यदि पंजीकरण संख्या याद है तो उसे कभी भी वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है.
हाल ही में उत्तर प्रदेश के मंत्री मोहसिन रजा अपनी पत्नी, सास, ससुर और मां के साथ जिलाधिकारी कार्यालय में शादी का रजिस्ट्रेशन करवाने पहुंचे. फॉर्म जमा करने के बाद मोहसिन ने विवाह पंजीकरण को योगी सरकार का मुस्लिम महिलाओं के लिए सबसे बड़ा तोहफा बताया.
विवाह पंजीकरण कराने वाले मुस्लिमों के लिए आधार पिछले निकाह के मैच होने के बावजूद अगले निकाह के लिए खुला रहेगा.
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