नासा के वैज्ञानिकों ने 16 अक्टूबर 2017 को कहा कि 'प्लैनेट नाइन' के होने की अवधारणा वास्तविक है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ऐसा संभव है कि वह पृथ्वी के द्रव्यमान से 10 गुना ज्यादा और वरुण (नेपट्यून) की तुलना में सूर्य से 20 गुना ज्यादा दूर हो। प्लैनेट नाइन या सौर मंडल का नौवां ग्रह सुपर अर्थ ग्रह हो.
अमेरिका के कैलिफॉर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (कैलेटेक) में प्लैनेटरी ऐस्ट्रोफिजिसिस्ट कंस्तनचीन बैटीगिन ने कहा की प्लैनेट नाइन के अस्तित्व का संकेत देने वाले अब 5 अलग-अलग व्याख्यात्मक प्रमाण हैं.
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वैज्ञानिकों ने इससे पहले भी कहा था कि सौर मंडल के बाहरी भाग काइपर घेरे से भी आगे एक संभावित ग्रह है. उन्होंने कहा की अगर आप इस व्याख्या को हटाते हैं और प्लैनेट नाइन के ना होने की कल्पना करते हैं तो आप हल करने से ज्यादा और समस्याओं को जन्म देंगे. एकाएक आपके पास पांच अलग अलग पहेलियां हैं और उन्हें स्पष्ट करने के लिए आपको पांच अलग अलग सिद्धांत पेश करना होगा.
इससे संबंधित मुख्य तथ्य:
प्लैनेट नाइन या सौरमंडल का नौवां ग्रह 'सुपर अर्थ' ग्रह हो सकता है जिसके बारे में वैज्ञानिक बातें करते रहे हैं। इसके साथ ही ऐसा भी माना जाता रहा है कि इस ग्रह का द्रव्यमान पृथ्वी से ज्यादा है लेकिन यूरेनस (अरूण ग्रह) और नेप्ट्यून से काफी कम है.
आपको बता दें कि ‘प्लैनेट नाइन’ एक अनौपचारिक शब्द है, जो सौर मंडल के बाहरी क्षेत्र माने जाने वाले एक ग्रह के लिए प्रयोग किया जाता है. इस ग्रह को वैज्ञानिकों ने ‘प्लैनेट एक्स’ का भी नाम दिया है. इस ग्रह के अस्तित्व को पुख्ता करने के लिए नासा के वैज्ञानिक अब तक जांच में जुटे हुए हैं.
वैज्ञानिकों ने इससे पहले भी कहा था कि सौर मंडल के बाहरी भाग काइपर घेरे (कुइपर बेल्ट) से भी आगे एक संभावित ग्रह है. अब एक और व्याख्या के जरिए वैज्ञानिकों ने इसके अस्तित्व से इनकार नहीं किया है. बता दें कि कभी प्लूटो सौर मंडल का नौवां ग्रह हुआ करता था लेकिन वर्ष 2006 में ग्रह की परिभाषा बदल जाने के बाद इंरनैशनल ऐस्ट्रॉनमी यूनियन ने इसे ग्रहों की श्रेणी से बाहर कर दिया था.
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