सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय न्यास ने 26 मार्च 2018 को नई दिल्ली में 'डाउन सिंड्रोम पर राष्ट्रीय सम्मेलन' आयोजित किया. राष्ट्रीय न्यास के अध्यक्ष डॉ. कमलेश कुमार पांडे ने इसका उद्घाटन किया.
इस मौके पर डाउन सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति के जीवन पर आधारित "ट्वीलाइट्स चिल्ड्रन" नाम की पुस्तक का भी विमोचन किया गया.
सम्मेलन से संबंधित मुख्य तथ्य:
सम्मेलन के जरिये डाऊन सिंड्रोम पर विचारों और ज्ञान का प्रसार करने के लिए सभी वर्ग के बुद्धिजीवी एक मंच पर एकत्रित हुए, जो डाउन सिंड्रोम से पीडि़त लोगों के मन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में अत्यधिक लाभदायक था.
डाउन सिंड्रोम पीडि़तों और उनके माता-पिताओं को भी उनकी प्रेरणादायक गाथा साझा करने के लिए सम्मेलन में आमंत्रित किया गया था.
सम्मेलन के दौरान डाउन सिंड्रोम से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों पर परिचर्चाएं आयोजित की गईं.
विभिन्न हितधारकों की प्रतिबद्धता और डाउन सिंड्रोम के बारे में उनकी जागरूकता बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय न्यास ने डाउन सिंड्रोम पर इस राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया था.
उद्देश्य:
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य डाउन सिंड्रोम से ग्रसित लोगों के माता – पिता को इस विकार के बारे में नवीन शिक्षा और कौशल पर जानकारी प्रदान करना था. इसके अलावा डाउन सिंड्रोम से ग्रसित बच्चों के लिए मूल्यांकन और जांच सत्र भी आयोजित किए गए थे.
डाउन सिंड्रोम:
डाउन सिंड्रोम क्रोमोसोम से जुड़ा विकार है, जिसमें बौद्धिक विकास और सीखने की क्षमता कम होती है.
इससे ग्रसित बच्चों में अकसर देरी से विकास और व्यवहार संबंधी समस्याएं होती है. इन बच्चों की मांसपेशियों में सामान्य बच्चों से कम ताक़त होती है. प्रत्येक वर्ष देश में 20 से 22 हजार बच्चे डाउन सिंड्रोम बीमारी से ग्रसित अवस्था में जन्म लेते हैं.
राष्ट्रीय न्यास संवैधानिक निकाय:
राष्ट्रीय न्यास, सामाजिक न्याय एंव अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार का एक सांविधिक निकाय है, जिसकी स्थापना स्वपरायणता, प्रमस्तिष्क घात, मानसिक मंदता और बहु –निःशक्तताग्रस्त व्यक्तियों के कल्याण हेतु अधिनियम (1999 के अधिनियम 44) के तहत की गई है.
राष्ट्रीय न्यास की परिकल्पना का उद्देश्य विकलांगताग्रस्त व्यक्तियों के लिए एक समावेशी समाज का निर्माण करना है, जिसमें वे गरिमा, समान अधिकार और अवसरों के साथ स्वतंत्र जीवन-यापन के लिए सशक्त और सक्षम हो सके.
पृष्ठभूमि:
19 दिसंबर 2011 को संयुक्त राष्ट्र आम सभा ने 21 मार्च को विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस मनाने की घोषणा की थी. तब से डाउन सिंड्रोम से ग्रसित लोगों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र प्रतिवर्ष इस दिवस को आधिकारिक तौर पर मनाता है.
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